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माफिया अतीक अहमद के लिए तीन का आंकड़ा कैसे बन गया काल, पढ़ें नंबरों के खेल की Inside Story

उमेश पाल हत्याकांड के बाद से बाहुबली अतीक अहमद और उसके परिवार के लिए तीन का आंकड़ा काल बन गया. जब से अतीक अहमद ने उमेश पाल और उसके साथ दो पुलिस कर्मियों की हत्या करवाई, तब से तीन नंबर के आंकड़े ने उसको मौत की नींद सुलाने तक साथ दिया. उमेश पाल हत्यकाण्ड से लेकर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बीच जानिए तीन के आंकड़े का क्या खेल रहा है.

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Published : Apr 21, 2023, 5:48 PM IST

प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके कई शूटरों ने मिलकर दिनदहाड़े उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी को वकील उमेश पाल और उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिस वालों की हत्या कर दी थी. अतीक गैंग ने जिस वक्त इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया, उसी के बाद से तीन का आंकड़े ने अतीक अहमद की मौत तक उसका पीछा नहीं छोड़ा. तीन शूटरों ने ही पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को ताबड़तोड़ गोलियां मारकर मौत के घाट के उतार दिया. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के बीच तीन के इस आंकड़े का संबंध देखिए.

  1. उमेश पाल और उसके साथ दो गनर के ट्रिपल मर्डर से देश भर में सनसनी मच गयी थी.
  2. वारदात में शामिल अतीक अहमद गैंग के तीन शूटरों विजय चौधरी उर्फ उस्मान, गुलाम और अरबाज को पुलिस व एसटीएफ की मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं.
  3. घटना के बाद से अतीक अहमद के परिवार की तीन महिलाएं फरार हैं. जिसमें अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब और अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी शामिल हैं.
  4. अतीक अहमद के परिवार के तीन लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें अतीक अहमद, उसका छोटा भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि उसके बेटे असद को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया.
  5. अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 15 अप्रैल को तीन शूटरों ने गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया था.
  6. अतीक अशरफ को मारने वाले तीनों शूटर भी तीन अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं. एक बांदा तो दूसरा हमीरपुर और तीसरा कासगंज का रहने वाला है.
  7. अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद तीन जांच कमेटियां बनाई गई हैं. जिसमें तीन-तीन मेम्बर हैं.
  8. पुलिस कमिश्नर द्वारा बनाई गई एसआईटी में एडीसीपी, एसीपी और इंस्पेक्टर शामिल हैं.
  9. डीजीपी ने एसआईटी जांच का पर्यवेक्षण करने के लिए भी कमेटी बनाई है. जिसमें एडीजी प्रयागराज जोन, पुलिस कमिश्नर प्रयागराज और डायरेक्टर विधि विज्ञान प्रयोगशाला शामिल हैं.
  10. अतीक-अशरफ की हत्या के बाद सरकार ने न्यायिक जांच का आदेश दिया और तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया.जिसमें रिटायर न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी अध्यक्ष, पूर्व डीजीपी सुबेश कुमार सिंह पूर्व जिला जज बृजेश कुमार सोनी सदस्य हैं.

उमेश पाल हत्याकांड बन गया अतीक की बर्बादी का कारणः ज्योतिषाचार्य अविनाश राय का कहना है कि अंक ज्योतिष के अनुसार 3 अंक के स्वामी देव गुरु बृहस्पति होते हैं. बृहस्पति अनुशासन के देवता हैं और ज्यादा आतंक या अन्याय करने वालों का अंत भी करवाते हैं. बृहस्पति जब किसी दुष्ट आसुरी शक्ति वालों का विनाश करवाते हैं तो उसका जरिया धर्म और ईमान के पक्के लोगों को बनाते हैं.

अंक शास्त्र के मुताबिक 3 नंबर का मालिक गुरु बृहस्पति होता है और बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा जाता है. बृहस्पति आकाश मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है उसके द्वारा किए गए कार्यों का प्रभाव दूर दूर तक पड़ता है. बृहस्पति अनुशासन में रहना तय करते हैं और अनुशासन तोड़ने वाले को दंडित करना भी उनका कार्य है. अनुशासन में रहने वाले को सम्मानित करने का कार्य भी गुरु बृहस्पति ही करते हैं. बृहस्पति इस समय मीन राशि में संचार कर रहे हैं. बृहस्पति इस समय आकाश गंगा में सबसे मजबूत स्थिति में है. इस वजह से बृहस्पति ग्रह के प्रभाव की वजह से साफ सुथरी छवि के लोग आसुरी वृत्ति के लोगों पर हावी होंगे और उनका सफाया भी करेंगे.

