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'चुनावी राजनीति में फंस गया दरभंगा एम्स, DMCH की अतिक्रमित जमीन आवंटन से निर्माण में आएगी बाधा' - डीएमसीएच

दरभंगा एम्स (Darbhanga AIIMS) के साथ मंजूर हुए देश के कई दूसरे एम्स का निर्माण पूरा हो चुका है. कई में ओपीडी की शुरुआत भी हो चुकी है, लेकिन दरभंगा में अब तक जमीन पर कोई भी काम नहीं हो सका है. इस वजह से यहां कि लोगों में इसको लेकर आक्रोश है. पूर्व विधायक अमरनाथ गामी (Amarnath Gami) ने देरी के लिए बिहार सरकार (Bihar Government) को जिम्मेदार ठहराया है.

अमरनाथ गामी
अमरनाथ गामी
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Published : Nov 11, 2021, 7:42 PM IST

दरभंगा: हायाघाट से पूर्व विधायक अमरनाथ गामी (Amarnath Gami) ने दरभंगा एम्स (Darbhanga AIIMS) के निर्माण में हो रही देरी को लेकर बिहार सरकार (Bihar Government) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल का सपना दिखाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish KUmar) लोगों को ठग रहे हैं.

ये भी पढ़ें: जल्द होगा दरभंगा एम्स का शिलान्यास: सांसद गोपाल जी ठाकुर

दरभंगा में अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमरनाथ गामी ने कहा कि दरभंगा एम्स चुनावी राजनीति में फंस गया है. इसका सपना दिखाकर नीतीश कुमार लोगों को ठग रहे हैं. उन्होंने कहा कि एम्स के निर्माण में अभी कई सारी अड़चनें और बाधाएं हैं, जिनकी वजह से इसे बनने में वर्षों लग सकता हैं.

अमरनाथ गामी का बयान

पूर्व विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में ज्यादा मरीजों की संख्या को देखते हुए दूसरे एम्स को मंजूरी दी थी. बिहार सरकार ने उसे दरभंगा में बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी इस पर काम शुरू नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि 1 साल पहले केंद्रीय कैबिनेट ने एम्स के लिए 1264 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी. उसके 6 महीने बीत जाने के बाद बिहार कैबिनेट ने 2 नवंबर को भूमि का हस्तांतरण किया है. डीएमसीएच (DMCH) कि जिस 200 एकड़ भूमि का आवंटन एम्स निर्माण के लिए किया गया है, वह कई जगहों पर अतिक्रमित है और जलजमाव से ग्रसित है.

अमरनाथ गामी ने कहा कि जब केंद्रीय एजेंसी निर्माण का काम शुरू करेगी तो कई जगहों पर जमीन को लेकर विवाद होगा. उन्होंने कहा कि एजेंसी बिहार सरकार से विधि-व्यवस्था की समस्या हल करने और विवाद खत्म करा कर भूमि सौंपने को कहेगी. इसकी वजह से एम्स के निर्माण में कई सारी बाधाएं आएंगी और सालों तक यह मामला लटका रहेगा.

पूर्व विधायक ने कहा कि ज्यादा बेहतर होगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ग्रामीण क्षेत्र में सस्ती दर पर 200 एकड़ जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition for Darbhanga AIIMS) कर केंद्र सरकार को सौंप दें. उन्होंने कहा कि इससे नई जगह पर शहर का विकास होगा और उससे जो राजस्व मिलेगा, उसी से मुआवजे का खर्च पूरा हो जाएग. उन्होंने कहा इस तरीके से एम्स का निर्माण जल्द हो जाएगा और लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा.

ये भी पढ़ें: 'शराब से मौत पर CM नीतीश के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाएं उनके परिजन'

आपको बता दें कि 2015 के केंद्रीय बजट में बिहार में दूसरे एम्स जैसे अस्पताल के निर्माण के लिए बजट का प्रावधान किया गया था. बिहार सरकार ने 2019 में दरभंगा में एम्स बनाए जाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था. इसके बाद केंद्र सरकार ने 2020 में दरभंगा एम्स के लिए 1264 करोड़ की राशि स्वीकृत की थी. 2 नवंबर को राज्य सरकार ने दरभंगा एम्स के निर्माण के लिए डीएमसीएच की 200 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को हस्तांतरित की है.

दरभंगा: हायाघाट से पूर्व विधायक अमरनाथ गामी (Amarnath Gami) ने दरभंगा एम्स (Darbhanga AIIMS) के निर्माण में हो रही देरी को लेकर बिहार सरकार (Bihar Government) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल का सपना दिखाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish KUmar) लोगों को ठग रहे हैं.

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दरभंगा में अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमरनाथ गामी ने कहा कि दरभंगा एम्स चुनावी राजनीति में फंस गया है. इसका सपना दिखाकर नीतीश कुमार लोगों को ठग रहे हैं. उन्होंने कहा कि एम्स के निर्माण में अभी कई सारी अड़चनें और बाधाएं हैं, जिनकी वजह से इसे बनने में वर्षों लग सकता हैं.

अमरनाथ गामी का बयान

पूर्व विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में ज्यादा मरीजों की संख्या को देखते हुए दूसरे एम्स को मंजूरी दी थी. बिहार सरकार ने उसे दरभंगा में बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी इस पर काम शुरू नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि 1 साल पहले केंद्रीय कैबिनेट ने एम्स के लिए 1264 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी. उसके 6 महीने बीत जाने के बाद बिहार कैबिनेट ने 2 नवंबर को भूमि का हस्तांतरण किया है. डीएमसीएच (DMCH) कि जिस 200 एकड़ भूमि का आवंटन एम्स निर्माण के लिए किया गया है, वह कई जगहों पर अतिक्रमित है और जलजमाव से ग्रसित है.

अमरनाथ गामी ने कहा कि जब केंद्रीय एजेंसी निर्माण का काम शुरू करेगी तो कई जगहों पर जमीन को लेकर विवाद होगा. उन्होंने कहा कि एजेंसी बिहार सरकार से विधि-व्यवस्था की समस्या हल करने और विवाद खत्म करा कर भूमि सौंपने को कहेगी. इसकी वजह से एम्स के निर्माण में कई सारी बाधाएं आएंगी और सालों तक यह मामला लटका रहेगा.

पूर्व विधायक ने कहा कि ज्यादा बेहतर होगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ग्रामीण क्षेत्र में सस्ती दर पर 200 एकड़ जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition for Darbhanga AIIMS) कर केंद्र सरकार को सौंप दें. उन्होंने कहा कि इससे नई जगह पर शहर का विकास होगा और उससे जो राजस्व मिलेगा, उसी से मुआवजे का खर्च पूरा हो जाएग. उन्होंने कहा इस तरीके से एम्स का निर्माण जल्द हो जाएगा और लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा.

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आपको बता दें कि 2015 के केंद्रीय बजट में बिहार में दूसरे एम्स जैसे अस्पताल के निर्माण के लिए बजट का प्रावधान किया गया था. बिहार सरकार ने 2019 में दरभंगा में एम्स बनाए जाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था. इसके बाद केंद्र सरकार ने 2020 में दरभंगा एम्स के लिए 1264 करोड़ की राशि स्वीकृत की थी. 2 नवंबर को राज्य सरकार ने दरभंगा एम्स के निर्माण के लिए डीएमसीएच की 200 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को हस्तांतरित की है.

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