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कहर नहीं है तो क्या है? मुजफ्फरपुर के इस पंचायत में 27 दिन में 36 लोगों की कोरोना से मौत!

सकरा प्रखंड के सरमस्तपुर पंचायत में 27 दिनों में 36 लोगों की मौत हो चुकी है. इस पंचायत में लागातर हो रही मौत से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

Saramastapur panchayat of Muzaffarpur
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Published : May 19, 2021, 4:09 PM IST

मुजफ्फरपुर: कोरोना वायरस का असर अब बिहार के गांवों में भी दिखाई देने लगा है. मुजफ्फरपुर जिले में एक ऐसा पंचायत है, जहां 27 दिन में 36 लोगों की मौत हुई है. किन वजहों से यह मौतें हुई हैं, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है.

यह भी पढ़ें - पटना: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गंदगी का अंबार, इधर-उधर फेंके जा रहे PPE किट

दरअसल, मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखण्ड के सरमस्तपुर पंचायत में एक महीने के अंतराल में लगभग 37 लोगों की मौत से ग्रामीणों में दहशत है. लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. बताया जा रहा है कि यहां के लोगों में कोरोना के लक्षण देखे गए थे, लेकिन लोगों का टेस्ट नहीं किया गया.

सरमस्तपुर पंचायत
सरमस्तपुर पंचायत

यह भी पढ़ें- बक्सर के गंगा घाट पर लाशों का अंबार, सवाल- कहां से आयीं इतनी लाशें?

'जांच किट नहीं है'
वहीं, इस बाबत जब पंचायत के मुखिया प्रमोद कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मौत होना स्वाभाविक है, लेकिन हमारे यहां 26-27 दिनों में 37 लोग मरे हैं, जिसमें कुछ बूढ़े थे तो कुछ संदिग्ध मरे हैं. मुखिया ने ये भी कहा कि जब जांच के लिए हमने प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रभारी को कहा तो उन्होंने जवाब दिया कि अभी जांच किट नहीं है.

प्रमोद कुमार गुप्ता, मुखिया सरमस्तपुर

यह भी पढ़ें - पटना: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गंदगी का अंबार, इधर-उधर फेंके जा रहे PPE किट

ग्रामीणों में कोरोना के लक्षण
यही नहीं, मुखिया का कहना है कि यहां पर बड़ी संख्या में ग्रामीण बीमार हैं, सभी में कोविड के लक्षण है, जिनका तुरंत इलाज आवश्यक है. मुखिया के अनुसार, मरने वाले 37 ग्रामीणों में 20 में कोरोना के लक्षण थे.

वहीं, इस मामले में सकरा पीएचसी प्रभारी का कहना है कि ऐसा नहीं है कि सबकी संदिग्ध मौत ही हुई है, बहुत सारे लोग बहुत सारे बीमारियों से मरे हैं. फिलहाल जांच जारी है

मुजफ्फरपुर: कोरोना वायरस का असर अब बिहार के गांवों में भी दिखाई देने लगा है. मुजफ्फरपुर जिले में एक ऐसा पंचायत है, जहां 27 दिन में 36 लोगों की मौत हुई है. किन वजहों से यह मौतें हुई हैं, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है.

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दरअसल, मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखण्ड के सरमस्तपुर पंचायत में एक महीने के अंतराल में लगभग 37 लोगों की मौत से ग्रामीणों में दहशत है. लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. बताया जा रहा है कि यहां के लोगों में कोरोना के लक्षण देखे गए थे, लेकिन लोगों का टेस्ट नहीं किया गया.

सरमस्तपुर पंचायत
सरमस्तपुर पंचायत

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'जांच किट नहीं है'
वहीं, इस बाबत जब पंचायत के मुखिया प्रमोद कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मौत होना स्वाभाविक है, लेकिन हमारे यहां 26-27 दिनों में 37 लोग मरे हैं, जिसमें कुछ बूढ़े थे तो कुछ संदिग्ध मरे हैं. मुखिया ने ये भी कहा कि जब जांच के लिए हमने प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रभारी को कहा तो उन्होंने जवाब दिया कि अभी जांच किट नहीं है.

प्रमोद कुमार गुप्ता, मुखिया सरमस्तपुर

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ग्रामीणों में कोरोना के लक्षण
यही नहीं, मुखिया का कहना है कि यहां पर बड़ी संख्या में ग्रामीण बीमार हैं, सभी में कोविड के लक्षण है, जिनका तुरंत इलाज आवश्यक है. मुखिया के अनुसार, मरने वाले 37 ग्रामीणों में 20 में कोरोना के लक्षण थे.

वहीं, इस मामले में सकरा पीएचसी प्रभारी का कहना है कि ऐसा नहीं है कि सबकी संदिग्ध मौत ही हुई है, बहुत सारे लोग बहुत सारे बीमारियों से मरे हैं. फिलहाल जांच जारी है

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