जोधपुर : केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एकबार फिर राज्य में बिजली संकट को लेकर गहलोत सरकार (Shekhawat targeted Gehlot government on power crisis) पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आखिर कांग्रेस सरकार के समय ही बिजली संकट क्यों गहराता है? इसकी जांच हो तो लंबे भ्रष्टाचार के तंत्र महंगी बिजली खरीदने के नाम पर जरूर मिलेंगे. इससे पहले शनिवार को भी उन्होंने बिजली संकट और महंगी बिजली खरीदने के नाम पर प्रदेश में बड़ा घोटाला किए जाने का अंदेशा जताते हुए प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था.
रविवार को भाजपा की संगठनात्मक बैठकों के कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मंत्री शेखावत (Shekhawat on power crisis) ने कहा कि जब-जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आती है जैसे अभी भी कांग्रेस की ही सरकार है और वर्ष 2008-13 के बीच में इनकी सरकार थी, उससे पहले भी कांग्रेस की सरकार 1998-2003 तक रही है तो ये बिजली संकट सीएम अशोक गहलोत के समय ही क्यों खड़ा होता है. गहलोत के सीएम रहने के दौरान ही बिजली कटौती की स्थिति क्यों बनती है? इस बात की जांच मीडिया को भी करनी चाहिए. यदि इसकी जांच करेंगे तो इसमें बहुत लंबे भ्रष्टाचार के तंत्र महंगी बिजली खरीदने के नाम पर जरूर मिलेंगे.
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अक्षय ऊर्जा भविष्य की ऊर्जा : अक्षय ऊर्जा से जुड़े सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निश्चित ही यह भविष्य की ऊर्जा है. जिस तरह से जलवायु परिवर्तन का इंपैक्ट पूरी दुनिया में है. पूरी दुनिया जिस तरह से डरी और सहमी हुई है उसे देखते हुए यह तय किया है कि ग्लोबल टेंपरेचर को 2 डिग्री वृद्धि तक ही सीमित रखने के लिए हम अक्षय ऊर्जा पर काम करेंगे. मुझे इस बात की प्रसन्नता है इस एग्रीमेंट में भारत एकमात्र ऐसा देश है, जिसने 40,000 मेगावाट अक्षय ऊर्जा बनाने के कमिटमेंट से अधिक लक्ष्य प्राप्त किया है. पूरी दुनिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस दिशा में एक रोल मॉडल बना है.