छिंदवाड़ा। पूर्व सीएम कमलनाथ के द्वारा छिंदवाड़ा में कराई जा रही बागेश्वर धाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा को लेकर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. भाजपा का कहना है कि ''भले ही कमलनाथ कथा करवा रहे हैं, लेकिन उनकी कथा से भगवान राम गायब हैं. कांग्रेस सिर्फ राम के नाम पर राजनीति करना जानती हैं और अब वोट के लिए कथा करवा रहे हैं. लेकिन उसमें भी राम के नाम से परहेज कर रहे हैं. क्योंकि प्रचार प्रसार के लिए बांटे जा रहे आमंत्रण कार्ड और पोस्टर में ना तो राम भगवान की तस्वीर है और ना ही कथा के साथ उनका जिक्र किया गया है.''
आमंत्रण कार्ड और पोस्टर से भगवान राम की तस्वीर गायब: छिंदवाड़ा के सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर में 4 अगस्त से 7 अगस्त तक बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथा करेंगे. इसका आयोजन पूर्व सीएम कमलनाथ करवा रहे हैं. कार्यक्रम के लिए आमंत्रण पत्र छपवाया गया है उसमें हनुमान जी की तस्वीर के साथ पूर्व सीएम कमलनाथ, छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ की तस्वीर भी लगाई गई है. लेकिन भगवान राम की तस्वीर मौजूद नहीं है, और कथा में भी सिर्फ दिव्य कथा का जिक्र किया गया है. किस भगवान की कथा सुनाई जाएगी यह भी नहीं लिखा गया.
वोट बैंक के लिए कथा करवा रहे कमलनाथ: इसी को लेकर भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी और पार्षद संदीप सिंह चौहान ने कहा कि ''यह अच्छा है कि भले ही कमलनाथ देर आए लेकिन दुरुस्त आए. आखिर उन्हें भी भगवान की शरण में जाना ही पड़ा. लेकिन उनके कार्ड में भगवान राम की तस्वीर नहीं है और ना ही यह लिखा कि कथा किसकी सुनाई जाएगी. इसका साफ मतलब है कि वे वोट बैंक के लिए कथा करवा रहे हैं.'' भाजपा ने सलाह दी है कि पोस्टर और आमंत्रण कार्ड में भी भगवान राम का तस्वीर होनी चाहिए थी.
रामकथा के लिए मशहूर है पंडित धीरेंद्र शास्त्री: बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मुख्य रूप से राम कथा के कथावाचक माने जाते हैं लेकिन छिंदवाड़ा में पूर्व सीएम कमलनाथ के द्वारा कराई जा रही कथा में सिर्फ दिव्य कथा का जिक्र किया गया है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पूर्व सीएम कमलनाथ के द्वारा बनाए गए सिमरिया के श्री सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर में कथा का वाचन करेंगे.
कमलनाथ को भक्ति का सबूत देने की जरूरत नहीं: वहीं, इस मामले में कांग्रेस धार्मिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आनंद बक्षी ने बताया कि ''राम भगवान पर किसी का कॉपीराइट नहीं है और पूर्व सीएम कमलनाथ किस भगवान के भक्त हैं इसका सबूत देने की भाजपा को जरूरत नहीं है. पूर्व सीएम कमलनाथ की हनुमान भक्ति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने प्रदेश की सबसे बड़ी हनुमान प्रतिमा की स्थापना छिंदवाड़ा के सिमरिया में करवाकर उसे सनातन धर्म के लिए समर्पित किया है, ताकि लोगों की धार्मिक आस्थाओं के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा में सके.''
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कमलनाथ ने सबसे ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा: साल 2012 में पूर्व सीएम कमलनाथ ने छिंदवाड़ा से नागपुर के रास्ते के सिमरिया गांव में मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना करवाई है. धार्मिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आनंद बक्षी ने बताया कि ''एक बार कमलनाथ चुनावी दौरे से लौट रहे थे और उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, इसमें कमलनाथ बाल बाल बचे थे. उसी दौरान उन्हें इस जगह पर किसी दिव्य शक्ति का एहसास हुआ था और कमलनाथ शुरू से ही हनुमान जी के परम भक्त हैं. तब से ही उन्होंने यहां पर हनुमान जी के मंदिर निर्माण कराने का संकल्प लिया था.