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JPU में प्राध्यापकों का घोर अभाव,अस्थायी शिक्षकों से बहुरेंगे कॉलेजों के दिन - सारन न्यूज

विश्वविद्यालय स्तर पर अतिथि शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया शुरु कर दी गई हैं. जल्द ही राज्य सरकार की ओर से भी इसकी प्रक्रिया शुरु होने वाली है. उसके बाद सभी महाविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भर लिया जाएगा.

जयप्रकाश विश्वविद्यालय
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Published : Jun 15, 2019, 9:06 AM IST

सारन: जिले के छपरा शहर में स्थित जयप्रकाश विश्वविद्यालय के विभिन्न अंगीभूत महाविद्यालयों में प्राध्यापकों का घोर अभाव है. ऐसे में अधिकतर विभाग बिना शिक्षकों के ही चल रहे हैं. लेकिन जल्द ही यहां के सभी अंगीभूत महाविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की बहाली कर इसे पूरा किया जाएगा. जल्द ही राज्य सरकार की ओर से स्थायी रूप से प्राध्यापकों की नियुक्ति करने की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है.

विवि में नियोजन की प्रक्रिया शुरु

विश्वविद्यालय स्तर पर अतिथि शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया शुरु कर दी गई हैं. जल्द ही राज्य सरकार की ओर से भी इसकी प्रक्रिया शुरु होने वाली है. उसके बाद सभी महाविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भर लिया जाएगा और एक जुलाई से पठन-पाठन भी शुरू हो जाएगा.

मामले की जानकारी देते जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीआरओ

स्थायी शिक्षकों की भी होगी नियुक्ति

जेपीयू के पीआरओ प्रो. केदारनाथ ने बताया कि जेपीयू के अंगीभूत महाविद्यालयों में बगैर शिक्षकों के कई विभागों का संचालन किया जा रहा था, लेकिन जल्द ही अतिथि शिक्षकों के अलावे राज्य सरकार की ओर से स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है.

कहीं इतिहास तो कहीं जंतु विज्ञान के शिक्षकों की कमी

शहर के रामजयपाल महाविद्यालय में इतिहास विभाग, जगदम कॉलेज में जंतु विज्ञान व राजनीतिक विज्ञान विभाग, जयप्रकाश महिला महाविद्यालय में गृह विज्ञान व संगीत विभाग शिक्षक विहीन था. वहीं शहर के गंगा सिंह कॉलेज के जंतु विज्ञान विभाग के एक शिक्षक तीन-तीन दिन के शिफ़्ट में पढ़ाने आते थे. इसके बावजूद भी छात्र-छात्राएं किसी तरह परीक्षा पास कर रहे थे.

सारन: जिले के छपरा शहर में स्थित जयप्रकाश विश्वविद्यालय के विभिन्न अंगीभूत महाविद्यालयों में प्राध्यापकों का घोर अभाव है. ऐसे में अधिकतर विभाग बिना शिक्षकों के ही चल रहे हैं. लेकिन जल्द ही यहां के सभी अंगीभूत महाविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की बहाली कर इसे पूरा किया जाएगा. जल्द ही राज्य सरकार की ओर से स्थायी रूप से प्राध्यापकों की नियुक्ति करने की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है.

विवि में नियोजन की प्रक्रिया शुरु

विश्वविद्यालय स्तर पर अतिथि शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया शुरु कर दी गई हैं. जल्द ही राज्य सरकार की ओर से भी इसकी प्रक्रिया शुरु होने वाली है. उसके बाद सभी महाविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भर लिया जाएगा और एक जुलाई से पठन-पाठन भी शुरू हो जाएगा.

मामले की जानकारी देते जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीआरओ

स्थायी शिक्षकों की भी होगी नियुक्ति

जेपीयू के पीआरओ प्रो. केदारनाथ ने बताया कि जेपीयू के अंगीभूत महाविद्यालयों में बगैर शिक्षकों के कई विभागों का संचालन किया जा रहा था, लेकिन जल्द ही अतिथि शिक्षकों के अलावे राज्य सरकार की ओर से स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है.

