दरभंगा: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से 17 से 24 फरवरी तक आयोजित होने वाली मैट्रिक परीक्षा में जाले प्रखंड बीईओ ने वीक्षण कार्य के लिए नामित शिक्षकों की सूची निर्गत की है. इस सूची को तैयार करने में जिला शिक्षा कार्यालय की बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस सूची में ऐसे लोगों के नाम भी शामिल हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है, या सेवानृवित हो चुके हैं, या फिर दूसरे स्कूलों में स्थानांतरित हो गए हैं.
बीईओ की बड़ी लापरवाही
जाले प्रखंड के बीईओ की ओर से निर्गत पत्र के क्रम संख्या 190 पर अंकित शिक्षक श्रीकांत झा, मध्य विधालय अहियारी गोट में पदास्थापित थे, जिनकी मृत्यु जनवरी 2019 में ही हुई थी. वहीं, पत्र के क्रम संख्या 195 पर अंकित शिक्षिका कुमारी इंदु मध्य विधालय कमतौल(बालक) में पदस्थापित थी, जिनकी मृत्यु अक्टूबर 2019 में हुई थी. इनके साथ ही आधा दर्जन से अधिक शिक्षक ऐसे हैं, जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं.
सूचना के अभाव में हुई गलती
वहीं, इस मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी महेश प्रसाद सिंह का कहना है कि जिन शिक्षकों का माईग्रेशन समाहरणालय के एनआईसी से हुआ है, उसमें 2-4 ऐसे शिक्षक मिले थे. उन्हें रिप्लेस कर दिया गया है. नया लेटर जारी कर उनकी जगह दूसरे शिक्षकों को नियुक्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सूचना के अभाव में ऐसा हुआ है.
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