मुजफ्फरपुर: सीएम नीतीश कुमार ने श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में देश के पहले अत्याधुनिक पीकू वार्ड का ऑनलाइन उद्घाटन किया. साथ ही सदर अस्पताल के मातृ शिशु सदन का भी सीएम ने उद्घाटन किया. एईएस यानी चमकी बुखार के खिलाफ लड़ाई को कारगर और प्रभावी बनाने के लिए एसकेएससीएच को देश की सबसे बड़ी शिशु गहन चिकित्सा देखभाल इकाई का तोहफा मिला. एसकेएमसीएच के चिकित्सक लगातार इसकी मांग कर रहे थे.
72 करोड़ रुपये की लागत से बना 100 बेड का पीकू वार्ड
एसकेएमसीएच परिसर में बने 72 करोड़ रुपये की लागत से बने 100 बेड के इस अत्याधुनिक पीकू वार्ड का सीएम नीतीश ने पटना से बटन दबाकर ऑनलाइन इसका विधिवत उद्घाटन किया. इसके बाद इसके उद्घाटन की शेष प्रक्रिया नगर विकाश विभाग के मंत्री सुरेश शर्मा, डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह और एसकेएमसीएच अध्यक्ष डॉ सुनील शाही ने पूरी की.
देश का पहला शिशु गहन देखभाल चिकित्सा केंद्र
इस दौरान सिविल सर्जन एसपी सिंह ने बताया कि एसकेएमसीएच को देश का पहला शिशु गहन देखभाल चिकित्सा केंद्र मिला है. इसके साथ ही सदर अस्पताल में सौ बेड का मातृ शिशु सदन शुरू हो जाने से प्रसूता और नवजात को आधुनिक इलाज की सुविधा मिल सकेगी. एसकेएमसीएच परिसर में 125 लाख स्क्वायर फीट में शिशु गहन चिकित्सा यूनिट तैयार किया गया है. ये अस्पताल पूरी तरह से वातानुकूलित है, इसके अंदर का तापमान 25-27 डिग्री तक ही होगा.
चमकी बुखार से लड़ने में पीकू वार्ड की भूमिका अहम
एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज और सदर अस्पताल में शुरू होने वाले दोनों विशेष चिकित्सा भवनों के उद्घाटन से चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों के इलाज में तेजी आएगी. साथ ही पीड़ित बच्चों का अत्याधुनिक तरीके से इलाज भी संभव हो सकेगा. चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों की मौत को रोकने की दिशा में इस अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त पीकू वार्ड की बेहद अहम भूमिका मानी जा रही है.