पटना: राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की एकजुटता को लेकर बैठक हुई थी. इसके बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से 24 जून को विपक्षी दलों के गठबंधन को पेट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलाइंस, यानी पीडीए नाम दिया गया. लेकिन, कांग्रेस ने इसका खंडन किया है. विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा है कि अभी गठबंधन के नाम पर कोई फैसला नहीं हुआ है. गठबंधन के नाम पर फैसला अगले माह जुलाई में शिमला में होने वाली बैठक में किया जाएगा.
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'विपक्षी एकजुटता की बैठक में शामिल सभी दल अपनी ओर से गठबंधन के नाम का प्रस्ताव कर सकते हैं और करना भी चाहिए. लेकिन विपक्षी दलों की एकजुटता से जो गठबंधन बन रहा है उसके नाम पर फैसला अगले महीने शिमला में जुलाई के महीने में होने वाली बैठक में ही तय होगा'- शकील अहमद, कांग्रेस विधायक दल के नेता
आरएसएस की सोच को हराया जाएः शकील अहमद खान ने कहा कि देश में जो चुनौती है उसको बीते दिनों पटना में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर स्वीकार किया है. सभी 2024 की तैयारी में है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस की सोच को हराया जाए. भारतीय जनता पार्टी की आइडियोलॉजी की हार होनी बेहद जरूरी है, क्योंकि वह गोडसे की आइडियोलॉजी को मानते हैं जिन्होंने गांधी की हत्या की थी. जबकि कांग्रेस पार्टी और सभी विपक्षी दल अंबेडकर की विचारधारा को मानती है. भारतीय संविधान में विश्वास रखती है.
कार्यकर्ताओं से मीटिंग कर रहे हैं: शकील अहमद खान ने कहा कि राहुल गांधी के आने से कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, वह खुद और सभी जिला अध्यक्ष संगठन को मजबूत करने के लिए मेहनत कर रहे हैं. लगातार जिला कमेटी के साथ बैठकें चल रही है. शनिवार को वह कटिहार में थे और सोमवार को दरभंगा के दौरे पर रहेंगे. प्रदेश अध्यक्ष भी हर रोज अलग-अलग जिला में भ्रमण कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं से मीटिंग कर रहे हैं. आज के समय में देश स्तर पर जो चुनौतियां हैं उसे जनता को बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने राष्ट्रीय दायित्व से कभी पीछे नहीं हटती है.
शिमला में होगा ऐलानः शिमला में विपक्षी दलों की जुलाई में होने जा रही बैठक में गठबंधन के नाम पर मुहर लगेगी. 23 जून को पटना में 15 विपक्षी दलों की बैठक हुई थी और उसी में यह फैसला हुआ था कि 10 से 12 जुलाई के बीच फिर से विपक्षी दलों की बैठक की जाएगी. पटना में हुई बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन के नाम पर फैसला नहीं हुआ लेकिन अब जो जानकारी मिली है विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम पीडीए रखा जाएगा. शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में इस नाम का ऐलान किया जाएगा.
15 विपक्षी दलों के 27 नेता शामिल हुएः पटना में मुख्यमंत्री आवास के लोक संवाद में 15 विपक्षी दलों के 27 नेता शामिल हुए थे और बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिमला में फिर से बैठक करने का ऐलान किया गया था. पटना में हुई बैठक में 5 राज्यों के मुख्यमंत्री जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती महबूबा और उमर अब्दुल्ला महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए थे.
शिमला में फिर होगी बैठकः कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के साथ है वामपंथी दलों के नेता डी राजा सीताराम येचुरी दीपांकर भट्टाचार्य भी शामिल हुए थे. बिहार के तरफ से लालू प्रसाद यादव उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और बिहार सरकार के मंत्री के अलावा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद थे. विपक्षी दलों की पटना में हुई बैठक में बीजेपी के खिलाफ एकजुटता से 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला हुआ और उसी के बाद शिमला में फिर से बैठक कर सीट शेयरिंग पर फैसला लेने का निर्णय भी हुआ अब जो जानकारी मिल रही है गठबंधन का नाम भी शिमला में घोषित कर दिया जाएगा.