नई दिल्ली : देश के 65 फीसदी कारोबारियों ने माना कि उन्हें ऑनलाइन धोखाधड़ी से संबंधित नुकसान में वृद्धि का अनुभव हुआ, जिनमें खाते को हथिया लेने और फर्जी खाते खोलने से संबंधित शिकायतें रहीं हैं. ये बातें मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आई हैं.
आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली कंपनी एक्सपेरियन की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 87 फीसदी कारोबारियों ने धोखाधड़ी से होने वाले नुकसान को लेकर चिंता जाहिर की है.
एक्सपेरियन की 'आईडेंटिटी एंड फ्रॉड-2019' की एशिया-पैसिफिक संस्करण की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय उपभोक्ता सुरक्षा को ऑनलाइन अनुभव का सबसे विश्वसनीय तत्व मानते हैं. विश्वसनीय ऑनलाइन रिलेशनशिप कारोबारियों से ही बनती है, जो उपभोक्ताओं को सुरक्षित वातावरण और ऑनलाइन रहने के समय में उन्हें शानदार अनुभव मुहैया कराते हैं. सर्वे में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 6,000 उपभोक्ताओं ने भाग लिया है.
रिपोर्ट के अनुसार, 71 फीसदी उपभोक्ताओं ने ऑनलाइन रहते हुए सुरक्षा को सबसे ज्यादा महत्व दिया. 15 फीसदी उपभोक्ताओं ने नेट सर्फिग के वक्त ज्यादा सुविधाओं और 14 फीसदी उपभोक्ताओं ने निजीकरण को महत्व दिया.
एशिया प्रशांत क्षेत्र के 590 कारोबारियों पर किए गए सर्वे के मुताबिक 65 फीसदी व्यापारियों ने पिछले 12 महीने में ऑनलाइन फ्रॉड होने से नुकसान के मामलों में बढ़ोतरी का अनुभव किया है. इसमें अकाउंट को हैक कर रुपये निकालने और जाली खाते खुलवाने के मामले शामिल हैं.
सर्वे में भाग लेने वाले बहुत से लोगों का मानना था कि आजकल कारोबार के लिए अतिसंवेदनशील माहौल में वे ऑनलाइन सुविधाएं प्राप्त करने के लिए अपनी निजता की कुबार्नी दे रहे हैं.
एक्सपिरियन इंडिया के कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर सत्या कल्याणसुंदरम ने कहा, "एक्सपेरियन आईडेंटिटी और फ्रॉड 2019 की एशिया-पैसिफिक संस्करण की रिपोर्ट बिजनेस में ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की जरूरत को उभारती है. आज कंपनियां अपने उपभोक्ताओं को शानदार अनुभव दिलाने के लिए नए-नए समाधान पेश कर रही है, लेकिन उपभोक्ताओं के आंकड़ों और सूचना को सुरक्षित कर उन्हें नुकसान पहुंचाने के खतरे पर भी ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है."
ये भी पढ़ें : भारत को ईरान से तेल आयात का विकल्प तलाशने की चुनौती: रिपोर्ट