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परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन : पीएम मोदी - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष साक्षात्कार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष साक्षात्कार में कहा है कि मैं विविधता में एकता के मंत्र का पालन करते हुए सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास करता हूं. परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं.

PM Narendra Modi interview
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Published : Feb 9, 2022, 7:56 PM IST

Updated : Feb 9, 2022, 8:55 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष साक्षात्कार में कहा है कि मैं विविधता में एकता के मंत्र का पालन करते हुए सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास करता हूं. कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं. अगर यही इस देश की मुख्य धारा में रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा.

देश की आज जो हालत है उसमें सबसे ज़िम्मेदार कोई मुख्य धारा है तो वे कांग्रेस है. इस देश को जितने प्रधानमंत्री मिले उसमें अटल जी और मुझे छोड़कर सारे प्रधानमंत्री कांग्रेस स्कूल के ही थे.

पीएम मोदी से साक्षात्कार के अंश.

मैं समाज के लिए हूं परन्तु मैं जो नकली समाजवाद की चर्चा करता हूं ये पूरी तरह परिवारवाद है. लोहिया जी का परिवार कहीं नजर आता है क्या? जॉर्ज फर्नांडिस का परिवार कहीं नजर आता है क्या? नीतीश बाबू का परिवार कहीं नजर आता है क्या?

एक बार किसी ने मुझे चिट्ठी भेजी थी कि उ.प्र. में समाजवादी पार्टी के परिवार से 45 लोग ऐसे थे जो किसी न किसी पद पर थे. किसी ने मुझे कहा कि उनके पूरे परिवार में 25 साल से अधिक आयु के हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है. कुछ नेता निजी स्वार्थ के लिए विविधता को एक दूसरे से साथ विरोध के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले 50 साल उन्होंने यही किया है, हर बात पर देश को बांटों और राज करो.

एक परिवार से अनेक लोग जनता के बीच जाएं और जनता उनका चुनाव करके भेजे, वो राजनीति का एक पहलू है. दूसरा एक परिवार के लोग ही उस पार्टी के अध्यक्ष बनें, कोषाध्यक्ष बनें, उस पार्लियामेंट्री बोर्ड बनें, पिताजी अगर नहीं कर सकते तो पुत्र उस पार्टी का अध्यक्ष बनें. ये जो विरासत के रूप में चल रहा है, डायनेस्टी के रूप मे चल रहा है. ये जब होता है तब पार्टी परिवार की बन जाती है.

परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं जब परिवार ही सर्वोपरि होता है, परिवार को बचाओ पार्टी बचे न बचे, देश बचे न बचे. ये जब होता है तो सबसे बड़ा नुकसान प्रतिभा को होता है. सार्वजनिक जीवन में जितनी अधिक प्रतिभा आए वो जरूरी है.

चुनाव का समय हो या ना हो, भाजपा संगठन में हो या सरकार में हो, हम हमेशा जनता-जर्नादन की सेवा में लगे रहते हैं. जब सरकार में होते हैं तो बहुत अधिक तीव्रता से अधिक विस्तार से सबका साथ, सबका विकास इस मूल मंत्र को लेकर जी जान से जुटे रहते हैं.

मैं इस चुनाव में सभी राज्यों में देख रहा हूं कि भाजपा के प्रति लहर है, भारी बहुमत से भाजपा जीतेगी. हमें सेवा का मौका इन सभी 5 राज्यों की जनता देगी. जिन राज्यों ने हमें सेवा का मौका मिला है उन्होंने हमें परखा है, हमारे काम को देखा है.

भाजपा सामूहिकता में विश्वास करती है. हम स्तर पर सामूहिक रूप से काम करने के आदी हैं. वो तस्वीर प्रधानमंत्री की नहीं है, वो भाजपा की कार्यकर्ता की तस्वीर है जिसको नरेंद्र मोदी कहते हैं.
भाजपा हार-हार कर ही जीतने लगी है. हमने बहुत पराजय देखी हैं, जमानत जब्त होती देखी हैं. एक बार जनसंघ के समय चुनाव हारने पर भी मिठाई बांटी जा रही थी, तो हमने पूछा की हारने पर मिठाई क्यों बांट रहे हैं? तब बताया गया कि हमारे तीन लोगों की जमानत बच गई.

उस जमाने से गुजरे हुए हम लोग हैं, इसलिए जय और पराजय दोनों हमने देखा है. हम जब विजयी होते हैं कि हमारी कोशिश होती है कि ज्यादा से ज्यादा जमीन से जुड़े, जमीन के साथ जितना गहरा नाता बनता जाए हम बनाएं. हम जब चुनाव जीतते हैं तो हम लोगों के दिल जीतने के काम में कोई कमी नहीं आने देते हैं. हमारे लिए हर पल, हर दिन, हर योजना, हर काम जनता-जर्नादन के लिए समर्पित होती है. योगी जी की योजनाएं अद्भुत हैं, असंभव को संभव किया है. विरोधी भी उन योजनाओं को कैश करने के लिए मैदान में उतरे हैं.

