पश्चिम चंपारण : बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में अब तक कुल 16 संदिग्ध मौत की सूचना मिली है. जिसमें से दो की मौत लंबी बीमारी के कारण होने की पुष्टि हुई है. बाकी बचे 14 मृतकों में से चार के परिजनों ने जहरीली शराब पीने से मौत की बात को स्वीकार किया है. वहीं ग्रामीणों ने अन्य 10 संदिग्धों की मौत भी जहरीली शराब से होने की बात बताई है.
डीएम, एसपी सहित एसडीएम, एसडीपीओ, विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, आपदा प्रभारी सहित अन्य अधिकारी और पुलिसकर्मी गांव पहुंचकर मृतकों के परिजनों से पूछताछ की. जिसमें दो लोगों की बीमारी से मौत होने की पुष्टि हुई है, क्योंकि इनके परिजनों ने उनके बीमार होने के पुर्जे दिखाए.
हालांकि देउरवा गांव में मुमताज मियां (उम्र-36 वर्ष) के बेतिया के आस्था हाॅस्पिटल में भर्ती होने की खबर मिलने के बाद तत्काल अस्पताल पहुंचकर बीमार की जांच की गई. वहां बीमार के चचेरे भाई भोला ने पूछताछ में बताया कि मुमताज की तबियत शराब पीने से बिगड़ी है. उसी ने गांव में ठग साह द्वारा चुलाई शराब का धंधा करने की बात प्रशासन को बतायी, जिसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है.
बेतिया प्रभारी एसपी किरण कुमार गोरख जाधव ने बताया कि इस मामले में लौरिया थाने में दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. गांव की एक महिला सहित चार लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है जबकि एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पूरे गांव में प्रशासन ने पुलिस और एम्बुलेंस की तैनाती कर दिया है. एविडेन्स इकट्ठा किये जा रहे हैं.
एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद 6 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. साथ ही श्वान दस्ता के माध्यम से दोषियों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. ठग साह के बेटे 22 वर्षीय सुमित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इधर स्थानीय चौकीदार नसरूल्लाह और जयराम राम को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है. इस पूरे मामले पर डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि दोषी व्यक्तियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
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बता दें कि यह मामला अब सियासी रंग ले चुका है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सरकार पर सीधे-सीधे हमला बोलते हुए कहा कि बेतिया में ये मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं. सरकार के संरक्षण में शराब कारोबार फल-फूल रहा है. वहीं पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया ने भी कहा कि यदि सूबे में शासन प्रणाली दुरूस्त नहीं हो पा रहा है तो सरकार को सरेंडर कर देना चाहिए.