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Inside Story : बिहार लोक सेवा आयोग के पेपर लीक मामले में आरा के इस कॉलेज की क्यों हो रही चर्चा? - ईटीवी न्यूज

बिहार लोक सेवा आयोग की साख पर बिहार के आरा के एक कालेज की वजह से बड़ा दाग लग गया. रविवार को यहां पहुंचे छात्रों ने तो यह तक आरोप लगाया कि कुछ परीक्षार्थियों को मोबाइल फोन के साथ परीक्षा सेंटर के अंदर जाने दिया गया. आखिर क्यों बिहार के आरा जिले का ये कॉलेज चर्चा में, पढ़ें पूरी Inside Story

बिहार लोक सेवा आयोग के पेपर लीक
बिहार लोक सेवा आयोग के पेपर लीक
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Published : May 9, 2022, 6:23 PM IST

पटना: बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन के 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा (BPSC 67th Prelims Exam 2022) का प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रद्द (BPSC 67th PT Exam Cancelled) कर दिया गया है. लेकिन इन सब के बीच पेपर लीक मामले में आरा के वीर कुंवर सिंह कालेज की चर्चा में हैं. रविवार को परीक्षा से पहले हंगामे का एक वीडियो भी सामने आया है. यह वीडियो बिहार सरकार के कदाचार मुक्त परीक्षा के दावों को ठेंगा दिखाने के लिए काफी है.

टेलीग्राम ग्रुप पर पेपर लीक : बताया जाता है कि रविवार को बीपीएससी पीटी परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो चुका था. टेलीग्राम ग्रुप पर प्रश्न पत्र परीक्षा से कुछ मिनट पहले वायरल हो चुका था. बता दें कि टेलीग्राम एक मोबाइल एप्लिकेशन है. छात्रों ने परीक्षा समाप्त होने के बाद जब वायरल प्रश्न पत्र से परीक्षा में आये सवालों को मिलाया गया तो वायरल प्रश्न पत्र मैच कर गया. इसके बाद से कई स्थानों पर अभ्यर्थियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. बिहार के आरा जिले के वीर कुंवर सिंह कालेज परीक्षा केंद्र पर तो सैकड़ों परीक्षार्थियों ने खूब बवाल काटा.

BPSC पेपर लीक मामले में आरा के इस कॉलेज की क्यों हो रही चर्चा?

आरा के इस कॉलेज की चर्चा क्यों ? : बताया जाता है कि बीपीएससी पीटी के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले के तार आरा स्थित एक केंद्र से जुड़ रहे हैं. यहां परीक्षा देने आए छात्रों का आरोप हैं कि ''परीक्षा केंद्र पर कुछ परीक्षार्थियों को मोबाइल के साथ अंदर जाने की अनुमति दी गईय उन्‍हें समय से पहले ही प्रश्‍नपत्र लीक कर दिए गए और एक खास कमरे में बैठाकर परीक्षा दिलवाई गई.''

छात्रों का आरोप : हंगामा कर रहे परीक्षार्थियों का आरोप है परीक्षा केंद्र कुछ छात्रों के लिए मैनेज था, जिन्‍हें समय से पहले ही प्रश्न पत्र दे दिया गया. उन लोगों को दो अलग कमरों में बिठाया गया था. जब परीक्षा का समय शुरू होने के कुछ मिनट बाद तक प्रश्न पत्र नहीं मिला तब परीक्षार्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया. परीक्षार्थी उन कमरों में भी घुस गए, जहां पहले से कुछ परीक्षार्थी प्रश्न पत्र हल कर रहे थे. आरोप है की कुछ परीक्षार्थियों ने पहले से प्रश्‍न पत्र हल कर रहे परीक्षार्थियों के प्रश्न पत्र फाड़ दिए. इसके बाद वे गेट पर जमा होकर हंगामा करने लगे. छात्रों ने एक वीडियो भी बनाकर वायरल कर दिया. बताया जाता है कि ये वीडियो आरा जिले के वीर कुंवर सिंह कालेज परीक्षा केंद्र का हैं.

