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Bihar News: गजबे है बिहार! 30 फरवरी को पैदा हो गया बच्चा, जमुई शिक्षा विभाग का नया कारनामा

बिहार के जमुई में शिक्षा विभाग का एक हैरान करने वाला कारनामा सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई दंग है. सभी ने बचपन से पढ़ा है कि फरवरी माह में 28 या 29 दिन होते हैं लेकिन जमुई शिक्षा विभाग की माने तो महीना 30 दिनों का होता है. शिक्षा विभाग की इस हरकत से एक बच्चे का भविष्य संकट में आ गया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 20, 2023, 11:13 AM IST

Updated : Jul 20, 2023, 8:39 PM IST

देखें रिपोर्ट.

जमुई: जब फरवरी महीने में 30 तारीख नहीं होती तो इस तारीख को कोई बच्चा कैसे जन्म ले सकता है, लेकिन ये कारनामा जमुई शिक्षा विभाग ने कर दिखाया है. दरअसल एक छात्र की टीसी में छात्र के जन्म की तारीख 30 फरवरी डाल दिया गया है. मामला जमुई जिले के चकाई प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय वाजपेईडीह का है. छात्र के ट्रांसफर सर्टिफिकेट में अजीबोगरीब तारीख अंकित होने के बाद यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.

ये भी पढ़ें- OMG! उर्दू के टीचर से जंचवा दी साइकोलॉजी की कॉपियां, समझ से परे प्रिंसिपल की दलील

30 फरवरी है छात्र की जन्म तिथि : बताया जाता है कि आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद असनधटिया मोहनपुर निवासी राजेश यादव के पुत्र अमन कुमार का ट्रांसफर सर्टिफिकेट विद्यालय के प्रधान द्वारा बनाया गया. जिसमें उसके जन्म तिथि की तारीख 30 फरवरी, 2009 लिखी गई है. गलत तारीख ट्रांसफर सर्टिफिकेट में होने की वजह से अब छात्र अमन कुमार का 9वीं क्लास में नामांकन नहीं हो पा रहा है. बता दें कि फरवरी महीने में 28 या 29 दिन होते हैं. लेकिन छात्र की टीसी यानी ट्रांसफर सर्टिफिकेट पर उसकी जन्म की तारीख 30 फरवरी लिखी गई है.

'बेटे के एडमिशन में आ रही दिक्कत' : छात्र अमन के पिता राजेश यादव ने बताया कि हमने कई बार विद्यालय प्रधान शिक्षक से गलत जन्मतिथि को सुधारने की बात कही लेकिन उनके द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है. कई तरह की बात बनाकर टालमटोल कर रहे हैं. ऐसे में अब मेरे बच्चे का एडमिशन नहीं हो पा रहा है. विद्यालय की कारस्तानी का खामियाजा मेरे बच्चे को भुगतना पड़ रहा है. शिक्षा विभाग के कारनामे से पीड़ित छात्र अपने पिता के साथ चक्कर लगा रहा है लेकिन सुधार नहीं हो पा रहा है. ट्रांसफर सर्टिफिकेट के कारण 9वीं क्लास में एडमिशन नहीं हो पा रहा है. वहीं इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जांच की बात कही है.

"मेरा बेटा चकाई प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय वाजपेईडीह में पढ़ता था. जहां से हमने उसका ट्रांसफर सर्टिफिकेट लिया था. उस सर्टिफिकेट में विद्यालय के प्रधान के द्वारा जन्मतिथि की तारीख 30 फरवरी, 2009 लिखी गई है. हमने जब विद्यालय प्रधान शिक्षक से गलत जन्मतिथि को सुधारने के लिए कहा है."- राजेश यादव, छात्र के पिता

''मामला संज्ञान में आया है. विद्यालय प्रधान शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण दिए जाने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएंगी.'' - कपिलदेव तिवारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी

देखें रिपोर्ट.

जमुई: जब फरवरी महीने में 30 तारीख नहीं होती तो इस तारीख को कोई बच्चा कैसे जन्म ले सकता है, लेकिन ये कारनामा जमुई शिक्षा विभाग ने कर दिखाया है. दरअसल एक छात्र की टीसी में छात्र के जन्म की तारीख 30 फरवरी डाल दिया गया है. मामला जमुई जिले के चकाई प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय वाजपेईडीह का है. छात्र के ट्रांसफर सर्टिफिकेट में अजीबोगरीब तारीख अंकित होने के बाद यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.

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30 फरवरी है छात्र की जन्म तिथि : बताया जाता है कि आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद असनधटिया मोहनपुर निवासी राजेश यादव के पुत्र अमन कुमार का ट्रांसफर सर्टिफिकेट विद्यालय के प्रधान द्वारा बनाया गया. जिसमें उसके जन्म तिथि की तारीख 30 फरवरी, 2009 लिखी गई है. गलत तारीख ट्रांसफर सर्टिफिकेट में होने की वजह से अब छात्र अमन कुमार का 9वीं क्लास में नामांकन नहीं हो पा रहा है. बता दें कि फरवरी महीने में 28 या 29 दिन होते हैं. लेकिन छात्र की टीसी यानी ट्रांसफर सर्टिफिकेट पर उसकी जन्म की तारीख 30 फरवरी लिखी गई है.

'बेटे के एडमिशन में आ रही दिक्कत' : छात्र अमन के पिता राजेश यादव ने बताया कि हमने कई बार विद्यालय प्रधान शिक्षक से गलत जन्मतिथि को सुधारने की बात कही लेकिन उनके द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है. कई तरह की बात बनाकर टालमटोल कर रहे हैं. ऐसे में अब मेरे बच्चे का एडमिशन नहीं हो पा रहा है. विद्यालय की कारस्तानी का खामियाजा मेरे बच्चे को भुगतना पड़ रहा है. शिक्षा विभाग के कारनामे से पीड़ित छात्र अपने पिता के साथ चक्कर लगा रहा है लेकिन सुधार नहीं हो पा रहा है. ट्रांसफर सर्टिफिकेट के कारण 9वीं क्लास में एडमिशन नहीं हो पा रहा है. वहीं इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जांच की बात कही है.

"मेरा बेटा चकाई प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय वाजपेईडीह में पढ़ता था. जहां से हमने उसका ट्रांसफर सर्टिफिकेट लिया था. उस सर्टिफिकेट में विद्यालय के प्रधान के द्वारा जन्मतिथि की तारीख 30 फरवरी, 2009 लिखी गई है. हमने जब विद्यालय प्रधान शिक्षक से गलत जन्मतिथि को सुधारने के लिए कहा है."- राजेश यादव, छात्र के पिता

''मामला संज्ञान में आया है. विद्यालय प्रधान शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण दिए जाने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएंगी.'' - कपिलदेव तिवारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी

Last Updated : Jul 20, 2023, 8:39 PM IST
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