दरभंगा : बेरोजगारी मुद्दे को लेकर बिहार में सियासत हो रही है. तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया तो सत्ताधारी दल के नेताओं ने उनपर वार करना शुरू कर दिया. पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि खुद की शिक्षा पूरी नहीं करने वाले नेता बिहार के 60 प्रतिशत युवाओं को रोजगार क्या देंगे?
दरअसल, बिहार विधान परिषद सदस्य के लिए दरभंगा शिक्षक क्षेत्र के एनडीए अधिकृत एमएलसी उम्मीदवार सुरेश प्रसाद राय के नामांकन के अवसर पर बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा दरभंगा पहुंचे. जहां उन्हें मिथिला की परंपरा के अनुसार पाग चादर से सम्मानित किया गया. वही मंत्री विनोद नारायण झा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो खुद की शिक्षा को पूरा नहीं कर सका, वो दूसरे को रोजगार देने की बात कह रहा है. इससे हास्यप्रद बात क्या हो सकती है. एनडीए की सरकार ने बिहार में 6 लाख लोगों को नौकरी दी.
15 साल बनाम 15 साल
इसके साथ ही विनोद नारायण झा ने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अपना कार्य योजना बताना चाहिए. दस लाख रोजगार देने की जो वो बात कह रहे हैं, क्या तेजस्वी यादव 10 लाख पिस्टल या कट्टा बांटेंगे? फिर से अपहरण उद्योग शुरू करेंगे? जब उनके माता पिता बिहार में थे, 15 सालो में 95 हजार लोगों की नौकरी हुई और बिहार में जब एनडीए की सरकार बनी, तो उन्होंने 6 लाख लोगों को नौकरी देने का काम किया है. वही उन्होंने कहा कि 3 लाख 49 हजार नौकरी तो सिर्फ प्राथमिक शिक्षकों को दी गयी है. इसीलिए नियुक्ति के मामले में हमारा रिकॉर्ड बहुत ही अच्छा है.
'10 लाख नौकरी का दिया जा रहा झांसा'
वही पीएचडी मंत्री विनोद नारायण झा ने तेजस्वी यादव पर प्रहार करते हुए कहा कि जो आदमी स्वयं की शिक्षा को पूरी नहीं कर सका, वे बिहार की जो 60 प्रतिशत युवाओं की आबादी है, उसे नौकरी देने की बात कहकर ठगने का काम कर रहा है. वही उन्होंने कहा कि ये वही परिवार है, जो रेलवे में नौकरी देने के लिए लोगों से जमीन लिया है. कांति सिंह को मंत्री बनाने के लिए उनका 10 डिसमिल जमीन डोनेट करना पड़ा. गोपालगंज में रघुनाथ झा का एनएच पर भव्य मकान था, जिसे डोनेट करने के बाद केंद्र में वे मंत्री बने. वहीं उन्होंने कहा कि तेजस्वी शब्दों की जाल से अपने मां-बाप की असफलता को छुपाना चाहते है. जो छुपने वाला नहीं है.