रांची : बहुचर्चित चारा घोटाले के सबसे बड़ा घोटाला डोरंडा कोषागार (आरसी 47A/96) से अवैध निकासी मामले में एक बार फिर से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
लालू यादव के अधिवक्ता ने मामले की सुनवाई फिजिकल माध्यम से हो, इसको लेकर पिटीशन दायर किया है. वहीं सीबीआई ने इसके विरोध में रिज्वाइंडर दायर किया है. अदालत ने दोनों पक्षों के सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है. जल्द ही कोर्ट इस मामले पर फैसला सुनाएगी कि मामले की सुनवाई वर्चुअल होगी या फिर फिजिकल.
बचाव पक्ष की सफाई के बाद फैसला
चारा घोटाले से जुड़े डोरंडा कोषागार मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने डे-टू-डे सुनवाई करने का आदेश सीबीआई की विशेष अदालत को दिया है. सीबीआई की ओर से जो दस्तावेज अदालत में सौंपे गए हैं उसके आधार पर एक बार फिर लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. क्योंकि केस अब अंतिम स्टेज में है. इस मामले में सीबीआई की ओर से बहस पूरी हो गई है. बचाव पक्ष को अपनी सफाई देने का मौका दिया जाएगा. इसके बाद जज फैसला सुनाएंगे.
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सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह ने बताया कि बहुचर्चित चारा घोटाला का यह सबसे बड़ा मामला है जहां सीबीआई की ओर से बहस पूरी हो गई है. इस मामले में अवैध निकासी, फर्जी आवंटन, फर्जी आपूर्ति पत्र विपत्र से की गई थी. उन्होंने बताया कि पशुओं की ढुलाई के लिए स्कूटर, बाइक, ऑटो जीप आदि का प्रयोग किया गया था. इसमें पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, तत्कालीन पशुपालन मंत्री के सांठ-गांठ से राजस्व की गड़बड़ी की थी.
110 आरोपी फेस कर रहे हैं ट्रायल
बता दें कि मामले में बचाव पक्ष में लालू यादव समेत अन्य आरोपियों ने कुल 26 गवाही दर्ज कराई थी. डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में लालू प्रसाद समेत 110 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं. सीबीआई ने शुरू में 170 लोगों को आरोपी बनाया था. लालू समेत 147 आरोपियों के खिलाफ आरोप गठित किया गया था. सुनवाई के दौरान अब तक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र समेत 37 आरोपियों का निधन हो चुका है.
तीन केस में आधी सजा पूरी
चारा घोटाला के तीन मामले में राजद सु्प्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आधी सजा पूरी कर ली है. चाईबासा, देवघर और दुमका कोषागार मामले में लालू की आधी सजा पूरी हो चुकी है. आधी साज पूरी होने के बाद 17 अप्रैल को कोर्ट ने लालू को जमानत दे दी थी. जब उन्हें जमानत मिली थी तब वे दिल्ली एम्स में इलाज करा रहे थे. फिलहाल जेल से निकलने के बाद लालू राजनीति में फिर से एक्टिव हो गए हैं. पिछले दिनों उन्होंने मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात की थी.