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दुनिया के सबसे लंबे सफर पर निकला गंगा विलास क्रूज पहुंचा वाराणसी, जानिए इसकी खासियत - Deputy Director of Tourism

वाराणसी आ रहा गंगा विलास क्रूज मंगलवार को रामनगर बंदरगाह पहुंच गया है. इस क्रूज से काशी देश दुनिया के सैलानियों को भारत का एक नया मॉडल भी प्रस्तुत करेगा.

गंगा विलास क्रूज.
गंगा विलास क्रूज.
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Published : Jan 10, 2023, 7:01 PM IST

Updated : Jan 10, 2023, 7:28 PM IST

गंगा विलास क्रूज पहुंचा वाराणसी.

वाराणसीः दुनिया के सबसे लंबे सफर पर रवाना होने के लिए गंगा विलास लग्जरी क्रूज (Ganga Vilas Cruise) मंगलवार को वाराणसी पहुंच गया. यह क्रूज भारत एवं बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदियों के रास्ते अपनी मंजिल पर पहुंचेगा. इस लंबे सफर में एमवी गंगा विलास क्रूज पटना, साहिबगंज, कोलकाता, ढाका और गुवाहाटी जैसे 50 पर्यटक स्थलों से होकर गुजरेगा. इस क्रूज के संचालन से देश में पहली बार रिवर टूरिज्म के एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है. यह नया युग न सिर्फ भारत के नए रिवर टूरिज्म ( India new river tourism) की विकास की नई गाथा को लिखेगा. बल्कि देश दुनिया के सैलानियों को भारत का एक नया मॉडल भी प्रस्तुत करेगा. मौसम खराब होने की वजह से यह 3 दिन देरी से काशी पहुंचा.

गंगा विलास क्रूज पर मौजूद यात्री.
गंगा विलास क्रूज पर मौजूद यात्री.


सीएम योगी ने किया था टाइम टेबल का विमोचनः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने 11 नवंबर को गंगा विलास क्रूज के टाइम टेबल का विमोचन किया था. सोमवार को क्रूज चंदौली के धानापुर से दोपहर में निकलकर वाराणसी की सीमा में प्रवेश कर गया था. इसके बाद मंगलवार को क्रूज रामनगर बंदरगाह (Ramnagar Port) पहुंच गया. यहां पर पर्यटकों के भव्य स्वागत की तैयारियां हो रही है.

गंगा विलास क्रूज पर लगे शानदार सोफे.
गंगा विलास क्रूज पर लगे शानदार सोफे.



कुल 3200 किलोमीटर की होगी यात्राः उत्तर प्रदेश में पर्यटकों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. क्रूज गंगा विलास भारत में निर्मित पहला रिवरशिप है. जो काशी से बोगीबील (डिब्रूगढ़) तक सबसे लंबी जलयान (क्रूज) यात्रा कराएगी. ये यात्रा 50 दिन में कुल 3200 किलोमीटर की होगी. यह यात्रा विश्व विरासत से जुड़े 50 से अधिक जगहों पर रुकेगी. यह जलायन राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी गुजरेगा. इस यात्रा के दौरान सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क भी शामिल हैं.

गंगा विलास क्रूज पर आराम फरमाते यात्री.
गंगा विलास क्रूज पर आराम फरमाते यात्री.



27 रिवर सिस्टम से गुजरेगा क्रूजः पर्यटन उप निदेशक प्रीति श्रीवास्तव (Deputy Director of Tourism Preeti Srivastava) ने बताया कि गंगा विलास क्रूज यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम के कुल 27 रिवर सिस्टम से गुजरेगा. जिसमें मुख्य तीन नदियां गंगा, मेघना और ब्रह्मपुत्र इसके रास्ते में पड़ेंगी. क्रूज बंगाल में गंगा की सहायक और दूसरे नामों से प्रचलित भागीरथी, हुगली, बिद्यावती, मालटा, सुंदरवन रिवर सिस्टम, बांग्लादेश में मेघना, पद्मा, जमुना और फिर भारत में ब्रह्मपुत्र से आसाम में प्रवेश करेगा.

गंगा विलास क्रूज पर जिम.
गंगा विलास क्रूज पर जिम.




क्रूज पर 18 सुइट्स, स्पा रूम और 3 सनडेकः यात्रा में उबाऊ न हो, इसलिए क्रूज पर गीत-संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिम आदि की भी सुविधाएं होंगी. गंगा विलास क्रूज की लंबाई साढ़े 62 मीटर और चौड़ाई 12.8 मीटर है. इसमें पर्यटकों के रहने के लिए कुल 18 सुइट्स हैं. साथ में एक 40 सीटर वाला रेस्टोरेंट, स्पा रूम और 3 सनडेक भी शामिल हैं. इसके साथ में म्यूजिक का भी अरेंजमेंट शामिल किया गया है.

