नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ईद-उल-अजहा की पूर्व संध्या पर शनिवार को देशवासियों को बधाई दी और सभी लोगों से मानव सेवा के लिए खुद को समर्पित करने तथा राष्ट्र की समृद्धि एवं विकास के लिए काम करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि ईद-उल-अजहा कुर्बानी और मानवता की सेवा का प्रतीक है. बता दें, देशभर में ईद-उल-अजहा की नमाज शुक्रवार को अदा की जाएगी.
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, 'यह त्योहार हमें हजरत इब्राहिम द्वारा दिखाए गए आत्म-बलिदान के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है. आइए, हम इस अवसर पर मानव जाति की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने और राष्ट्र की समृद्धि एवं विकास के लिए काम करने का संकल्प लें.' उन्होंने कहा, 'ईद-उल-अजहा के अवसर पर, मैं अपने सभी देशवासियों, विशेषकर हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को मुबारकबाद देता हूं.'
ईद-उल-अजहा के मौके पर देशभर की बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है. दिल्ली के मीना बाजार में बकरीद से पहले 'अनोखे' बकरों ने सभी को आकर्षित किया. इन बकरों पर बाकायदा कीमत का टैग लगा है और इनकी कीमत लाखों रुपये है. 'अनोखे' बकरों के मालिकों ने दावा किया कि इन पर पाक शब्द 'अल्लाह' और 'मोहम्मद' की इबारत है. फूलों की माला पहने और महंगे कपड़ों से सजे-धजे इन बकरों ने बाजार में आते ही सभी का ध्यान आकर्षित किया है. दो बकरों की उम्र एक-एक साल है जबकि तीसरा बकरा दो साल का है.
दो साल की उम्र वाले बकरे के मालिक गुड्डू खान (35) ने इसकी कीमत 30 लाख रुपये तय की है. बहरहाल, उनका दावा है कि यह बकरा 'अनमोल' है. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से आये गुड्डू ने कहा, 'ये अनोखे बकरे हैं, जो और कहीं नजर नहीं आएंगे. वे अनमोल हैं. इन बकरों पर पाक शब्द 'अल्लाह' और 'मोहम्मद' की इबारत है.'
यह भी पढ़ें- बकरीद 2022: छत्तीसगढ़ में यहां बिक रहा सबसे महंगा बकरा !
अन्य दो बकरे गुड्डू के भाई और भतीजे के हैं, जिन्होंने प्रत्येक की कीमत 15 लाख रुपये तय की है. गुड्डू के भतीजे अकिल खान ने कहा, मैंने उसे एक साल से अधिक समय तक पाला. मुझे यकीन है कि मुझे इसके लिए 15 लाख रुपये मिल जाएंगे. हमने उन्हें अच्छी तरह से खिलाया-पिलाया. वे विशेष हैं, क्योंकि उन पर ‘अल्लाह’ का नाम लिखा है.