पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को पीएम मैटेरियल (PM Material) बताए जाने पर खूब सियासत हो रही है. हाल ही में केन्द्र में मंत्री बनाए गए जदयू के करीबी माने जाने वाले पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) ने बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने कहा है कि देश में 2029 तक पीएम पद की कोई वैकेंसी नहीं है.
"नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सर्वांगीण विकास कर रहा है. उन्होंने आज लाल किले से ऐतिहासिक भाषण दिया. देश में आज तक जितने भी प्रधानमंत्री हुए हैं, उनमें नरेंद्र मोदी सबसे सुपर हैं. विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और न ही वे एकजुट हैं. एनडीए को सत्ता से हटाना सूरज को पश्चिम से निकालने जैसा है. विपक्ष के पास कोई मान्य नेता नहीं है. और जब दूल्हा ही नहीं रहेगा तो वे लोग बाराती कैसे साजेंगे?"- पशुपति कुमार पारस, केन्द्रीय मंत्री
बता दें कि हाल ही में जदयू संसदीय दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताया था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने की सारी योग्यता है. देश में कई अन्य नेता भी हैं जो पीएम बनने की काबिलियत रखते हैं. कुशवाहा के इस बयान के बाद राजनीति गर्म हो गई है.
एक तरफ पूर्व सीएम जीतन राम मांझी समेत कई अन्य नेताओं ने भी कुशवाहा के इस बयान का समर्थन किया. वहीं भाजपा के नेता लगातार कहते आ रहे हैं कि फिलहाल पीएम पद की कोई वैकेंसी नहीं है. इन सबके बीच पशुपति कुमार पारस का बयान काफी अहम है. पशुपति कुमार पारस का बयान इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि उन्हें नीतीश के करीबी नेताओं में से एक माना जाता है.
हाल ही लोजपा में टूट प्रकरण में जिम्मेदार के रूप में जदयू के नेताओं (मुख्यमंत्री नीतीश कुमार) का नाम उछाला गया था. बाद में पारस के जदयू कोटे से मंत्री बनने की खबरें भी सामने आने लगी थी, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें लोजपा कोटे से जगह दिया गया. लेकिन इस बीच पशुपति कुमार पारस का यह बयान नीतीश से दूर पीएम मोदी से नजदीकी के मायने वाला है.
इसे भी पढ़ें- पीएम मैटेरियल पर बोले नीतीश- 'अभी बिहार की कर रहा हूं सेवा, मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं'