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क्या 'चीनी कंटेनर' पर कम होगी भारत की निर्भरता, मोदी सरकार ने संसद में दिया जवाब

लोकसभा में विपक्ष ने कहा कि भारतीय रेलवे कंटेनरों का निर्माण नहीं करता है और निजी उत्पादक इन कंटेनरों की खरीद करते हैं. इसके जवाब में पढ़िए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा...

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लोकसभा की कार्यवाही
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Published : Dec 1, 2021, 12:29 PM IST

Updated : Dec 1, 2021, 5:55 PM IST

नई दिल्ली : वाईएसआर कांग्रेस सांसद टी रानागैया के एक सवाल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोक सभा में बताया है कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कॉनकॉर ने छह भारतीय कंपनियों को ऑर्डर दिए हैं. उन्होंने बताया कि भारतीय कंपनियों को कुल 6000 कंटेनर बनाने के ऑर्डर दिए जा चुके हैं. ऐसे में यह ट्रेंड उत्साहवर्धक है.

वैष्णव ने बताया कि जैसे-जैसे प्राइवेट कंपनियां कंटेनर बनाने के काम में आगे आएंगी, कंटेनर के मामले में भारत आत्मनिर्भर बनेगा. तमिलनाडु से निर्वाचित डीएमके सांसद टीआर बालू ने भी कंटेनर आयात को लेकर सरकार से तीखा सवाल पूछा.

कंटेनर के मामले में भारत सरकार की नीतियों पर सवाल-जवाब

श्रीपेरंबदूर के डीएमके सांसद टी आर बालू ने कहा कि भारत हर साल चीन से 10,000 कंटेनर आयात करता है. उनका कहना है कि भारत को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और देश में ही कंटेनरों का निर्माण शुरू करना चाहिए क्योंकि भारत में ऐसा करने की क्षमता है. इसके जवाब में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि निर्माण के लिए ऑर्डर दिए जाते हैं और जितना हो सके भारतीय निर्माताओं से खरीदारी करने का प्रयास किया जाता है.

गौरतलब है कि कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CONCOR) एक नवरत्न कंपनी और रेलवे का सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (PSU) है. कांग्रेस पार्टी ने कॉनकॉर में विनिवेश के कदम पर केंद्र सरकार की आलोचना की है.

यह भी पढ़ें- कॉनकॉर में विनिवेश मुद्दे पर कांग्रेस ने की केंद्र सरकार की आलोचना, जानें क्या है कारण

कांग्रेस का कहना है कि कॉनकार के पास 60 इनलैंड कंटेनर डिपो (ICDs) का सबसे बड़ा नेटवर्क है. कंटेनरों के लिए रेल द्वारा अंतरदेशीय परिवहन प्रदान करने के अलावा यह बंदरगाहों, एयर कार्गो परिसरों के प्रबंधन और कोल्ड-चेन भी स्थापित करता है.

नई दिल्ली : वाईएसआर कांग्रेस सांसद टी रानागैया के एक सवाल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोक सभा में बताया है कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कॉनकॉर ने छह भारतीय कंपनियों को ऑर्डर दिए हैं. उन्होंने बताया कि भारतीय कंपनियों को कुल 6000 कंटेनर बनाने के ऑर्डर दिए जा चुके हैं. ऐसे में यह ट्रेंड उत्साहवर्धक है.

वैष्णव ने बताया कि जैसे-जैसे प्राइवेट कंपनियां कंटेनर बनाने के काम में आगे आएंगी, कंटेनर के मामले में भारत आत्मनिर्भर बनेगा. तमिलनाडु से निर्वाचित डीएमके सांसद टीआर बालू ने भी कंटेनर आयात को लेकर सरकार से तीखा सवाल पूछा.

कंटेनर के मामले में भारत सरकार की नीतियों पर सवाल-जवाब

श्रीपेरंबदूर के डीएमके सांसद टी आर बालू ने कहा कि भारत हर साल चीन से 10,000 कंटेनर आयात करता है. उनका कहना है कि भारत को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और देश में ही कंटेनरों का निर्माण शुरू करना चाहिए क्योंकि भारत में ऐसा करने की क्षमता है. इसके जवाब में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि निर्माण के लिए ऑर्डर दिए जाते हैं और जितना हो सके भारतीय निर्माताओं से खरीदारी करने का प्रयास किया जाता है.

गौरतलब है कि कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CONCOR) एक नवरत्न कंपनी और रेलवे का सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (PSU) है. कांग्रेस पार्टी ने कॉनकॉर में विनिवेश के कदम पर केंद्र सरकार की आलोचना की है.

यह भी पढ़ें- कॉनकॉर में विनिवेश मुद्दे पर कांग्रेस ने की केंद्र सरकार की आलोचना, जानें क्या है कारण

कांग्रेस का कहना है कि कॉनकार के पास 60 इनलैंड कंटेनर डिपो (ICDs) का सबसे बड़ा नेटवर्क है. कंटेनरों के लिए रेल द्वारा अंतरदेशीय परिवहन प्रदान करने के अलावा यह बंदरगाहों, एयर कार्गो परिसरों के प्रबंधन और कोल्ड-चेन भी स्थापित करता है.

Last Updated : Dec 1, 2021, 5:55 PM IST
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