नई दिल्ली : कर्नाटक के हिजाब विवाद को लेकर शैक्षणिक संस्थानों में राजनीति (politics on hijab row) नहीं होनी चाहिए. जो शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने का विरोध कर रहे हैं और जो इस मुद्दे को तूल दे रहे हैं, वे पार्टियां गलत है. ये बातें शिवसेना नेता तथा लोकसभा सांसद अरविंद सावंत ने कहीं. साथ ही उन्होंने ईडी जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग करने का आरोप केंद्र सरकार पर लगाया.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा (etv bharat interview with Shiv Sena MP Arvind Sawant) कि यह दुर्भाग्य की बात है कि शैक्षणिक संस्थाओं में विद्वेष फैलाने की कोशिश की जा रही है. जो पार्टियां इसे तूल दे रहे हैं, वह भी गलत है और जो आरोप लगा रहे हैं, वे भी गलत है. उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थाएं संविधान से बंधी होती है. संविधान में जो नियम बनाए हैं, उन्हें शक्षणिक संस्थाओं को पालन करना ही चाहिए और वही तर्कसंगत है.
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इस सवाल पर कि कुछ पार्टियां यह आरोप लगा रही है कि भारतीय जनता पार्टी इस मामले को हवा दे रही है और ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है. शिवसेना सांसद का कहना है कि दोनों ही तरफ गलत की जा रही है. किसी राज्य की एक शैक्षणिक संस्था में हुए विवाद को लेकर पूरे देश में जगह-जगह मुद्दा बनाया जा रहा है. इसे मुद्दा बनाने वाली पार्टियां गलत हैं.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से ईडी का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने सवाल किया कि क्या 2014 से पहले देश में ईडी नहीं थी और तब विपक्षी पार्टियों के तौर पर यह पार्टी सीबीआई को तोता कहा करती थी, लेकिन अब देश में सिर्फ ईडी का नाम ही गूंज रहा है. इसी के माध्यम से राजनीतिक बदले की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि लेकिन शिवसेना इससे डरने वाली नहीं है. वह अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है.