गयाः बिहार में शराब की तस्करी (Liquor smuggling in Bihar) में गाड़ी पकड़ी गई तो चिंता करने की जरूरत नहीं है. सिर्फ एक लाख रुपए खर्च करने होंगे, इसके बाद किस पुलिस की मजाल जो आपकी गाड़ी पकड़ ले, क्योंकि साहब दिलदार जो हैं. साहब के चालक रुपए वसूलते हैं और साहब शराब लोड गाड़ी को छोड़ देते हैं. यही नहीं शराब लोड गाड़ी क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले उत्पाद विभाग को सूचना भी दी जाती है और फिर पकड़ा जाता है और रुपए लेकर छोड़ दिया जाता है. यह खेल लगातार चलते रहता है.
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वसूली का वीडियो वायरलः बिहार के गया में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिससे प्रशासन की नींद खराब हो गई है. उत्पाद विभाग इस वीडियो की जांच में जुट गई है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि उत्पाद विभाग के चालक शराब माफिया से 99 हजार रुपए ले रहा है. एक हजार रुपए कम होने पर इसे गुगल पे के माध्यम से लिया जाता है. रुपए लेने के बाद चालक कहता है कि साहब दिलदार हैं. रोड में चलिएगा तो खबर कर दीजिएगा.
शेरघाटी मद्य निषेध विभाग का मामलाः यह मामला जिले के शेरघाटी मद्य निषेध विभाग का बताया जा रहा है. एक वाहन चालक अधिकारियों की मिलीभगत से वसूली कर शराब लोड गाड़ी को पास करवाता है. वीडियो में दिख रहा सख्श उत्पाद विभाग में किराए पर चल रहे वाहन का चालक तारकेश्वर प्रसाद है, जो शराब और महुआ का धंधा कराने के लिए माफियाओं से रुपए ले रहा है. हकीकत यह है कि इसके साथ सिस्टम के कई लोग मिले हैं.
यहां सारा काम हो जाएगाः वाहन चालक की बातचीत के आधार पर यह समझा जा सकता है कि उत्पाद विभाग में क्या चल रहा. यह चालक न सिर्फ रिश्वत लेता है, बल्कि शराब लदे वाहन को छुड़ाने के लिए, पकड़ाए शराबी को छुड़ाने के लिए, शराब का कारोबार, महुआ का कारोबार संचालित करने के लिए बड़ी सेटिंग करता है. उत्पाद विभाग के वाहन का यह चालक अपने विभाग के लिए ज्यादा प्यारा है, क्योंकि अवैध लेन देन के सारे काम साहब इसे से कराते हैं.
एक लाख रुपए में डीलः बीते सप्ताह शराब और महुआ लोडिंग पिकअप को उत्पाद विभाग ने पकड़ा गया था. उस दौरान चालक तारकेश्वर मौजूद था. तारकेश्वर ने शराब माफियाओं के साथ मिलकर डेढ़ लाख रुपए में शराब और महुआ लदे वाहन को छोड़ने की सेटिंग कर ली. इसके बाद उसने 99 हजार लिए, जिसका वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है. जानकारी के अनुसार सरकेश्वर प्रसाद ने अपना वाहन शेरघाटी उत्पाद विभाग में किराए पर दिया है. वह खुद अपनी गाड़ी को चलाने का काम करता है.
"उत्पाद विभाग के वाहन के निजी चालक के द्वारा कैश लिए जाने का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें स्पष्ट है, कि उत्पाद विभाग का चालक रुपये ले रहा, लेकिन बड़ी बात है कि आखिर इसमें कौन-कौन लोग मिले हुए हैं, इसकी पूरी जांच होगी. जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है. रिपोर्ट आते ही कार्रवाई हो जाएगी." -प्रेम प्रकाश, सहायक आयुक्त, उत्पाद विभाग, गया