कोल्हापुर (महाराष्ट्र): एनसीपी नेता और पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ के कागल स्थित आवास पर ईडी ने आज सुबह एक बार फिर छापेमारी की. पिछले डेढ़ महीने में यह दूसरी छापेमारी है. ऐसी आशंका है कि हसन मुश्रीफ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. आज सुबह ईडी के चार से पांच अधिकारियों ने हसन मुश्रीफ के कागल स्थित आवास पर छापा मारा. किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. घर के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी है. ईडी ने समन देकर हसन मुश्रीफ को 13 मार्च को तलब किया है.
इससे पहले ईडी ने हसन मुश्रीफ की अध्यक्षता वाले कोल्हापुर डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल बैंक पर भी छापा मारा था. इस दौरान टीम ने कुछ अहम दस्तावेज भी जब्त किए थे. कुछ ही दिनों में कागल स्थित घर पर एक बार फिर से ईडी का छापा पड़ा है. ऐसे में क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. आपको बता दें कि संताजी घोरपड़े चीनी मिल घोटाले में मुश्रीफ के घर पर छापा मारा गया है. इस फैक्ट्री में कोलकाता की फर्जी कंपनियों से 158 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए, यह पैसा कहां से आया? यह कंपनी कहाँ है? ईडी के अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं.
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने दावा किया था कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का पैसा है. सोमैया ने इस मामले में मुश्रीफ के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की. महज पंद्रह दिन में टीम ने कोल्हापुर डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल बैंक में भी दो दिनों तक दस्तावेजों की जांच की. इस बीच अभी तक इस बात का पता नहीं चला है कि इस जांच में क्या निकला लेकिन दो दिन पहले जिला बैंक के खातों का ऑडिट करने का आदेश दिया गया है.
हसन मुश्रीफ को राहत मिली: हसन मुश्रीफ ने अपने खिलाफ की जा रही इस कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इस बीच बीते रोज इस संबंध में सुनवाई हुई और हसन मुश्रीफ को इसमें राहत मिल गई. भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले बीजेपी नेता किरीट सोमैया को बड़ा झटका लगा है. जब हसन मुश्रीफ का मामले से कोई सीधा संबंध नहीं था तो किरीट सोमैया को कोर्ट के आदेश और मामले की प्राथमिकी की प्रति कैसे मिल गई? कोर्ट ने यह सवाल पूछा है.