मुंबई : कार्डेलिया क्रूज ड्रग्स केस मामले में किरण गोसावी (Kiran Gosavi) को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता (Amitabh Gupta Pune Police Commissioner) ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस ने किरण गोसावी को ड्रग्स-ऑन-क्रूज (drugs on cruise case) मामले में गिरफ्तार किया है. बता दें कि एनसीबी ने मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai cruise drugs case) में किरण गोसावी को मुख्य गवाह बनाया है. हालांकि, गोसावी पर पुणे के एक मामले में फरार होने का आरोप भी लगा था.
पुणे के मामले में किरण गोसावी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया था. गोसावी को पकड़ने के संबंध में पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बताया कि गोसावी को आज दोपहर में कोर्ट में पेश किया जाएगा. उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के लिए कई टीम बनाई गई. अलग-अलग जगहों पर तलाशी ली गई. उन्होंने बताया कि पुणे के एक लॉज से गोसावी को गुरुवार तड़के करीब तीन बजे हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि गोसावी को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया जारी है.
उन्होंने बताया कि गोसावी ने सरेंडर नहीं किया, पुणे पुलिस ने उसे पकड़ा है. कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बताया कि गोसावी धोखाधड़ी केस में फरार था. पुणे पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गोसावी खुद को स्टॉप क्राइम ऑर्गनाइजेशन नाम के एनजीओ का सदस्य बताता है. गोसावी खुद को सिप्का नाम की जासूसी एजेंसी का भी सदस्य बताता है. उन्होंने बताया कि गोसावी आयात-निर्यात से जुड़े काम करने का भी दावा करता है. तमाम जानकारियों की जांच की जा रही है.
गोसावी 2018 के मामले में पकड़ा गया
इससे पहले अमिताभ गुप्ता ने गोसावी को हिरासत में लेने के तत्काल बाद बताया कि मलेशिया में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में गोसावी को पकड़ा गया है. शिकायतकर्ता को धमकी देने से जुड़े सवाल पर कमिश्नर ने कहा, ऐसा देखा गया है कि दोषी के पकड़े जाने पर कई और लोग भी सामने आते हैं. ऐसे में निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.
पुणे पुलिस ने गोसावी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था. गोसावी के नहीं मिलने के कारण पुणे पुलिस ने उसे फरार घोषित कर दिया था.
ऐसी रिपोर्ट है कि किरण गोसावी केपीजी ड्रीम्स रिक्रूटमेंट कंपनी के मालिक हैं, हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. यह कंपनी देश-विदेश में नौकरी की पेशकश करती है. कंपनी के मुंबई और नवी मुंबई में कार्यालय हैं.
गोसावी को एक निजी जासूस के रूप में भी जाना जाता है. 2018 में गोसावी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर मलेशिया के एक होटल में नौकरी के अवसर होने के बारे में पोस्ट किया था. चिन्मय देशमुख ने उस पोस्ट का जवाब दिया था. गोसावी ने उससे 3 लाख रुपये लिए और उसे मलेशिया भेज दिया. हालांकि, वह भारत लौट आया क्योंकि उसे वहां नौकरी की पेशकश नहीं की गई थी.
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चिन्मय को मलेशिया भेजने के मामले में गोसावी के खिलाफ फरसखाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. धोखाधड़ी के इस मामले में फरसखाना (Faraskhana) पुलिस किरण गोसावी की तलाश कर रही थी. शिकायतकर्ता चिन्मय देशमुख के मुताबिक, गोसावी ने पालघर, मुंबई और आंध्र प्रदेश के कई लोगों को ठगा है. उन्होंने दिल्ली के युवाओं को भी धोखा दिया है.