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गया: नगर आयुक्त के खिलाफ मेयर, डिप्टी मेयर सहित वार्ड पार्षदों ने खोला मोर्चा - deputy mayor

गया में डिप्टी मेयर सहित वार्ड पार्षदों ने नगर आयुक्त के खिलाफ खोला मोर्चा खोल दिया है. सशक्त स्थाई समिति की बैठक में सदस्यों ने नगर आयुक्त को हटाने का निर्णय लिया.

डिप्टी मेयर सहित वार्ड पार्षदों ने खोला मोर्चा
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Published : Jun 5, 2019, 10:06 PM IST

गया: गया नगर निगम की पिछले दिनों संपन्न हुई सशक्त स्थाई समिति की बैठक में सदस्यों ने नगर आयुक्त को हटाने का निर्णय लिया था. इसी संबंध में बुधवार को शहर के एक निजी होटल में लगभग 43 की संख्या में वार्ड पार्षदों ने सशक्त स्थाई समिति के निर्णय पर अपनी सहमति जताई.

डिप्टी मेयर की दलील
डिप्टी मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त के कारण सफाई और पेयजल जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं से शहरवासियों को वंचित किया जा रहा है. नगर आयुक्त किसी भी बैठक को तवज्जो नहीं दे रहे हैं. इस कारण पेयजल की समस्या हो गई है. जनप्रतिनिधियों के साथ नगर आयुक्त का रवैया हमेशा नकारात्मक है. यही नहीं स्वच्छता अभियान के तहत चलाए गए सांस्कृति कार्यक्रमों पर भी नगर आयुक्त सवाल उठा रहे हैं और उक्त कार्यक्रम में खर्च किए गए राशि में गड़बड़ी का बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.

डिप्टी मेयर और वार्ड पार्षद का बयान

वार्ड पार्षद की मांग
वार्ड पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि नगर आयुक्त की ओर से डिप्टी मेयर पर पैसे की बंदरबांट के आरोप लगाए गए है. डिप्टी मेयर भी नगर आयुक्त पर करोड़ों रुपए की राशि के गबन करने का आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में सरकार से हमारी मांग है कि एक कमेटी गठित कर दोनों पक्षों की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

गया: गया नगर निगम की पिछले दिनों संपन्न हुई सशक्त स्थाई समिति की बैठक में सदस्यों ने नगर आयुक्त को हटाने का निर्णय लिया था. इसी संबंध में बुधवार को शहर के एक निजी होटल में लगभग 43 की संख्या में वार्ड पार्षदों ने सशक्त स्थाई समिति के निर्णय पर अपनी सहमति जताई.

डिप्टी मेयर की दलील
डिप्टी मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त के कारण सफाई और पेयजल जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं से शहरवासियों को वंचित किया जा रहा है. नगर आयुक्त किसी भी बैठक को तवज्जो नहीं दे रहे हैं. इस कारण पेयजल की समस्या हो गई है. जनप्रतिनिधियों के साथ नगर आयुक्त का रवैया हमेशा नकारात्मक है. यही नहीं स्वच्छता अभियान के तहत चलाए गए सांस्कृति कार्यक्रमों पर भी नगर आयुक्त सवाल उठा रहे हैं और उक्त कार्यक्रम में खर्च किए गए राशि में गड़बड़ी का बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.

डिप्टी मेयर और वार्ड पार्षद का बयान

वार्ड पार्षद की मांग
वार्ड पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि नगर आयुक्त की ओर से डिप्टी मेयर पर पैसे की बंदरबांट के आरोप लगाए गए है. डिप्टी मेयर भी नगर आयुक्त पर करोड़ों रुपए की राशि के गबन करने का आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में सरकार से हमारी मांग है कि एक कमेटी गठित कर दोनों पक्षों की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

Intro:BH_Gaya_Pradeep_Kr_Singh_ DyMayor_Against_City_Commisnoor

नगर आयुक्त के खिलाफ मेयर डिप्टी मेयर सहित वार्ड पार्षदों ने खोला मोर्चा,
करोड़ों रुपये गबन और जनहित कार्यो की अनदेखी करने का लगाया आरोप,
कहा- सरकार नहीं सुनती है तो न्यायालय के शरण में जाएंगे जनप्रतिनिधि



Body:गया: गया नगर निगम की पिछले दिनों संपन्न हुई सशक्त स्थाई समिति की बैठक में सदस्यों ने नगर आयुक्त को हटाने का निर्णय लिया था। इसी संबंध में आज गया शहर के एक निजी होटल में लगभग 43 की संख्या में रहे वार्ड पार्षदों ने सशक्त स्थाई समिति के निर्णय पर अपनी सहमति जताई।
शहर के डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि नगर आयुक्त के कारण सफाई और पेयजल जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं से शहरवासियों को वंचित किया जा रहा है। नगर आयुक्त किसी भी बैठक को तवज्जो नहीं दे रहे हैं। जिस कारण पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। आने वाले समय में अगर नालों की सफाई नहीं हुई तो बरसात के मौसम में नालों का पानी सड़क पर बहेगा। वहीं जनप्रतिनिधियों के साथ नगर आयुक्त का हमेशा नकारात्मक रवैया रहा है। यही नहीं स्वच्छता अभियान के तहत चलाए गए संस्कृति कार्यक्रमों पर भी नगर आयुक्त सवाल उठा रहे हैं और उक्त कार्यक्रम में खर्च किए गए राशि में अनियमितता का बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। डिप्टी मेयर ने कई कागजात पत्रकारों के सामने प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने बताया कि सरकार के अन्य महोत्सव में कलाकारों को ज्यादा रकम देकर कार्यक्रम संपन्न कराया गया। जिसके अनुपात में गया नगर निगम ने काफी कम पैसे में कलाकारों को बुलाया और प्लास्टिक बैन, शराब मुक्ति सहित अन्य कार्यक्रमों की जानकारी जनता को दी। उन्होंने कहा कि सरकार अगर हमारी बातो को अनसुनी करती है तो हमलोग न्यायालय में जाएंगे। लगभग सभी पार्षदों ने निर्णय ले लिया है कि हर हालत में गया के नगर आयुक्त को हटाया जाए।
वहीं वार्ड पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि नगर आयुक्त द्वारा डिप्टी मेयर पर पैसे का बंदरबांट करने का आरोप लगाया गया है। वहीं डिप्टी मेयर भी नगर आयुक्त पर करोड़ों रुपए की राशि के गबन करने का आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में हम सरकार से मांग करते हैं कि एक कमेटी गठित कर दोनों पक्षों की निष्पक्ष जांच कराई जाए। जो पक्ष दोषी पाए जाएं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

बाइट- मोहन श्रीवास्तव, डिप्टी मेयर, गया।
बाइट- संजय सिन्हा, वार्ड पार्षद।

रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
गया।



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