ETV Bharat / bharat

अनुच्छेद 370 को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सोशल मीडिया, 'अब रोना बंद कीजिए'

Reactions of SC Verdict on article 370 : सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 370 के हटाए जाने को सही ठहराया है. कोर्ट ने कहा कि यह सरकार का अधिकार क्षेत्र है. हालांकि, कोर्ट ने अपने फैसले में सितंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव कराने और स्टेटहुड बहाली को लेकर भी आदेश दिए हैं. इस बीच फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं.

SC bench on JK
सुप्रीम कोर्ट की बेंच
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 11, 2023, 12:14 PM IST

Updated : Dec 11, 2023, 1:21 PM IST

नई दिल्ली : जेएनयू के प्रोफेसर आनंद रंगनाथन ने कहा कि यह फैसला कांग्रेस के मुंह पर तमाचा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला सही था और भारत का मुकुट बिना किसी कांटे के चमकेगा.

  • Modi's finest hour. He stands vindicated. At long last, the crown of India is without thorns.

    My views, on why the abrogation of #Article370 and 35A was a moral obligation, and why the revocation of Kashmir's special status is a slap on the face of Congress and the Islamists. pic.twitter.com/PX8YlWWzFl

    — Anand Ranganathan (@ARanganathan72) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो डाला. वह किसी और परिप्रेक्ष्य में बातचीत कर रहे थे, लेकिन यहां पर इस वीडियो को तंज के तौर पर यूज किया गया है.

विदेश मामलों के जानकार सुशांत सरीन ने लिखा है कि आखिरकार यह पूरा हो गया मामला.

  • Art. 370 done and dusted!

    — sushant sareen (@sushantsareen) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने लिखा कि आखिरकार नेहरू ने जो गलतियां की थीं, सुप्रीम कोर्ट ने आज खत्म कर दिया.

  • Glad that the rotten nonsense called Article 370 has been scrapped by Supreme Court today. This rubbish was inserted by Nehru to appease Shiekh Abdullah. The mover in the Constituent Assembly was Nehru through Gopalaswami Ayyangar. Ambedkar refused to move the Motion.

    — Subramanian Swamy (@Swamy39) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

संजय दीक्षित ने लिखा है कि अब ट्रूथ और रिकॉंशिलिएशन कमेटी का भी गठन होना चाहिए और जो भी जुल्म हुए हैं, उनका हिसाब किया जाना चाहिए.

  • #Article370 judgment: Justice Kaul in his concurring Opinion directs the formation of a Truth and Reconciliation Commission. Another great recommendation, which should be immediately acted upon by the Union.

    — Sanjay Dixit ಸಂಜಯ್ ದೀಕ್ಷಿತ್ संजय दीक्षित (@Sanjay_Dixit) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, इसमें वह कह रहे हैं कि आज हमारे पास बहुमत नहीं है, इसलिए अनुच्छेद 370 पर कदम नहीं उठा रहे हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्वीर भी ट्वीट की जा रही है.

  • 1 nation, 1 flag & 1 constitution!#SupremeCourt upholds #JammuKashmir full integration

    Remembering Shyama Prasad Mukherjee today 🙏🏻

    His & BJP’s dream fulfilled.#Congress & INDI alliance’s attempt to divide nation defeated yet again!

    Jai Hind, Jai Bharat 🇮🇳 #Article370

    — Randeep Sisodia (@Randeep_Sisodia) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस पर एक बयान दिया था.

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि अनुच्छेद एक और अनुच्छेद 370 से संकेत मिलता है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. कोर्ट ने कहा कि जम्मू कश्मीर ने अपनी संप्रभुता पूरी तरह से भारत संघ को सौंप दी है. सीजेआई ने कहा कि राज्य के संविधान में संप्रभुता का कोई भी संदर्भ नहीं है. जबकि इसके ठीक उलट जब आप भारत का संविधान देखेंगे तो पाएंगे कि इसे परिभाषित किया गया है. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में लिखा है- संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य. लेकिन जम्मू कश्मीर के पास कोई संप्रभुता नहीं है, न ही आंतरिक संप्रभुता है और किसी भी देश को परिभाषित करने के लिए संप्रभुता का होना अनिवार्य होता है.

