मुंबई : 2008 मालेगांव बम धमाके मामले में एक और गवाह अपने बयान से मुकर गया है. कोर्ट में उसने कहा कि एटीएस ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बयान देने का दबाव बनाया था. उसने यह भी कहा कि एटीएस के दबाव में ही उसने आरएसएस के प्रचारकों का नाम लिया था. इस मामले में अब तक 220 लोगों की गवाही हो चुकी है.
इस मामले की सुनवाई एनआईए अदालत में चल रही है. इस गवाह ने कोर्ट में कहा कि एटीएस ने सात दिनों तक उसे हिरासत में रखा था. इस दौरान वे लगातार उसे प्रताड़ित करते (tortured by ats) रहे. उन्हें धमकी देते रहे. परिवार के अन्य सदस्यों को फंसाने की धमकी देते थे.
गवाह ने बताया कि एटीएस ने उसे योगी आदित्यनाथ, इंद्रेश कुमार, देवधर और काकाजी का नाम लेने को मजबूर किया था.
आपको बता दें कि इसी मामले में कर्नल पुरोहित के खिलाफ बयान देने वाला गवाह भी मुकर चुका है. उसकी गवाही इसी साल अगस्त महीने में हुई थी.
इस मामले में अन्य आरोपी हैं- साध्वी प्रज्ञा, रमेश उपाध्याय (रि. मेजर), सुधाकर चतुर्वेदी, समीर कुलकर्णी, सुधाकर द्विवेदी, अजय रहिरकर. सभी आरोपी जमानत पर हैं. उनके खिलाफ यूएपीए के तहत मामला चल रहा है.
घटना 29 सितंबर 2008 की है. मुंबई से करीब 200 किलोमीटर दूर मालेगांव में एक मस्जिद के निकट मोटरसाइकिल में रखे बम में विस्फोट हुआ था. इसमें छह लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
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