गया: 12 सितंबर से शुरू हो रहे विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. जिलाधिकारी अभिषेक कुमार ने तैयारियों का जायजा लेते हुए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. उन्होंने बोधगया बकरौर के धर्मांरन्य और मतांगबापी वेदी का निरीक्षण किया. वेदियों की साफ सफाई, लाईट और शुद्ध पेयजल की तत्काल व्यवस्था कराने का आदेश दिया.
जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंदिर के रंग-रोगन, परिसर के बाहर लगी पार्किंग और दुकानों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थ की जांच करने के लिए फूड इंस्पेक्टर की नियुक्ति के निर्देश दिए. साथ ही नगर पंचायत के अधिकारियों को पार्किंग के नजदीक शौचालय की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए.
पितृपक्ष के महत्व
बता दें कि पितृपक्ष का आरंभ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से होता है. अश्विन माह का पहला पखवाड़ा, जिसे माह का कृष्ण पक्ष भी कहा जाता है. जिसे पितृपक्ष के रूप में माना जाता है. इन दिनों हिंदू धर्म के लोग अपने पूर्वजों को याद करते हैं. उनके प्रति श्रद्धा प्रकट करते हैं. उनकी आत्मा की शांति के लिए स्नान, दान, तर्पण आदि करते हैं.