गया: जिला में साइबर ठगों द्वारा लगातार बैंक खाताधारकों को निशाना बनाया जा रहा है. किसी ना किसी प्रकार से साइबर ठग बैंक ग्राहकों को अपने झांसे में ले रहे हैं. हर अकाउंट से चंद सेकंड में रुपये उड़ा रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला जिले के अलीपुर थाना में दर्ज कराया गया है.
ये भी पढ़ें..शेखपुरा: 4 साइबर ठग गिरफ्तार, देसी कट्टा और कारतूस के साथ एक हत्यारोपी भी चढ़ा हत्थे
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के केसपा ग्राम के रहने वाले अमित प्रकाश ने खाता से एक लाख सैंतालीस हजार रुपये की निकासी किये जाने का शिकायत दर्ज कराई है. पीड़ित श्री प्रकाश द्वारा दर्ज कराए गये शिकायत में कहा गया है कि लारी स्थित पीएनबी बैंक के शाखा में 80 हजार रुपये की चेक जमा करने को दिया था.
ये भी पढ़ें..नालंदा: लोन देने के नाम पर ठगी करने 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार, 56 पन्ने का ऑडरशीट बरामद
ठगों ने चेक के लिए मांगा ओटीपी
अमित प्रकाश ने कहा कि गुरुवार को बैंक का अधिकारी बता उनके मोबाइल पर कॉल आयी और ओटीपी और एटीएम कार्ड डिटेल मांगी गई. अमित झांसे में आ गये और ओटीपी और सारी डिटेल जानकारी बता दी. जिसके बाद साइबर ठगों ने उनके खाता में जमा एक लाख सैंतालीस हजार रुपये की निकासी कर ली. हालांकि, उनके खाता में जमा की गई 80 हजार का चेक की राशि अबतक जमा नहीं हुआ है.पीड़ित अमित प्रकाश ने अलीपुर थाना में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.
ये भी पढ़ें..सावधान: साइबर फ्रॉड से बचने के लिए बदलते रहें पिन-पासवार्ड
चेक जमा होने की जानकारी ठगों तक कैसे पहुंची
अमित ने अपने खाते में 80 हजार की चेक जमा की थी. इसकी जानकारी साइबर ठगों तक कैसे पहुंची. कहीं बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसा खेल तो नही चल रहा है ? पुलिस इन सब सवालों का जवाब ढूंढकर साइबर ठगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
ये भी पढ़ें..साइबर ठग चूना लगाने को हैं तैयार, आपकी सावधानी है आपका हथियार
सबसे जरूरी हैं ये सावधानियां
- साइबर ठग कभी दोस्ती, कभी ऑफर, डिस्काउंट, लॉटरी, नौकरी का झांसा देते हैं. लेकिन उनके हर पैतरे का मकसद होता है कि वो आपके बैंक खाते में रखे रुपयों पर हाथ साफ कर लें. इसलिये जैसे ही कोई आपके बैंक खाते से जुड़ी जानकारी आपसे मांगता है तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए.
- बैंक खाते से जुड़ी कोई भी जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें.
- खासकर ओटीपी, सीवीवी, एटीएम पिन जैसी जानकारियां किसी को भी ना दें.
- बैंक खाते, डेबिट-क्रेडिट कार्ड से जुड़ी कोई भी समस्या होने पर बैंक जाकर समस्या का समाधान करें.
- अज्ञात QR कोड या अज्ञात लिंक पर क्लिक ना करें
- कोई अज्ञात एप्लीकेशन डाउनलोड करने से पहले जांच परखकर फैसला लें.
- आधार और पैन से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां साझा ना करें.
सोशल मीडिया पर सावधानी जरूरी
फेसबुक, वाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम आज हम सोशल साइट्स से घिरे हुए हैं. कई लोगों का ज्यादातर वक्त इन्हीं सोशल साइट्स पर गुजरता है. यहां दोस्ती से लेकर अपने मन की बात होती है और कई बार तो अपनी पर्सनल जानकारियां तक भी डाली जाती हैं.
साइबर क्राइम से बचने के लिए अहम जानकारी
बिहार में लॉकडाउन के बाद से लगातार साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं. साइबर क्राइम को लेकर हम लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई के एसपी ने सोशल मीडिया या साइट्स पर हुए साइबर क्राइम के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किया है.
- साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर- 155260
- बच्चों के साथ हुए साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर-1098
- @cyberdost ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर आप अपनी कंप्लेन दर्ज करा सकते हैं.