दरभंगा: कोरोना वायरस के खौफ की वजह से कई परिवारों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है. इन हालातों में स्थानीय प्रशासन की संवेदनहीनता सामने आई है. मनीगाछी ब्लॉक के बेहटा गांव के एक शख्स अमरदीप कुमार मिश्रा ने डीएम से मदद की गुहार लगाई, जिसपर जिलाधिकारी ने बी़डीओ को मदद का आदेश दिया. लेकिन हद तो तब हो गई जब बीडीओ ने बिना जांच-पड़ताल के ही पीड़ित शख्स को झूठा करार देते हुए डीएम को गलत रिपोर्ट भेज दी.
डीपीआरओ ने मीडिया ग्रुप पर शेयर की बीडीओ की रिपोर्ट
दरअसल बीडीओ की इस रिपोर्ट को डीपीआरओ ने मीडिया के ग्रुप पर शेयर कर दिया. इसके बाद पीड़ित शख्स के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी होने लगी. हालांकि बाद में मीडिया में खबर चलने के बाद दरभंगा व्यवहार न्यायालय के सब जज और जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव दीपक कुमार मामले की जांच करने खुद गांव पहुंचे. जांच के बाद उन्होंने पाय कि अमरदीप की आर्थिक स्थिति वाकई ठीक नहीं है और उसके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने फौरन पंचायत के मुखिया-सरपंच को मौके पर तलब किया और अमरदीप को राशन और पैसे की मदद दिलवाई.
सिविल कोर्ट वकील के मुंशी का काम करते है अमरदीप
अमरदीप ने बताया कि वो दरभंगा सिविल कोर्ट में एक वकील के पास रह कर मुंशी का काम करते है. जनता कर्फ्यू के बाद से ही वो कोर्ट नहीं जा सके. इसकी वजह से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई. उन्होंने गांव के ही एक व्यक्ति से उधार लेकर कुछ सामान खरीदा था जो खत्म हो गया. इसके बाद उन्होंने कई दूसरे लोगों से भी मदद मांगी लेकिन कहीं से भी मदद नहीं मिल सकी. परिवार में उनके अलावा पत्नी और दो बच्चे हैं. खाने के लिए कुछ भी घर में नहीं है इसलिए पत्नी और बच्चों को मायके भेज दिया है.
'किसी भी व्यक्ति को भूख से न मरने दें'
दरभंगा व्यवहार न्यायालय के सब जज दीपक कुमार ने कहा कि अमरदीप के मामले में जब बीडीओ की रिपोर्ट मीडिया में वायरल हुई तो उन्होंने इसकी खुद ही जांच करने का फैसला किया. उन्होंने मनीगाछी थाना प्रभारी से अमरदीप के घर जाकर स्थिति का पता लगाने को कहा. थाना प्रभारी ने ही रिपोर्ट दी कि ये व्यक्ति वाकईे अभाव का शिकार है. उसके बाद वे खुद ही यहां आए और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि अगर बीडीओ ने ये रिपोर्ट भेजी है तो वह बिल्कुल गलत है. उन्होंने अमरदीप के लिए कुछ लोगों के सहयोग से राशन और पैसे की मदद दिलवाई. दीपक कुमार ने कहा कि महामारी के इस संकट में सभी सक्षम लोगों सेे अपील करते हैं कि किसी भी व्यक्ति को भूख से न मरने दें.