धर्मशाला: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा करीब एक महीने के दौरे के बाद अपने निवास मैक्लोडगंज लौट आए हैं. दलाई लामा करीब एक महीने तक बिहार के बोधगया प्रवास पर थे. शुक्रवार सुबह दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने कुछ कार्यक्रमों में शिरकत की और फिर कांगड़ा लौट आए. दलाई लामा का कोविड काल के बाद यह पहला बोधगया का दौरा था.
हवाई अड्डे के बाहर दलाई लामा का स्वागत- दलाई लामा की फ्लाइट करीब आज सुबह 11 बजे कांगड़ा हवाई अड्डे पर उतरी. जहां दलाई लामा के स्वागत के लिए तिब्बती लोग भी भारी संख्या में कांगड़ा हवाई अड्डे पर पहुंचे हुए थे. जैसे ही तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा हवाई अड्डे से बाहर निकले तो तिब्बती लोगों ने तिब्बती पारंपरिक तरीके से दलाई लामा का स्वागत किया.
दलाई लामा ने लोगों को दिया ये संदेश- वहीं, पत्रकारों से बातचीत करते हुए तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि वे करीब एक महीने से बोधगया में थे और आज धर्मशाला लौटे हैं. उन्होंने कहा कि अपने बोधगया दौरे के दौरान उन्होंने कई लोगों से मुलाकात की और भारत के अहिंसा और करुणा के संदेश को पहुंचाया. तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक, स्थिर और अच्छा देश है.
दौरे के दौरान कई कार्यक्रमों में लिया हिस्सा- अपने बोधगया दौरे के दौरान तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने बोधगया में बौद्ध भिक्षुओं को शिक्षा दीक्षा दी. इसके अलावा भी उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. वहीं, दलाई लामा का स्वागत करने के लिए तिब्बती लोग कांगड़ा हवाई अड्डे से लेकर मैक्लोडगंज तक जगह-जगह सड़क किनारे खड़े हुए थे. जैसे ही दलाई लामा का काफिला कांगड़ा हवाई अड्डे से निकलकर मैक्लोडगंज के लिए रवाना हुआ तो तिब्बती धर्मगुरु ने भी सड़क के किनारे खड़े हुए तिब्बतियों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया.