बेतिया : तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर फर्जी वीडियो बनाने के आरोप में यूट्यूबर मनीष कश्यप तमिलनाडु जेल में बंद हैं, उनको पेशी के लिए बेतिया लाया गया, जहां स्टेशन पर पहुंचते ही किसी नेताओं की तरह मनीष कश्यप का स्वागत किया गया. लगातार फूलों की बौछार हो रही थी. पुलिस भी फूलों की पंखुड़ियों से ढंक गई. पुलिस के लाख डराने के बावजूद समर्थक पीछे नहीं हट रहे थे. पुलिस जैसे तैसे स्टेशन के बाहर लेकर पहुंची.
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मनीष कश्यप का नेताओं सरीखे स्वागत : बेतिया स्टेशन के बाहर बड़ी संख्या में मनीष कश्यप के समर्थक खड़े थे. उन्हें देखते ही उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी. तमिलनाडु पुलिस को यकीन ही नहीं हो रहा था कि एक यूट्यूबर के लिए इतनी भीड़ कैसे पहुंच गई. लोग उन्हें अपने कैमरे में कैद कर लेना चाह रहे थे. पुलिस को स्टेशन से बाहर ले जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. पेशी के बाद मनीष को गाड़ी तक ले जाने में भी खूब पसीना बहाना पड़ा.
समर्थकों ने की फूलों की बरसात : स्टेशन पर पहुंचे उनके समर्थकों ने उनका फूल माला से स्वागत किया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में उनके फैन्स मौजूद थे. चारों तरफ से तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को घेरे हुई थी. दूसरे घेरे में बिहार पुलिस थी. पीछे से मनीष कश्यप के समर्थक नारेबाजी कर रहे थे. फूलों की लगातार बारिश कर रहे थे. मनीष कश्यप सिर पर आर्मी कलर की टोपी, सफेद टीशर्ट जिसपर 'इंडिपेंडेंस डे' लिखा हुआ था. जैसे ही मनीष कश्यप ट्रेन से नीचे उतरे अफरा-तफरी मच गई.
पेशी के लिए लाया गया था बेतिया : पेशी में बेतिया आने की खबर मिलते ही मनीष कश्यप के समर्थकों ने बेतिया स्टेशन से जिला कोर्ट की तरफ कूच किया. वहां पर भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था. पुलिस से ज्यादा मनीष के समर्थक थे. मनीष कश्यप को बेतिया कोर्ट से सीधे पटना ले जाया गया जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया.
स्वागत देख जब भड़क गई तमिलनाडु पुलिस.. : बेतिया में मनीष समर्थक जिस तरह से नारेबाजी कर रहे थे, मनीष कश्यप का स्वागत किया, उससे तमिलनाडु पुलिस भी भड़की हुई थी. बार-बार मना करने के बावजूद उनपर गेंदे का फूल उछाला जा रहा था. साथ पूरे रास्ते उनकी रिहाई को लेकर लोग नारेबाजी हो रही थी. मनीष कश्यप के समर्थकों का कहना है कि तमिलनाडु सरकार और बिहार सरकार मनीष कश्यप को फंसा रही है.
क्या है आरोप और मामला ? : गौरतलब है कि मनीष कश्यप पर प्रवासी मजदूरों पर हमले का तमिलनाडु में फर्जी वीडियो बनाने का आरोप लगा है. बिहार में आर्थिक अपराध ईकाई ने भी मनीष कश्यप पर प्राथमिकी दर्ज की है. बिहार में कई दिनों तक फरार रहने के बाद 18 मार्च 2023 को मनीष कश्यप ने बेतिया के जगदीशपुर थाने में सरेंडर किया. पुलिस उनके घर कुर्की करने पहुंची हुई थी. 30 मार्च को तमिलनाडु पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई.
मनीष कश्यप पर लगा है NSA : मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में NSA लगाया गया है. इसके बाद से वह तमिलनाडु की जेल में बंद हैं. उनकी ओर से सुप्रीम कोर्ट में सभी केस को एक जगह चलाने की मांग की थी जिसके बाद सर्वोच्च अदालत ने उनकी बेल और याचिका को सुनने से ही इंकार कर दिया.