ये भी पढ़ें : बरकरार रहेगा अनुच्छेद 370 निरस्त करने का फैसला, सितंबर 2024 तक हों चुनाव: CJI

नई दिल्ली : जेएनयू के प्रोफेसर आनंद रंगनाथन ने कहा कि यह फैसला कांग्रेस के मुंह पर तमाचा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला सही था और भारत का मुकुट बिना किसी कांटे के चमकेगा.

  • Modi's finest hour. He stands vindicated. At long last, the crown of India is without thorns.

    My views, on why the abrogation of #Article370 and 35A was a moral obligation, and why the revocation of Kashmir's special status is a slap on the face of Congress and the Islamists. pic.twitter.com/PX8YlWWzFl

    — Anand Ranganathan (@ARanganathan72) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो डाला. वह किसी और परिप्रेक्ष्य में बातचीत कर रहे थे, लेकिन यहां पर इस वीडियो को तंज के तौर पर यूज किया गया है.

विदेश मामलों के जानकार सुशांत सरीन ने लिखा है कि आखिरकार यह पूरा हो गया मामला.

  • Art. 370 done and dusted!

    — sushant sareen (@sushantsareen) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने लिखा कि आखिरकार नेहरू ने जो गलतियां की थीं, सुप्रीम कोर्ट ने आज खत्म कर दिया.

  • Glad that the rotten nonsense called Article 370 has been scrapped by Supreme Court today. This rubbish was inserted by Nehru to appease Shiekh Abdullah. The mover in the Constituent Assembly was Nehru through Gopalaswami Ayyangar. Ambedkar refused to move the Motion.

    — Subramanian Swamy (@Swamy39) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

संजय दीक्षित ने लिखा है कि अब ट्रूथ और रिकॉंशिलिएशन कमेटी का भी गठन होना चाहिए और जो भी जुल्म हुए हैं, उनका हिसाब किया जाना चाहिए.

  • #Article370 judgment: Justice Kaul in his concurring Opinion directs the formation of a Truth and Reconciliation Commission. Another great recommendation, which should be immediately acted upon by the Union.

    — Sanjay Dixit ಸಂಜಯ್ ದೀಕ್ಷಿತ್ संजय दीक्षित (@Sanjay_Dixit) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, इसमें वह कह रहे हैं कि आज हमारे पास बहुमत नहीं है, इसलिए अनुच्छेद 370 पर कदम नहीं उठा रहे हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्वीर भी ट्वीट की जा रही है.

  • 1 nation, 1 flag & 1 constitution!#SupremeCourt upholds #JammuKashmir full integration

    Remembering Shyama Prasad Mukherjee today 🙏🏻

    His & BJP’s dream fulfilled.#Congress & INDI alliance’s attempt to divide nation defeated yet again!

    Jai Hind, Jai Bharat 🇮🇳 #Article370

    — Randeep Sisodia (@Randeep_Sisodia) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस पर एक बयान दिया था.

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि अनुच्छेद एक और अनुच्छेद 370 से संकेत मिलता है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. कोर्ट ने कहा कि जम्मू कश्मीर ने अपनी संप्रभुता पूरी तरह से भारत संघ को सौंप दी है. सीजेआई ने कहा कि राज्य के संविधान में संप्रभुता का कोई भी संदर्भ नहीं है. जबकि इसके ठीक उलट जब आप भारत का संविधान देखेंगे तो पाएंगे कि इसे परिभाषित किया गया है. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में लिखा है- संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य. लेकिन जम्मू कश्मीर के पास कोई संप्रभुता नहीं है, न ही आंतरिक संप्रभुता है और किसी भी देश को परिभाषित करने के लिए संप्रभुता का होना अनिवार्य होता है.

ये भी पढ़ें : बरकरार रहेगा अनुच्छेद 370 निरस्त करने का फैसला, सितंबर 2024 तक हों चुनाव: CJI

Last Updated : Dec 11, 2023, 1:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.