यात्री इन कुर्सियों पर बैठक देख सकेंगे विहंगम दृश्य.
यात्री इन कुर्सियों पर बैठक देख सकेंगे विहंगम दृश्य.



क्रूज से यात्रा का पैकेज


1- इनक्रेडिबल बनारस का पैकेजः इनक्रेडिबल बनारस पैकेज की कीमत 1 लाख 12 हजार रुपये है. इस पैकेज में गंगा घाट से लेकर रामनगर तक का पर्यटन शामिल है. यह यात्रा 4 दिन की होगी. वहीं, बनारस में एक दिन की यात्रा का किराया 300 डॉलर यानी कि करीब 25 हजार रुपये है.

2- कोलकाता से बनारस का पैकेजः कोलकाता से बनारस की यह यात्रा कुल 12 दिनों की है. कोलकाता से बनारस पैकेज का किराया 4,37,250 रुपये है. इसमें जलयान कोलकाता से निकलकर मुर्शिदाबाद, फरक्का, सुल्तानगंज, बोधगया होते वाराणसी पहुंचेगा.

3- कोलकाता से ढाका का पैकेजः यह यात्रा 12 दिनों की होगी. कोलकाता से बांग्लादेश की राजधानी ढाका तक की यात्रा के लिए भी 4,37,250 रुपए चुकाने होंगे. बांग्लादेश में सुंदरबन डेल्टा के भ्रमण के लिए प्रति व्यक्ति टिकट 1 लाख 20 हजार रुपए देने होंगे. कोलकाता के बेलुर मठ, बंगाल टाइगर और मंदिरों के लिए 1 लाख 75 हजार रुपए देने होंगे.

विश्व के बड़े क्रूज ः गौरतलब है कि भारत के गंगा विलास रिवर क्रूज के अलावा विश्व में इजिप्ट, ब्राजील, चीन,रूस, यूरोप, जर्मनी पुर्तगाल के रिवर क्रूज हैं. जिनका सफर लंबा होता है. इसमें सबसे लंबा सफर इजिप्ट के नील रिवर क्रूज का होता है.पीएम नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को लंबे जलमार्ग पर सफर के लिए गंगा विलास क्रूज को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.


यह भी पढ़ें- वाराणसी दौरे पर पहुंचे सीएम योगी, टेंट सिटी की तैयारियों का लिया जायजा

गंगा विलास क्रूज पहुंचा वाराणसी.

वाराणसीः दुनिया के सबसे लंबे सफर पर रवाना होने के लिए गंगा विलास लग्जरी क्रूज (Ganga Vilas Cruise) मंगलवार को वाराणसी पहुंच गया. यह क्रूज भारत एवं बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदियों के रास्ते अपनी मंजिल पर पहुंचेगा. इस लंबे सफर में एमवी गंगा विलास क्रूज पटना, साहिबगंज, कोलकाता, ढाका और गुवाहाटी जैसे 50 पर्यटक स्थलों से होकर गुजरेगा. इस क्रूज के संचालन से देश में पहली बार रिवर टूरिज्म के एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है. यह नया युग न सिर्फ भारत के नए रिवर टूरिज्म ( India new river tourism) की विकास की नई गाथा को लिखेगा. बल्कि देश दुनिया के सैलानियों को भारत का एक नया मॉडल भी प्रस्तुत करेगा. मौसम खराब होने की वजह से यह 3 दिन देरी से काशी पहुंचा.

गंगा विलास क्रूज पर मौजूद यात्री.
गंगा विलास क्रूज पर मौजूद यात्री.


सीएम योगी ने किया था टाइम टेबल का विमोचनः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने 11 नवंबर को गंगा विलास क्रूज के टाइम टेबल का विमोचन किया था. सोमवार को क्रूज चंदौली के धानापुर से दोपहर में निकलकर वाराणसी की सीमा में प्रवेश कर गया था. इसके बाद मंगलवार को क्रूज रामनगर बंदरगाह (Ramnagar Port) पहुंच गया. यहां पर पर्यटकों के भव्य स्वागत की तैयारियां हो रही है.

गंगा विलास क्रूज पर लगे शानदार सोफे.
गंगा विलास क्रूज पर लगे शानदार सोफे.