ये भी पढ़ेंः उमेश पाल हत्याकांड में बमबाजी करने वाले गुड्डू मुस्लिम के ड्राईवर को यूपी एसटीएफ ने ओडिशा से उठाया

प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके कई शूटरों ने मिलकर दिनदहाड़े उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी को वकील उमेश पाल और उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिस वालों की हत्या कर दी थी. अतीक गैंग ने जिस वक्त इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया, उसी के बाद से तीन का आंकड़े ने अतीक अहमद की मौत तक उसका पीछा नहीं छोड़ा. तीन शूटरों ने ही पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को ताबड़तोड़ गोलियां मारकर मौत के घाट के उतार दिया. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के बीच तीन के इस आंकड़े का संबंध देखिए.

  1. उमेश पाल और उसके साथ दो गनर के ट्रिपल मर्डर से देश भर में सनसनी मच गयी थी.
  2. वारदात में शामिल अतीक अहमद गैंग के तीन शूटरों विजय चौधरी उर्फ उस्मान, गुलाम और अरबाज को पुलिस व एसटीएफ की मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं.
  3. घटना के बाद से अतीक अहमद के परिवार की तीन महिलाएं फरार हैं. जिसमें अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब और अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी शामिल हैं.
  4. अतीक अहमद के परिवार के तीन लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें अतीक अहमद, उसका छोटा भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि उसके बेटे असद को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया.
  5. अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 15 अप्रैल को तीन शूटरों ने गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया था.
  6. अतीक अशरफ को मारने वाले तीनों शूटर भी तीन अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं. एक बांदा तो दूसरा हमीरपुर और तीसरा कासगंज का रहने वाला है.
  7. अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद तीन जांच कमेटियां बनाई गई हैं. जिसमें तीन-तीन मेम्बर हैं.
  8. पुलिस कमिश्नर द्वारा बनाई गई एसआईटी में एडीसीपी, एसीपी और इंस्पेक्टर शामिल हैं.
  9. डीजीपी ने एसआईटी जांच का पर्यवेक्षण करने के लिए भी कमेटी बनाई है. जिसमें एडीजी प्रयागराज जोन, पुलिस कमिश्नर प्रयागराज और डायरेक्टर विधि विज्ञान प्रयोगशाला शामिल हैं.
  10. अतीक-अशरफ की हत्या के बाद सरकार ने न्यायिक जांच का आदेश दिया और तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया.जिसमें रिटायर न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी अध्यक्ष, पूर्व डीजीपी सुबेश कुमार सिंह पूर्व जिला जज बृजेश कुमार सोनी सदस्य हैं.

उमेश पाल हत्याकांड बन गया अतीक की बर्बादी का कारणः ज्योतिषाचार्य अविनाश राय का कहना है कि अंक ज्योतिष के अनुसार 3 अंक के स्वामी देव गुरु बृहस्पति होते हैं. बृहस्पति अनुशासन के देवता हैं और ज्यादा आतंक या अन्याय करने वालों का अंत भी करवाते हैं. बृहस्पति जब किसी दुष्ट आसुरी शक्ति वालों का विनाश करवाते हैं तो उसका जरिया धर्म और ईमान के पक्के लोगों को बनाते हैं.

अंक शास्त्र के मुताबिक 3 नंबर का मालिक गुरु बृहस्पति होता है और बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा जाता है. बृहस्पति आकाश मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है उसके द्वारा किए गए कार्यों का प्रभाव दूर दूर तक पड़ता है. बृहस्पति अनुशासन में रहना तय करते हैं और अनुशासन तोड़ने वाले को दंडित करना भी उनका कार्य है. अनुशासन में रहने वाले को सम्मानित करने का कार्य भी गुरु बृहस्पति ही करते हैं. बृहस्पति इस समय मीन राशि में संचार कर रहे हैं. बृहस्पति इस समय आकाश गंगा में सबसे मजबूत स्थिति में है. इस वजह से बृहस्पति ग्रह के प्रभाव की वजह से साफ सुथरी छवि के लोग आसुरी वृत्ति के लोगों पर हावी होंगे और उनका सफाया भी करेंगे.

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