मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के खिलाफ परिवाद दर्ज (Complaint filed against Tamil Nadu CM Stalin) हुआ है. जन अधिकार पार्टी की ओर से जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश ने न्यायाल में तामिलनाडु सीएम के खिलाफ परिवाद दायर करवाया है. इस मामले पर न्यायालय में 18 मार्च 2023 को सुनवाई होगी. वेद प्रकाश जिला के कटरा थाना क्षेत्र धनौर के रहने वाले हैं. उन्होंने कई सख्त धाराओं के तहत एमके स्टालिन के खिलाफ सीजेएम के यहां परिवाद दर्ज कराया है.
तामिलनाडु में बिहारी मजदूरों के शव गायब करने का आरोपः दायर परिवाद में यह आरोप लगाया गया है कि तमिलनाडु में रह रहे बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट की जा रही है. इससे अलावा कई बिहारियों की हत्या के बाद उनके शवों को भी गायब कर दिया है. मृत लोगों के परिवार वालों को अबतक लाश नहीं मिल पाई है. वेद प्रकाश ने सूबे की सरकार और केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि तमिलनाडु में फंसे बिहारियों को वापस लाने की व्यवस्था की जाए.
"कल हमलोगों ने मीडिया में खबर देखा कि तामिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट की जा रही है. इसके बाद हमलोगों ने जन अधिकार पार्टी के स्तर से इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल की. वहां से 10-12 मजदूर जो लौट रहे थे उसे मजिस्ट्रेट गांजा तस्कर बता कर शरीर से एक-एक कपड़ा उतरवा कर प्रताड़ित कर दिया. इस प्रकार की खबरें लगातार मिल रही है. हमारे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहारियत के हत्यारे एमके स्टालिन का जन्मदिन मनाते हैं और विधानसभा में स्टालिन का प्रवक्ता बनकर इन खबरों को भ्रामक बताते हैं. इसलिए मैंने मुजफ्फरपुर न्यायालय में बिहारियों की हत्या के आरोपी एमके स्टालिन के खिलाफ परिवाद दायर किया है" -ज्ञान प्रकाश, परिवादी
मामला पकड़ रहा तूलः मीडिया में समाचार पत्रों व अन्य सूचनातंत्र के जरिए यह खबरें सामने आई हैं कि तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट हुई है. वहीं इस मामले को तमिलनाडु पुलिस ने भ्रामक बताया है. इस बाबत बिहार सरकार की एक स्पेशल टीम भी छानबीन के लिए तमिलनाडु भेजी गई है. इस पूरे मामले ने देशस्तर पर तूल पकड़ लिया है. दोनों ही राज्यों की पुलिस इन घटनाओं को लेकर जांच कर ही है कि आखिर सच क्या है. वहीं सोशल मीडिया पर भी तामिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं वायरल हो रही हैं.
"वेद प्रकाश मुद्दयी हैं. उन्होंने तामिलनाडु के मुख्यमंत्री के खिलाफ परिवाद दर्ज कराया है. इसमें कई कड़ी धाराएं लगी है. क्योंकि इसमें हत्या कर शव गायब करने, मारपीट करने का आरोप भी लगाया है और इसमें बिहारवासियों के अपमान की बात भी कही गई है. इसलिए उन्होंने परिवाद दायर करवाया है. इस मामले की अगली सुनवाई 18 मार्च को होगी" - मनोज कुमार सिंह, परिवादी के अधिवक्ता