''परीक्षा केंद्र के संचालकों ने कहा कि उनका पेपर देरी से शुरू होगा, जबकि परीक्षा केंद्र पर दो कमरे में कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा दिलाई जा रही थी. उन कमरों का दरवाजे बंद था. कमरे में मौजूद उम्मीदवारों के पास मोबाइल फोन भी था. ऐसे में साफ पता चलता है कि कुछ परीक्षार्थियों को मोबाइल फोन के साथ परीक्षा सेंटर के अंदर जाने दिया गया और परीक्षा केंद्रों पर भी पहले से सेटिंग कर के रखा गया था.'' - वायरल वीडियो में परीक्षार्थी

डीएम ने प्रश्‍न पत्रों को कराया सील : बताया जाता है कि परीक्षा केन्द्र पर हंगामा होता देख वहां मौजूद पदाधिकारियों ने इसकी सूचना भोजपुर जिले के वरीय अधिकारियों को दी. सूचना के बाद आरा के वीर कुंवर सिंह कालेज सेंटर पर पहुंचे भोजपुर जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा, पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी और सहायक पुलिस अधीक्षक हिमांशु ने जांच शुरू की. इस बीच, भोजपुर के डीएम रोशन कुशवाहा ने सभी प्रश्न पत्रों को लेकर सील कर दिया गया. डीएम ने कहा कि परीक्षार्थियों से लिखित शिकायत मांगी गई.

साइबर सेल करेगी जांच : जांच के लिए बीपीएससी ने तीन सदस्यी टीम बनाई. मात्र 3 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसके बाद बीपीएससी ने इस परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है. कमेटी ने बीपीएससी के अध्यक्ष आरके महाजन को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसके आधार पर परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया है. इस बीच, आयोग ने कहा कि सोशल मीडिया पर परीक्षा के वायरल प्रश्न पत्र मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी गई है. इस मामले में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा रद्द कर दी गई है.

''बीपीएससी जांच समिति ने पाया कि परीक्षा का सेट सी लीक हो गया था। मामले की गहन जांच के लिए आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया है. साइबर सेल एडीजी आर्थिक अपराध इकाई के तहत काम करता है. इसलिए एक टीम बनाई गई है और उन्होंने जांच शुरू कर दी है. सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. " - एसके सिंघल, डीजीपी

पेपर लीक मामले में एक्शन ? : आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले में आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल योगेन्द्र सिंह समेत चार कर्मचारियों को पूछताछ के लिए पटना हेड क्वार्टर बुलाया है. सभी से ईओयू की टीम पूछताछ करेगी. साथ ही, आयोग ने 67 वीं की परीक्षा के लिए सभी जिलों में तैनात नोडल ऑफिसर को पटना तलब किया है. आयोग उनसे भई इस पूरे परीक्षा के बारे पूछताछ करेगी.

''सिर्फ आरा के सेंटर वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय से उन्हें परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है. पुलिस प्रशासन की टीम जांच कर रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद रिपोर्ट से मीडिया को भी अवगत कराया जाएगा. जो प्रारंभिक परीक्षा हुई उसे रद्द कर दिया गया है. मामले को लेकर 20 जिलों के एडीएम आए थे. हम लोग साइबर सेल को पूरा सहयोग कर रहे हैं. जांच भी बहुत लम्बी नहीं चलेगी. परीक्षा की नई तारीख पर अभी निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन सेंटर से ही पेपर लीक हुआ है, परीक्षा भी जल्द लेंगे.'' - जीउत सिंह, सचिव, बीपीएससी

एक्शन में सीएम नीतीश : इसी बीच सीएम नीतीश कुमार ने इस पेपर लीक मामले में कठोर रुख अपनाते हुए पुलिस को तेजी से जांच करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि, ''कल जो हुआ, हम तो समय दे दिये थे अपनी पार्टी के बहुत लोगों को. हम वहां बैठकर लोगों से मिल रहे थे, वहीं पर मालूम हुआ हमको. जानकारी मिली तो हम तुरंत बाहर निकलकर पूछे. जैसे ही मालूम हुआ, वैसे ही तत्काल एक्शन लिया है. तुरंत उसको कैंसिल किया है. अब देख रहे हैं कि हर जिले को जो भेजा जाता है, उसमें कहां लीक है. किस तरह लीक हुआ? कैसे लीक हुआ. इसे देखते हुए तत्काल परीक्षा को रद्द कर दिया गया. जांच हो रही है.''

