ETV Bharat / bharat

बहराइच में 50 बंदरों के शव चौकी के पास फेंकने का फोटो वायरल !, फॉरेस्ट गार्ड निलंबित, वॉचर कार्यमुक्त

बहराइच में मोतीपुर इलाके में 50 बंदरों की मौत की खबर से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएफओ ने मोतीपुर वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच टीम गठित कर दी है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 6, 2023, 11:00 AM IST

Updated : Oct 7, 2023, 12:47 PM IST

डीओफओ ने दी यह जानकारी.

बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां के वन क्षेत्र में खपरा वन चौकी क्षेत्र के पास सामूहिक रूप से 50 बंदरों को मारकर फेंक देने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि ईटीवी भारत इस वायरल फोटो की पुष्टि नहीं करता है. इस मामले को लेकर डीएफओ का कहना है कि कुछ बंदरों के शव मिले हैं. जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. वहीं, डीएफओ ने इस मामले में फॉरेस्ट गार्ड को निलंबित, वॉचर को कार्यमुक्त कर दिया है. वन दारोगा को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है.

जनपद के नानपारा लखीमपुर सड़क मार्ग पर वन क्षेत्र है. यहां नैनिहा वन क्षेत्र से सटे खपरा वन चौकी क्षेत्र के निकट मरे हुए बंदरों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. सोशल मीडिया पर बंदरों के शवों की संख्या 50 बताई जा रही है. हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

राहगीरों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी थी. सूचना पर पहुंचे वन दरोगा और फारेस्ट गार्ड ने द्वारा बिना जांच किए बंदरों के शवों को दफन करवा दिया. वहीं एक साथ कई बंदर के शव मिलने से जिले में हड़कंप मच गया है.

डीएफओ आकाशदीप वधावन ने बताया कि कतर्नियाघाट के खपरा वन चौकी क्षेत्र में बंदरों को मारकर फेंकने की सूचना मिली थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए मोतीपुर वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर दी गई है. इसके साथ ही स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के जवानों एवं डाक स्क्वायर दस्ता से भी मदद ली जा रही है. जल्द ही मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट एंव इंडियन फारेस्ट एक्ट की कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही दोषी वनकर्मियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि डीएफओ द्वारा बंदरों के शवों की संख्या नहीं बताई गई है. उनका कहना है कि कुछ बंदरों के शव मिले हैं. उसकी जांच की जा रही है.

डीएफओ ने फॉरेस्ट गार्ड को किया निलंबित, वॉचर कार्यमुक्त
डीएफओ आकाशदीप वधावन ने बताया कि लापरवाही और ड्यूटी में वन नियम का पालन न करने के चलते फॉरेस्ट गार्ड ठाकुर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. वहीं, दो बीट वॉचर को कार्य मुक्त कर दिया गया है. डीएफओ ने बताया कि वन दरोगा गोपाल को जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. वन क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र तिवारी को कारण बताओ नोटिस दिया है. डीएफओ की इस कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मच गया.



यह भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश में मरे मिले 40 से ज्यादा बंदर, जहर दिए जाने का शक

यह भी पढ़ें- बंदर कर रहे बनारस शहर के हर हिस्से में खरमंडल, भगाने आई टीम खुद ही भागी

यह भी पढ़ें- बाराबंकी में 6 बंदरों की मौत, विसरा सुरक्षित कर रासायनिक परीक्षण के लिए भेजा

डीओफओ ने दी यह जानकारी.

बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां के वन क्षेत्र में खपरा वन चौकी क्षेत्र के पास सामूहिक रूप से 50 बंदरों को मारकर फेंक देने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि ईटीवी भारत इस वायरल फोटो की पुष्टि नहीं करता है. इस मामले को लेकर डीएफओ का कहना है कि कुछ बंदरों के शव मिले हैं. जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. वहीं, डीएफओ ने इस मामले में फॉरेस्ट गार्ड को निलंबित, वॉचर को कार्यमुक्त कर दिया है. वन दारोगा को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है.

जनपद के नानपारा लखीमपुर सड़क मार्ग पर वन क्षेत्र है. यहां नैनिहा वन क्षेत्र से सटे खपरा वन चौकी क्षेत्र के निकट मरे हुए बंदरों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. सोशल मीडिया पर बंदरों के शवों की संख्या 50 बताई जा रही है. हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

राहगीरों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी थी. सूचना पर पहुंचे वन दरोगा और फारेस्ट गार्ड ने द्वारा बिना जांच किए बंदरों के शवों को दफन करवा दिया. वहीं एक साथ कई बंदर के शव मिलने से जिले में हड़कंप मच गया है.

डीएफओ आकाशदीप वधावन ने बताया कि कतर्नियाघाट के खपरा वन चौकी क्षेत्र में बंदरों को मारकर फेंकने की सूचना मिली थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए मोतीपुर वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर दी गई है. इसके साथ ही स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के जवानों एवं डाक स्क्वायर दस्ता से भी मदद ली जा रही है. जल्द ही मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट एंव इंडियन फारेस्ट एक्ट की कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही दोषी वनकर्मियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि डीएफओ द्वारा बंदरों के शवों की संख्या नहीं बताई गई है. उनका कहना है कि कुछ बंदरों के शव मिले हैं. उसकी जांच की जा रही है.

डीएफओ ने फॉरेस्ट गार्ड को किया निलंबित, वॉचर कार्यमुक्त
डीएफओ आकाशदीप वधावन ने बताया कि लापरवाही और ड्यूटी में वन नियम का पालन न करने के चलते फॉरेस्ट गार्ड ठाकुर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. वहीं, दो बीट वॉचर को कार्य मुक्त कर दिया गया है. डीएफओ ने बताया कि वन दरोगा गोपाल को जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. वन क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र तिवारी को कारण बताओ नोटिस दिया है. डीएफओ की इस कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मच गया.



यह भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश में मरे मिले 40 से ज्यादा बंदर, जहर दिए जाने का शक

यह भी पढ़ें- बंदर कर रहे बनारस शहर के हर हिस्से में खरमंडल, भगाने आई टीम खुद ही भागी

यह भी पढ़ें- बाराबंकी में 6 बंदरों की मौत, विसरा सुरक्षित कर रासायनिक परीक्षण के लिए भेजा

Last Updated : Oct 7, 2023, 12:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.