कहीं इतिहास तो कहीं जंतु विज्ञान के शिक्षकों की कमी

शहर के रामजयपाल महाविद्यालय में इतिहास विभाग, जगदम कॉलेज में जंतु विज्ञान व राजनीतिक विज्ञान विभाग, जयप्रकाश महिला महाविद्यालय में गृह विज्ञान व संगीत विभाग शिक्षक विहीन था. वहीं शहर के गंगा सिंह कॉलेज के जंतु विज्ञान विभाग के एक शिक्षक तीन-तीन दिन के शिफ़्ट में पढ़ाने आते थे. इसके बावजूद भी छात्र-छात्राएं किसी तरह परीक्षा पास कर रहे थे.

Intro:डे प्लान वाली ख़बर हैं
MOJO KIT NUMBER:-577
SLUG:-GUEST FACULTY KE SAHARE CHALENGE COLLEGE
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/SARAN/BIHAR

Anchor:- जयप्रकाश विश्वविद्यालय के विभिन्न अंगीभूत महाविद्यालयों में प्राध्यापकों का घोर अभाव है ऐसे में अधिकतर विभाग वगैर शिक्षकों के चल रहा हैं और इतना ही नही बल्कि नामांकन के बाद परीक्षा प्रपत्र भी भरा गया हैं और छात्र परीक्षा देकर अच्छे अंको के साथ पास भी कर गए है।

लेकिन जल्द ही जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत महाविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की बहाली कर इसे पूरा कर लिया जाएगा और राज्य सरकार की ओर से भी स्थायी रूप से प्राध्यापकों की नियुक्ति करने करने की प्रक्रिया शुरू होने वाली हैं।


Body:जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीआरओ प्रो केदारनाथ ने बताया कि जेपीयू के अंगीभूत महाविद्यालयों में वगैर शिक्षकों के कई विभागों का संचालन किया जा रहा था लेकिन अतिति शिक्षकों के अलावे राज्य सरकार की ओर से शिक्षकों की स्थायी रूप से नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होने वाली हैं।

विश्वविद्यालय स्तर पर अतिति शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई हैं और राज्य सरकार की ओर से अभी शुरू नही हुई हैं लेकिन जल्द ही इसकी प्रक्रिया शुरू होने वाली हैं उसके बाद सभी महाविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भर लिया जाएगा और एक जुलाई से पठन पाठन शुरू हो जाएगा।

byte:-प्रो केदारनाथ, पीआरओ, जेपीयू, छपरा


Conclusion:मालूम हो कि राजेन्द्र कॉलेज को छोड़कर सभी कॉलेजो में शिक्षकों की घोर कमी था जिस कारण कॉलेजों की शैक्षणिक व्यवस्था चरमरा गई थी जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा था और नियमित रूप से वर्ग संचालन में बाधाएं उत्पन्न हो रही थी।

शहर के रामजयपाल महाविद्याल में इतिहास विभाग शिक्षक विहीन था लेकिन यहां पुरातन छात्रों के द्वारा विभागों में नामांकित छात्रों को पढ़ाया जाता था।

वही शहर के गंगा सिंह कॉलेज के जंतु विज्ञान विभाग के एक शिक्षक तीन-तीन दिन के शिफ़्ट में पढ़ाने आते थे इतना ही नही जगदम कॉलेज के जंतु विज्ञान व राजनीतिक विज्ञान विभाग में एक भी शिक्षक नही था वहीं शहर के जयप्रकाश महिला महाविद्याल में गृह विज्ञान व संगीत विषय मे एक भी शिक्षकों के नही रहने से छात्रों के बीच पढ़ाई की उचित व्यवस्था ही नही था लेकिन किसी तरह परीक्षा पास कर रहे थे।
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