गया: गया नगर निगम की पिछले दिनों संपन्न हुई सशक्त स्थाई समिति की बैठक में सदस्यों ने नगर आयुक्त को हटाने का निर्णय लिया था. इसी संबंध में बुधवार को शहर के एक निजी होटल में लगभग 43 की संख्या में वार्ड पार्षदों ने सशक्त स्थाई समिति के निर्णय पर अपनी सहमति जताई.
डिप्टी मेयर की दलील
डिप्टी मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त के कारण सफाई और पेयजल जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं से शहरवासियों को वंचित किया जा रहा है. नगर आयुक्त किसी भी बैठक को तवज्जो नहीं दे रहे हैं. इस कारण पेयजल की समस्या हो गई है. जनप्रतिनिधियों के साथ नगर आयुक्त का रवैया हमेशा नकारात्मक है. यही नहीं स्वच्छता अभियान के तहत चलाए गए सांस्कृति कार्यक्रमों पर भी नगर आयुक्त सवाल उठा रहे हैं और उक्त कार्यक्रम में खर्च किए गए राशि में गड़बड़ी का बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.
वार्ड पार्षद की मांग
वार्ड पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि नगर आयुक्त की ओर से डिप्टी मेयर पर पैसे की बंदरबांट के आरोप लगाए गए है. डिप्टी मेयर भी नगर आयुक्त पर करोड़ों रुपए की राशि के गबन करने का आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में सरकार से हमारी मांग है कि एक कमेटी गठित कर दोनों पक्षों की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.