गया: स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत गया कोविड अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे. अस्पताल के निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि यहां की व्यवस्था संतोषप्रद है. इस दौरान उन्होंने अस्पताल परिसर में मौजूद मरीज के परिजनों से भी बातचीत की. परिजनों ने प्रधान सचिव से व्यवस्था पर असंतोष जताया.
प्रधान सचिव ने की मरीज के परिजनों से बात
दरअसल प्रधान सचिव अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रशासनिक भवन से निरीक्षण करने जा रहे थे. इसी दरम्यान उन्होंने परिजनों के लिए बनाए गए प्रतीक्षा शेड में ठहरे मरीज के परिजनों से बात की. सभी परिजनों का एक ही आरोप था टॉल फ़्री नम्बर पर मरीज के बारे में जानकारी नहीं मिलती है. परिजन ने प्रधान सचिव से कहा कि तीन दिन पहले मरीज को भर्ती करवाया है, उसकी हालत के बारे में जानकारी नहीं मिला पा रही है और ना ही जांच रिपोर्ट के बारे में बताया जा रहा है.
प्रधान सचिव ने किया आश्वस्त
बुजुर्ग के इतना कहते ही सभी अधिकारी सकते में आ गए. आनन फानन में मरीज की जानकारी निकालकर कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव बताई गई. भोजपुरी में ही प्रधान सचिव ने मरीज के परिजन को आश्वस्त किया. उन्होंने कहा कि घबराए के जरूरत नइखे सब ठीक हअ. वहीं अस्पताल प्रशासन को भी उन्होंने कहा कि इस तरह की कोताही नहीं बरतनी है.
'दो दिन बाद भी हमें जानकारी नहीं'
मरीज के परिजन वैद्यनाथ राणा ने बताया कि मैं अपने मरीज को छाती में दर्द की शिकायत लेकर सोमवार अस्पताल पहुंचा था. उस दिन जांच सैंपल लिया गया, लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी हमें जानकारी नहीं दी जा रही थी. अधिकारी आए उनसे बात हुई तब जाकर उन्होंने रिपोर्ट नेगेटिव बताई है.
'कोविड संबंधित परेशानी जिला नियंत्रण कक्ष में बताए'
स्वास्थ्य विभाग प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा अगर कहीं लगता है कि टॉल फ्री नम्बर काम नहीं कर रहा है तो हमे बताइए, यहां पूरी टीम लगी है. किसी को कोविड संबंधित कोई भी परेशानी हो अपनी बात जिला नियंत्रण कक्ष में रखे, उसका समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हर सोमवार पूरे बिहार में अस्पताल के अधीक्षक और प्राचार्य और जिलाधिकारी से बात करता हूं. उनसे पूरी जानकारी लेता हूं हर छोटी चीजों पर समीक्षा की जाती है.
परिजन प्रतीक्षा शेड में सुविधाएं नहीं
गया के कोविड अस्पताल में मरीजों के परिजनों के लिए बनाए गए परिजन प्रतीक्षा शेड में सुविधाएं नहीं के बराबर है. इस शेड में बैठने के लिए महज चेयर की व्यवस्था है. अस्पताल प्रशासन के लापरवाही के कारण कई मरीज बिना वजह दिन रात बैठकर गुजार रहे हैं. प्रतीक्षा शेड में पानी, शौचालय और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा भी नहीं है.