कोंडागांव : छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के फरसगांव इलाके में एक नाबालिग दुष्कर्म के बाद गर्भवती हो गई थी. नाबालिग ने एक बच्चे को जन्म दिया था. 29 जनवरी को बच्चे की मौत हो गई. परिजनों ने पुलिस को बगैर सूचना दिए बच्चे के शव को घर में ही दफना दिया.
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दफनाए गए बच्चे के शव को क्रब से बाहर निकालकर डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लिया.
थाना प्रभारी विनोद साहू ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग ने एक बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन आरोपी का कहना है कि बच्चा उसका नहीं है. इस वजह से डीएनए टेस्ट कराना था. 29 जनवरी को ही बच्चे की मौत हो गई. परिजनों ने मौत की जानकारी नहीं दी और शव को दफना दिया. आगे की जांच के लिए तहसीलदार की उपस्थिति में दफनाए गए शव को निकाला गया है.
पुलिस ने बताया कि पांच दिसंबर, 2020 को फरसगांव थाना क्षेत्र की एक नाबालिग ने थाने में दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पीड़िता से रेप आठ महीने पहले हुआ था. पीड़िता ने पुलिस में दर्ज कराए गए रिपोर्ट में आरोप लगाया बताया था कि पुष्कर नायक नाम के युवक ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. उसने किसी को न बताने की धमकी दी.
पीड़िता आठ महीने की गर्भवती हो गई थी. फरसगांव पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर छह दिसंबर को आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे रिमांड पर भेज दिया गया. आरोपी ने नाबालिग के बच्चे को अपना मानने से इनकार कर दिया था.
DNA सैंपल लेकर भेजा गया जगदलपुर
नाबालिग ने 19 दिसंबर, 2020 को एक बच्चे को जन्म दिया था. बच्चे की 40 दिन बाद 29 जनवरी को मौत हो गई. बच्चे की मौत की जानकारी परिजनों ने पुलिस को नहीं दी और घर के अंदर ही लाश को दफन कर दिया.
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30 जनवरी को पुलिस को जानकारी मिली तो पुलिस टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची. तहसीलदार की उपस्थिति में शव को बाहर निकाला गया. डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम कर डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल को जगदलपुर भेज दिया है.