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Siwan Hooch Tragedy : बिहार के सिवान में मरने वालों की संख्या हुई 7, कई गंभीर.. 12 गिरफ्तार

बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मौत का मामले लगातार सामने आ रहे हैं. छपरा के बाद अब सिवान में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हुई है. कई लोगों का इलाज अभी अस्पताल में चल रहा है. मौत की संख्या बढ़ भी सकती है.

सिवान में 5 लोगों की  जहरीली शराब से मौत
सिवान में 5 लोगों की जहरीली शराब से मौत
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Published : Jan 23, 2023, 9:03 AM IST

Updated : Jan 23, 2023, 2:28 PM IST

सिवान में 5 लोगों की जहरीली शराब से मौत

सिवानः बिहार के सिवान (Siwan Hooch Tragedy) जिले के नबीगंज थाना क्षेत्र के बाला गांव में जहरीली शराब पीने से कई लोग बीमार हो गए. गांव के लक्षमण प्रसाद के 40 वर्षीय पुत्र जनक बिंद उर्फ जनक प्रसाद और नरेश बिंद की अचानक रात में पेट में दर्द की शिकायत हुई और आंख से कम दिखने लगा. परिजनों ने दोनों को सिवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों की टीम ने दोनों को मृत घोषित (Death In Siwan After Drinking Poisonous Liquor) कर दिया. इसके बाद इलाज के दौरान और भी लोगों की मौत हो गई. इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

ये भी पढ़ेंः छपरा शराब कांड: अब तक 75 लोगों की गई जान, प्रशासन ने की 67 मौतों की पुष्टि

मामले की लीपापोती में जुटा प्रशासनः घटना के संबंध में परिजनों ने बताया जाता है कि दोनों को अचानक रात के समय पेट में दर्द शुरू हो गया और आंखों से धुंधला नजर आने लगा. इसके बाद दोनों को आनन-फानन में सिवान सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. परिवार वालों ने भी शराब पीने की बात कही है. घटना के बाद मृतक के परिजनों में गम का माहौल जरूर है. मृतकों की पहचान नरेश बीन, जनक प्रसाद, रमेश रावत, सुरेन्द्र मांझी और लछन देव राम के रूप में हुई है.

जहरीली शराब से मौत की पुष्टि नहींः वहीं, शराब से मौत की खबर सुनकर अस्पताल पहुंची प्रशासन की टीम में पीजीआरओ अभिषेक कुमार चंदन, ड्यूटी पर तैनात अनिल कुमार सिंह, सदर अस्पताल मैनेजर एसरारुलहक उर्फ बीजू ने हालात का जायजा लिया था. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी. अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.

लोगों ने किया है जहरीली शराब का सेवनः बाला गांव के दो व्यक्तियों की मौत के बारे में उसी गांव के जिला पार्षद सदस्य रमेश कुमार ने टेलीफोन पर बातचीत में बताया कि गांव के कुछ लोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया था, जिसके बाद दो लोगों को सिवान सदर अस्पताल भेजा गया था, जिनकी मौत हो चुकी है. वहीं कई अन्य लोग अभी भी बीमार हैं. पूरे गांव में पुलिस कैम्प कर रही है.

"कुछ लोगों ने जहरीली शराब पी है. शराब पीने वाले 8 लोग बीमार हैं, दो की मौत हो चुकी है. दोनों को सिवान सदर अस्पताल में भेजा गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है.पुलिस पूरे गांव में कैम्प कर रही है"- रमेश कुमार, जिला परिषद सदस्य

''हमें विभिन्न सूत्रों से ग्राम बाला में संदिग्ध हालत में कुछ लोगों के मृत होने और कुछ लोगों के बीमार होने की सूचना मिली थी. हमने टीम बनाकर वहां जांच की है. रात के 12:30 तक 10 लोग आए जिसमें 1 व्यक्ति की मृत्यु यहां आने के दौरान हो गई.'' - अमित कुमार पांडेय, DM, सिवान

छपरा में 75 लोगों की हुई थी मौतः आपको बता दें कि पिछले महीने ही छपरा में जहरीली शराब पीने से 75 लोगों की मौत हुई थी. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं थीं. इस मामले में पुलिस अभी जांच कर ही रही है कि अब सिवान में जहरीली शराब ने दो लोगों की जान ले ली. छपरा मामले में मनवाधिकार की टीम भी जांच करने पहुंची थी, जिसमें कई बातें खुलकर सामने आईं थी. गांव के लोगों ने टीम को बताया था कि कैसे शराब तस्कर गांव में ही जहरीली शराब बनाकर इसकी तस्करी करते हैं, लेकिन ऐसे तमाम मामलों में प्रशासन की भूमिका अक्सर शक के घेरे में नजर आती है, क्योंकि प्रशासन की ओर से शराब पीने से मौत की पुष्टि होने में काफी समय लग जाता है.