38 जिलों में 1083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे : बिहार के कई जिलों में रविवार को बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा ली गई. इस परीक्षा में लगभग 5 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी पूरे राज्य से शामिल हुए थे. बीपीएससी पीटी परीक्षा को लेकर राज्य के 38 जिलों में 1083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. राजधानी पटना में ही अकेले 83 केंद्रों पर 55710 छात्र परीक्षा दे रहे थे.

पटना: बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन के 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा (BPSC 67th Prelims Exam 2022) का प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रद्द (BPSC 67th PT Exam Cancelled) कर दिया गया है. लेकिन इन सब के बीच पेपर लीक मामले में आरा के वीर कुंवर सिंह कालेज की चर्चा में हैं. रविवार को परीक्षा से पहले हंगामे का एक वीडियो भी सामने आया है. यह वीडियो बिहार सरकार के कदाचार मुक्त परीक्षा के दावों को ठेंगा दिखाने के लिए काफी है.

टेलीग्राम ग्रुप पर पेपर लीक : बताया जाता है कि रविवार को बीपीएससी पीटी परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो चुका था. टेलीग्राम ग्रुप पर प्रश्न पत्र परीक्षा से कुछ मिनट पहले वायरल हो चुका था. बता दें कि टेलीग्राम एक मोबाइल एप्लिकेशन है. छात्रों ने परीक्षा समाप्त होने के बाद जब वायरल प्रश्न पत्र से परीक्षा में आये सवालों को मिलाया गया तो वायरल प्रश्न पत्र मैच कर गया. इसके बाद से कई स्थानों पर अभ्यर्थियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. बिहार के आरा जिले के वीर कुंवर सिंह कालेज परीक्षा केंद्र पर तो सैकड़ों परीक्षार्थियों ने खूब बवाल काटा.

BPSC पेपर लीक मामले में आरा के इस कॉलेज की क्यों हो रही चर्चा?

आरा के इस कॉलेज की चर्चा क्यों ? : बताया जाता है कि बीपीएससी पीटी के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले के तार आरा स्थित एक केंद्र से जुड़ रहे हैं. यहां परीक्षा देने आए छात्रों का आरोप हैं कि ''परीक्षा केंद्र पर कुछ परीक्षार्थियों को मोबाइल के साथ अंदर जाने की अनुमति दी गईय उन्‍हें समय से पहले ही प्रश्‍नपत्र लीक कर दिए गए और एक खास कमरे में बैठाकर परीक्षा दिलवाई गई.''

छात्रों का आरोप : हंगामा कर रहे परीक्षार्थियों का आरोप है परीक्षा केंद्र कुछ छात्रों के लिए मैनेज था, जिन्‍हें समय से पहले ही प्रश्न पत्र दे दिया गया. उन लोगों को दो अलग कमरों में बिठाया गया था. जब परीक्षा का समय शुरू होने के कुछ मिनट बाद तक प्रश्न पत्र नहीं मिला तब परीक्षार्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया. परीक्षार्थी उन कमरों में भी घुस गए, जहां पहले से कुछ परीक्षार्थी प्रश्न पत्र हल कर रहे थे. आरोप है की कुछ परीक्षार्थियों ने पहले से प्रश्‍न पत्र हल कर रहे परीक्षार्थियों के प्रश्न पत्र फाड़ दिए. इसके बाद वे गेट पर जमा होकर हंगामा करने लगे. छात्रों ने एक वीडियो भी बनाकर वायरल कर दिया. बताया जाता है कि ये वीडियो आरा जिले के वीर कुंवर सिंह कालेज परीक्षा केंद्र का हैं.

