बेतिया: जिले के स्वर्ण व्यवसायी नगनारायण साह के बेटे और 9वीं क्लास के छात्र आशीष कुमार की निर्मम हत्या के बाद सभी दहल उठे थे. पुलिस लगातार मामले की छानबीन में जुटी हुई थी. आखिरकार हत्या के तीसरे दिन यानी कि शुक्रवार को पूरे मामले का खुलासा करते हुए चार हत्यारों को गिरफ्तार किया गया है. हत्यारों में से एक नाबालिग है और आशीष के स्कूल का ही छात्र है. साथ ही नाबालिग पूरी घटना का मास्टरमाइंड भी निकला. पुलिस ने बताया कि पूरा मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है.
छात्र की दोनों आंखें फोड़ी : बुधवार को लड़की का नाबालिग भाई, जो आशीष के ही स्कूल में पढ़ता है, अपने दोस्तों के साथ उसे स्कूल से ले गया था. उसके बाद सुनसान जगह पर ले जाकर छात्र के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी गईं. पहले उसकी आंखें निकाली गई और फिर पीट-पीटकर उसे मौत से घाट उतार दिया गया.
प्रेम प्रसंग में निर्मम हत्या: उसके बाद हत्यारों ने हाथ-पैर बांधकर शव को गांव के पास एक तालाब में फेंक दिया. बेतिया एसपी अमरकेश डी ने बताया है चार अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है. चारों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. चारों अपराधियों में एक छात्र का साथी था और तीन अपराधी थे.
"शव देखकर लगता है कि आशीष के पहले दोनों हाथ बांध दिए गए. फिर उसका गला दबाया गया. उसके बाद उसके दोनों आंखों को फोड़ दिया गया और शव को छुपाने के लिए पानी में डालकर उसके ऊपर पुआल डालकर ढक दिया गया." - ग्रामीण
अपहरण के तुरंत बाद कर दी थी हत्या: बेतिया एसपी अमरकेश डी के अनुसार घटना को अंजाम देने के लिए एक महीने पूर्व से अपराधी योजना बना रहे थे. बुधवार को जिस दिन छात्र का अपहरण किया गया था, उसी दिन आशीष की हत्या कर दी गई थी. अपराधियों को डर था कि अगर छात्र को जिंदा छोड़ दिया तो वह सभी की पहचान कर सकता है. इसलिए किडनैपिंग के बाद उसकी क्रूरता के साथ हत्या कर दी गई थी. आशीष की हत्या निर्मम तरीके से की गई.
"पूछताछ में हमें पता चला कि छात्र दोपहर 12 बजे के करीब क्लासेस बंक करके स्कूल की दीवार फांदकर किसी के साथ गया था. उसके बाद कुछ टेक्निकल एनालिसिस किया गया और कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. चारों में से एक लड़का उसी छात्र के साथ उसी स्कूल में पढ़ता था और उसका सीनियर था."- अमरकेश डी, बेतिया एसपी
ऐसे हुआ था आशीष का अपहरण: कुमारबाग थाना क्षेत्र के कुड़िया मठिया के रहने वाले तीन लड़के रौशन कुमार, राजबली और रामु चौधरी के साथ मिलकर नाबालिग ने ही एक महीने पहले हत्या की साजिश रची थी. तीनों लड़कों रौशन कुमार, राजबली और रामु चौधरी ने एक प्लान तैयार किया और आशीष को किसी तरह स्कूल से बाहर लाने के लिए तैयार करवाया.
स्कूल की पीछे की चहारदीवारी फांदकर गया था छात्र: आशीष को स्कूल से बाहर लाने का काम उसी के स्कूल में पढ़ने वाले नाबालिग ने किया था. क्योंकि उसी लड़के के बहन से आशीष का अफेयर चल रहा था लेकिन आशीष को तनिक भी इस बात की भनक नहीं लगी कि उसके साथ स्कूल के बाहर जाने के बाद क्या होने वाला है. आशीष ने स्कूल में ही अपना बैग और साइकिल छोड़ दिया और स्कूल की पीछे की चहारदीवारी फांदकर स्कूल से बाहर निकल गया.
एक महीने से रची जा रही थी साजिश: छात्र की हत्या के बाद उसके पिता से फोन कर बीस लाख की रंगदारी मांगी गई थी. घटना के पीछे का कारण लव अफेयर और फिरौती है. लड़की के भाई ने तीन अपराधियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है. लड़की का भाई छात्र को मारना चाहता था और तीनों अपराधी फिरौती में मोटी रकम वसूलना चाहते थे. तीनों अपराधी फिरौती और अपहरण के लिए एक महीने से योजना बना रहे थे.
अपहरण के दिन ही कर दिया गया था आशीष का मर्डर: पुलिस ने चार मोबाइल और सिम बरामद किया है. छात्र के पिता से फिरौती मांगने के लिए इन मोबाइलों का ही इस्तेमाल किया जा रहा था. बता दें 11 अक्टूबर को आशीष कुमार का अपहरण हुआ और उसी दिन उसकी हत्या कर दी गई थी. क्योंकि लड़का अपराधियों को पहचानता था. तीन अपराधी रौशन, राजबली और रामु चौधरी के साथ उसके साथी ने घटना को अंजाम दिया. तीनों अपराधी कुमारबाग थाना क्षेत्र कुड़िया मठिया के रहने वाले हैं.
लोगों में आक्रोश: हत्या करने के बाद अपराधियों ने फिरौती की रकम मांगी थी. बता दें की कुमारबाग ओपी अंतर्गत रानीपुर रामपुरवा गांव के स्वर्ण व्यवसायी नगनारायण साह का आशीष कुमार पुत्र था, जो नौवीं क्लास का छात्र था. हाई स्कूल से उसका अपहरण हुआ और अपराधियों ने उसकी नृशन्स हत्या कर दी. घटना से क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ आमलोगों में आक्रोश है.