सिवान में 5 लोगों की जहरीली शराब से मौत

सिवानः बिहार के सिवान (Siwan Hooch Tragedy) जिले के नबीगंज थाना क्षेत्र के बाला गांव में जहरीली शराब पीने से कई लोग बीमार हो गए. गांव के लक्षमण प्रसाद के 40 वर्षीय पुत्र जनक बिंद उर्फ जनक प्रसाद और नरेश बिंद की अचानक रात में पेट में दर्द की शिकायत हुई और आंख से कम दिखने लगा. परिजनों ने दोनों को सिवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों की टीम ने दोनों को मृत घोषित (Death In Siwan After Drinking Poisonous Liquor) कर दिया. इसके बाद इलाज के दौरान और भी लोगों की मौत हो गई. इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

ये भी पढ़ेंः छपरा शराब कांड: अब तक 75 लोगों की गई जान, प्रशासन ने की 67 मौतों की पुष्टि

मामले की लीपापोती में जुटा प्रशासनः घटना के संबंध में परिजनों ने बताया जाता है कि दोनों को अचानक रात के समय पेट में दर्द शुरू हो गया और आंखों से धुंधला नजर आने लगा. इसके बाद दोनों को आनन-फानन में सिवान सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. परिवार वालों ने भी शराब पीने की बात कही है. घटना के बाद मृतक के परिजनों में गम का माहौल जरूर है. मृतकों की पहचान नरेश बीन, जनक प्रसाद, रमेश रावत, सुरेन्द्र मांझी और लछन देव राम के रूप में हुई है.

जहरीली शराब से मौत की पुष्टि नहींः वहीं, शराब से मौत की खबर सुनकर अस्पताल पहुंची प्रशासन की टीम में पीजीआरओ अभिषेक कुमार चंदन, ड्यूटी पर तैनात अनिल कुमार सिंह, सदर अस्पताल मैनेजर एसरारुलहक उर्फ बीजू ने हालात का जायजा लिया था. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी. अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.

लोगों ने किया है जहरीली शराब का सेवनः बाला गांव के दो व्यक्तियों की मौत के बारे में उसी गांव के जिला पार्षद सदस्य रमेश कुमार ने टेलीफोन पर बातचीत में बताया कि गांव के कुछ लोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया था, जिसके बाद दो लोगों को सिवान सदर अस्पताल भेजा गया था, जिनकी मौत हो चुकी है. वहीं कई अन्य लोग अभी भी बीमार हैं. पूरे गांव में पुलिस कैम्प कर रही है.

"कुछ लोगों ने जहरीली शराब पी है. शराब पीने वाले 8 लोग बीमार हैं, दो की मौत हो चुकी है. दोनों को सिवान सदर अस्पताल में भेजा गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है.पुलिस पूरे गांव में कैम्प कर रही है"- रमेश कुमार, जिला परिषद सदस्य

''हमें विभिन्न सूत्रों से ग्राम बाला में संदिग्ध हालत में कुछ लोगों के मृत होने और कुछ लोगों के बीमार होने की सूचना मिली थी. हमने टीम बनाकर वहां जांच की है. रात के 12:30 तक 10 लोग आए जिसमें 1 व्यक्ति की मृत्यु यहां आने के दौरान हो गई.'' - अमित कुमार पांडेय, DM, सिवान

छपरा में 75 लोगों की हुई थी मौतः आपको बता दें कि पिछले महीने ही छपरा में जहरीली शराब पीने से 75 लोगों की मौत हुई थी. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं थीं. इस मामले में पुलिस अभी जांच कर ही रही है कि अब सिवान में जहरीली शराब ने दो लोगों की जान ले ली. छपरा मामले में मनवाधिकार की टीम भी जांच करने पहुंची थी, जिसमें कई बातें खुलकर सामने आईं थी. गांव के लोगों ने टीम को बताया था कि कैसे शराब तस्कर गांव में ही जहरीली शराब बनाकर इसकी तस्करी करते हैं, लेकिन ऐसे तमाम मामलों में प्रशासन की भूमिका अक्सर शक के घेरे में नजर आती है, क्योंकि प्रशासन की ओर से शराब पीने से मौत की पुष्टि होने में काफी समय लग जाता है.

Last Updated : Jan 23, 2023, 2:28 PM IST
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