कुल 3200 किलोमीटर की होगी यात्राः उत्तर प्रदेश में पर्यटकों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. क्रूज गंगा विलास भारत में निर्मित पहला रिवरशिप है. जो काशी से बोगीबील (डिब्रूगढ़) तक सबसे लंबी जलयान (क्रूज) यात्रा कराएगी. ये यात्रा 50 दिन में कुल 3200 किलोमीटर की होगी. यह यात्रा विश्व विरासत से जुड़े 50 से अधिक जगहों पर रुकेगी. यह जलायन राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी गुजरेगा. इस यात्रा के दौरान सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क भी शामिल हैं.

गंगा विलास क्रूज पर आराम फरमाते यात्री.
गंगा विलास क्रूज पर आराम फरमाते यात्री.



27 रिवर सिस्टम से गुजरेगा क्रूजः पर्यटन उप निदेशक प्रीति श्रीवास्तव (Deputy Director of Tourism Preeti Srivastava) ने बताया कि गंगा विलास क्रूज यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम के कुल 27 रिवर सिस्टम से गुजरेगा. जिसमें मुख्य तीन नदियां गंगा, मेघना और ब्रह्मपुत्र इसके रास्ते में पड़ेंगी. क्रूज बंगाल में गंगा की सहायक और दूसरे नामों से प्रचलित भागीरथी, हुगली, बिद्यावती, मालटा, सुंदरवन रिवर सिस्टम, बांग्लादेश में मेघना, पद्मा, जमुना और फिर भारत में ब्रह्मपुत्र से आसाम में प्रवेश करेगा.

गंगा विलास क्रूज पर जिम.
गंगा विलास क्रूज पर जिम.




क्रूज पर 18 सुइट्स, स्पा रूम और 3 सनडेकः यात्रा में उबाऊ न हो, इसलिए क्रूज पर गीत-संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिम आदि की भी सुविधाएं होंगी. गंगा विलास क्रूज की लंबाई साढ़े 62 मीटर और चौड़ाई 12.8 मीटर है. इसमें पर्यटकों के रहने के लिए कुल 18 सुइट्स हैं. साथ में एक 40 सीटर वाला रेस्टोरेंट, स्पा रूम और 3 सनडेक भी शामिल हैं. इसके साथ में म्यूजिक का भी अरेंजमेंट शामिल किया गया है.

यात्री इन कुर्सियों पर बैठक देख सकेंगे विहंगम दृश्य.
यात्री इन कुर्सियों पर बैठक देख सकेंगे विहंगम दृश्य.



क्रूज से यात्रा का पैकेज


1- इनक्रेडिबल बनारस का पैकेजः इनक्रेडिबल बनारस पैकेज की कीमत 1 लाख 12 हजार रुपये है. इस पैकेज में गंगा घाट से लेकर रामनगर तक का पर्यटन शामिल है. यह यात्रा 4 दिन की होगी. वहीं, बनारस में एक दिन की यात्रा का किराया 300 डॉलर यानी कि करीब 25 हजार रुपये है.

2- कोलकाता से बनारस का पैकेजः कोलकाता से बनारस की यह यात्रा कुल 12 दिनों की है. कोलकाता से बनारस पैकेज का किराया 4,37,250 रुपये है. इसमें जलयान कोलकाता से निकलकर मुर्शिदाबाद, फरक्का, सुल्तानगंज, बोधगया होते वाराणसी पहुंचेगा.

3- कोलकाता से ढाका का पैकेजः यह यात्रा 12 दिनों की होगी. कोलकाता से बांग्लादेश की राजधानी ढाका तक की यात्रा के लिए भी 4,37,250 रुपए चुकाने होंगे. बांग्लादेश में सुंदरबन डेल्टा के भ्रमण के लिए प्रति व्यक्ति टिकट 1 लाख 20 हजार रुपए देने होंगे. कोलकाता के बेलुर मठ, बंगाल टाइगर और मंदिरों के लिए 1 लाख 75 हजार रुपए देने होंगे.

विश्व के बड़े क्रूज ः गौरतलब है कि भारत के गंगा विलास रिवर क्रूज के अलावा विश्व में इजिप्ट, ब्राजील, चीन,रूस, यूरोप, जर्मनी पुर्तगाल के रिवर क्रूज हैं. जिनका सफर लंबा होता है. इसमें सबसे लंबा सफर इजिप्ट के नील रिवर क्रूज का होता है.पीएम नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को लंबे जलमार्ग पर सफर के लिए गंगा विलास क्रूज को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.


यह भी पढ़ें- वाराणसी दौरे पर पहुंचे सीएम योगी, टेंट सिटी की तैयारियों का लिया जायजा

Last Updated : Jan 10, 2023, 7:28 PM IST
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