''परीक्षा केंद्र के संचालकों ने कहा कि उनका पेपर देरी से शुरू होगा, जबकि परीक्षा केंद्र पर दो कमरे में कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा दिलाई जा रही थी. उन कमरों का दरवाजे बंद था. कमरे में मौजूद उम्मीदवारों के पास मोबाइल फोन भी था. ऐसे में साफ पता चलता है कि कुछ परीक्षार्थियों को मोबाइल फोन के साथ परीक्षा सेंटर के अंदर जाने दिया गया और परीक्षा केंद्रों पर भी पहले से सेटिंग कर के रखा गया था.'' - वायरल वीडियो में परीक्षार्थी

डीएम ने प्रश्‍न पत्रों को कराया सील : बताया जाता है कि परीक्षा केन्द्र पर हंगामा होता देख वहां मौजूद पदाधिकारियों ने इसकी सूचना भोजपुर जिले के वरीय अधिकारियों को दी. सूचना के बाद आरा के वीर कुंवर सिंह कालेज सेंटर पर पहुंचे भोजपुर जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा, पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी और सहायक पुलिस अधीक्षक हिमांशु ने जांच शुरू की. इस बीच, भोजपुर के डीएम रोशन कुशवाहा ने सभी प्रश्न पत्रों को लेकर सील कर दिया गया. डीएम ने कहा कि परीक्षार्थियों से लिखित शिकायत मांगी गई.

साइबर सेल करेगी जांच : जांच के लिए बीपीएससी ने तीन सदस्यी टीम बनाई. मात्र 3 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसके बाद बीपीएससी ने इस परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है. कमेटी ने बीपीएससी के अध्यक्ष आरके महाजन को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसके आधार पर परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया है. इस बीच, आयोग ने कहा कि सोशल मीडिया पर परीक्षा के वायरल प्रश्न पत्र मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी गई है. इस मामले में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा रद्द कर दी गई है.

''बीपीएससी जांच समिति ने पाया कि परीक्षा का सेट सी लीक हो गया था। मामले की गहन जांच के लिए आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया है. साइबर सेल एडीजी आर्थिक अपराध इकाई के तहत काम करता है. इसलिए एक टीम बनाई गई है और उन्होंने जांच शुरू कर दी है. सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. " - एसके सिंघल, डीजीपी

पेपर लीक मामले में एक्शन ? : आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले में आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल योगेन्द्र सिंह समेत चार कर्मचारियों को पूछताछ के लिए पटना हेड क्वार्टर बुलाया है. सभी से ईओयू की टीम पूछताछ करेगी. साथ ही, आयोग ने 67 वीं की परीक्षा के लिए सभी जिलों में तैनात नोडल ऑफिसर को पटना तलब किया है. आयोग उनसे भई इस पूरे परीक्षा के बारे पूछताछ करेगी.

''सिर्फ आरा के सेंटर वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय से उन्हें परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है. पुलिस प्रशासन की टीम जांच कर रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद रिपोर्ट से मीडिया को भी अवगत कराया जाएगा. जो प्रारंभिक परीक्षा हुई उसे रद्द कर दिया गया है. मामले को लेकर 20 जिलों के एडीएम आए थे. हम लोग साइबर सेल को पूरा सहयोग कर रहे हैं. जांच भी बहुत लम्बी नहीं चलेगी. परीक्षा की नई तारीख पर अभी निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन सेंटर से ही पेपर लीक हुआ है, परीक्षा भी जल्द लेंगे.'' - जीउत सिंह, सचिव, बीपीएससी

एक्शन में सीएम नीतीश : इसी बीच सीएम नीतीश कुमार ने इस पेपर लीक मामले में कठोर रुख अपनाते हुए पुलिस को तेजी से जांच करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि, ''कल जो हुआ, हम तो समय दे दिये थे अपनी पार्टी के बहुत लोगों को. हम वहां बैठकर लोगों से मिल रहे थे, वहीं पर मालूम हुआ हमको. जानकारी मिली तो हम तुरंत बाहर निकलकर पूछे. जैसे ही मालूम हुआ, वैसे ही तत्काल एक्शन लिया है. तुरंत उसको कैंसिल किया है. अब देख रहे हैं कि हर जिले को जो भेजा जाता है, उसमें कहां लीक है. किस तरह लीक हुआ? कैसे लीक हुआ. इसे देखते हुए तत्काल परीक्षा को रद्द कर दिया गया. जांच हो रही है.''

38 जिलों में 1083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे : बिहार के कई जिलों में रविवार को बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा ली गई. इस परीक्षा में लगभग 5 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी पूरे राज्य से शामिल हुए थे. बीपीएससी पीटी परीक्षा को लेकर राज्य के 38 जिलों में 1083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. राजधानी पटना में ही अकेले 83 केंद्रों पर 55710 छात्र परीक्षा दे रहे थे.

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