उत्तर प्रदेश के लोगों ने मुसीबतें झेली हैं, जिस प्रकार का वहां गुंडाराज और दबंगराज चलता था, वहां की सरकार में दबंग लोगों को आश्रय प्राप्त था. बहन बेटी घर से बाहर नहीं निकल पाती थी, ये उत्तर प्रदेश ने देखा है.

आज उत्तर प्रदेश की बेटी कह रही है कि मैं शाम को अंधेरा होने के बाद भी अगर कहीं काम है तो जा सकती हूं. ये जो विश्वास पैदा हुआ है, वो सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है.

कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं. अगर यही इस देश की मुख्य धारा में रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा. देश की आज जो हालत है उसमें सबसे जिम्मेदार कोई मुख्य धारा है तो वे कांग्रेस है. ये दो लड़कों वाला खेल हमने पहले भी देखा था और उन्हें इतना अहंकार था कि उन्होंने गुजरात के दो गधे ये शब्द प्रयोग किया था. इसके बाद उत्तर प्रदेश की जनता ने उनको हिसाब सिखा दिया. एक बार तो 2 लड़के भी थे और एक बुआ जी भी उनके साथ थी, फिर भी उनके हाल नहीं बदले.

हमारा देश इतना बड़ा है, अगर हम एक दूसरे के विपरीत काम करेंगे तो हमारे संसाधन नष्ट हो जाएंगे और देश के विकास की गति रुक जाएगी. इसलिए बहुत आवश्यक है कि लोगों के कल्याण के काम हम मिल बैठकर करें और ज्यादा तेजी से करें. भारत में दुनिया भर के मेहमान आते हैं तो पहले उनका दिल्ली में ही आना और जाना होता था. मैं चीन के राष्ट्रपति को तमिलनाडु, फ्रांस के राष्ट्रपति को उ.प्र. और जर्मन चांसलर को कर्नाटक ले गया. देश की शक्ति को उभारना, हर राज्य को प्रोत्साहन देना हमारा काम है. UN में मैं तमिल में बोलता हूं दुनिया को गर्व होता है कि भारत के पास दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है. भाजपा का मंत्र है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास. हमनें अपने सिद्धांतों को कभी बदला नहीं है.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष साक्षात्कार में कहा है कि मैं विविधता में एकता के मंत्र का पालन करते हुए सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास करता हूं. कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं. अगर यही इस देश की मुख्य धारा में रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा.

देश की आज जो हालत है उसमें सबसे ज़िम्मेदार कोई मुख्य धारा है तो वे कांग्रेस है. इस देश को जितने प्रधानमंत्री मिले उसमें अटल जी और मुझे छोड़कर सारे प्रधानमंत्री कांग्रेस स्कूल के ही थे.

पीएम मोदी से साक्षात्कार के अंश.

मैं समाज के लिए हूं परन्तु मैं जो नकली समाजवाद की चर्चा करता हूं ये पूरी तरह परिवारवाद है. लोहिया जी का परिवार कहीं नजर आता है क्या? जॉर्ज फर्नांडिस का परिवार कहीं नजर आता है क्या? नीतीश बाबू का परिवार कहीं नजर आता है क्या?

एक बार किसी ने मुझे चिट्ठी भेजी थी कि उ.प्र. में समाजवादी पार्टी के परिवार से 45 लोग ऐसे थे जो किसी न किसी पद पर थे. किसी ने मुझे कहा कि उनके पूरे परिवार में 25 साल से अधिक आयु के हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है. कुछ नेता निजी स्वार्थ के लिए विविधता को एक दूसरे से साथ विरोध के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले 50 साल उन्होंने यही किया है, हर बात पर देश को बांटों और राज करो.

एक परिवार से अनेक लोग जनता के बीच जाएं और जनता उनका चुनाव करके भेजे, वो राजनीति का एक पहलू है. दूसरा एक परिवार के लोग ही उस पार्टी के अध्यक्ष बनें, कोषाध्यक्ष बनें, उस पार्लियामेंट्री बोर्ड बनें, पिताजी अगर नहीं कर सकते तो पुत्र उस पार्टी का अध्यक्ष बनें. ये जो विरासत के रूप में चल रहा है, डायनेस्टी के रूप मे चल रहा है. ये जब होता है तब पार्टी परिवार की बन जाती है.

परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं जब परिवार ही सर्वोपरि होता है, परिवार को बचाओ पार्टी बचे न बचे, देश बचे न बचे. ये जब होता है तो सबसे बड़ा नुकसान प्रतिभा को होता है. सार्वजनिक जीवन में जितनी अधिक प्रतिभा आए वो जरूरी है.

चुनाव का समय हो या ना हो, भाजपा संगठन में हो या सरकार में हो, हम हमेशा जनता-जर्नादन की सेवा में लगे रहते हैं. जब सरकार में होते हैं तो बहुत अधिक तीव्रता से अधिक विस्तार से सबका साथ, सबका विकास इस मूल मंत्र को लेकर जी जान से जुटे रहते हैं.

मैं इस चुनाव में सभी राज्यों में देख रहा हूं कि भाजपा के प्रति लहर है, भारी बहुमत से भाजपा जीतेगी. हमें सेवा का मौका इन सभी 5 राज्यों की जनता देगी. जिन राज्यों ने हमें सेवा का मौका मिला है उन्होंने हमें परखा है, हमारे काम को देखा है.

भाजपा सामूहिकता में विश्वास करती है. हम स्तर पर सामूहिक रूप से काम करने के आदी हैं. वो तस्वीर प्रधानमंत्री की नहीं है, वो भाजपा की कार्यकर्ता की तस्वीर है जिसको नरेंद्र मोदी कहते हैं.
भाजपा हार-हार कर ही जीतने लगी है. हमने बहुत पराजय देखी हैं, जमानत जब्त होती देखी हैं. एक बार जनसंघ के समय चुनाव हारने पर भी मिठाई बांटी जा रही थी, तो हमने पूछा की हारने पर मिठाई क्यों बांट रहे हैं? तब बताया गया कि हमारे तीन लोगों की जमानत बच गई.

उस जमाने से गुजरे हुए हम लोग हैं, इसलिए जय और पराजय दोनों हमने देखा है. हम जब विजयी होते हैं कि हमारी कोशिश होती है कि ज्यादा से ज्यादा जमीन से जुड़े, जमीन के साथ जितना गहरा नाता बनता जाए हम बनाएं. हम जब चुनाव जीतते हैं तो हम लोगों के दिल जीतने के काम में कोई कमी नहीं आने देते हैं. हमारे लिए हर पल, हर दिन, हर योजना, हर काम जनता-जर्नादन के लिए समर्पित होती है. योगी जी की योजनाएं अद्भुत हैं, असंभव को संभव किया है. विरोधी भी उन योजनाओं को कैश करने के लिए मैदान में उतरे हैं.

उत्तर प्रदेश के लोगों ने मुसीबतें झेली हैं, जिस प्रकार का वहां गुंडाराज और दबंगराज चलता था, वहां की सरकार में दबंग लोगों को आश्रय प्राप्त था. बहन बेटी घर से बाहर नहीं निकल पाती थी, ये उत्तर प्रदेश ने देखा है.

आज उत्तर प्रदेश की बेटी कह रही है कि मैं शाम को अंधेरा होने के बाद भी अगर कहीं काम है तो जा सकती हूं. ये जो विश्वास पैदा हुआ है, वो सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है.

कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं. अगर यही इस देश की मुख्य धारा में रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा. देश की आज जो हालत है उसमें सबसे जिम्मेदार कोई मुख्य धारा है तो वे कांग्रेस है. ये दो लड़कों वाला खेल हमने पहले भी देखा था और उन्हें इतना अहंकार था कि उन्होंने गुजरात के दो गधे ये शब्द प्रयोग किया था. इसके बाद उत्तर प्रदेश की जनता ने उनको हिसाब सिखा दिया. एक बार तो 2 लड़के भी थे और एक बुआ जी भी उनके साथ थी, फिर भी उनके हाल नहीं बदले.

हमारा देश इतना बड़ा है, अगर हम एक दूसरे के विपरीत काम करेंगे तो हमारे संसाधन नष्ट हो जाएंगे और देश के विकास की गति रुक जाएगी. इसलिए बहुत आवश्यक है कि लोगों के कल्याण के काम हम मिल बैठकर करें और ज्यादा तेजी से करें. भारत में दुनिया भर के मेहमान आते हैं तो पहले उनका दिल्ली में ही आना और जाना होता था. मैं चीन के राष्ट्रपति को तमिलनाडु, फ्रांस के राष्ट्रपति को उ.प्र. और जर्मन चांसलर को कर्नाटक ले गया. देश की शक्ति को उभारना, हर राज्य को प्रोत्साहन देना हमारा काम है. UN में मैं तमिल में बोलता हूं दुनिया को गर्व होता है कि भारत के पास दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है. भाजपा का मंत्र है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास. हमनें अपने सिद्धांतों को कभी बदला नहीं है.

Last Updated : Feb 9, 2022, 8:55 PM IST
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