पटना: भारत का अगला राष्ट्रपति कौन होगा? इसके लिए 18 जुलाई को मतदान होगा. जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि इस चुनाव में भाग लेते हैं. ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने पटना में (Draupadi Murmu Patna visit) विधायकों और सांसदों से मुलाकात कर समर्थन मांगा. उन्होंने खुद को बिहार और झारखंड से जोड़ते हुए कहा कि उनका बिहार और झारखंड से पुराना रिश्ता है. पटना आईं द्रौपदी मुर्मू ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से भी होटल मौर्या में मुलाकात कर समर्थन मांगा. उसके बाद सीएम नीतीश ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि द्रौपदी मुर्मू भारी मतों से राष्ट्रपति चुनी जाएंगी.
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बोले सीएम नीतीश- 'भारी वोटों से जीतेंगी द्रौपदी मुर्मू': सीएम नीतीश ने द्रौपदी मुर्मू (Nitish Kumar On Draupadi Murmu) से बात की. इस दौरान मुर्मू ने उनसे समर्थन मांगा. सीएम नीतीश ने मुर्मू की अपील मान ली और उन्हें समर्थन देने का ना सिर्फ ऐलान किया बल्कि भारी मतों से राष्ट्रपति बनने का भरोसा भी जताया. इस मौके पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद थे. पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा कि यह बिहार और झारखंड दोनों के लिए ही खुशी की बात है. हमें यकीन है कि मुर्मू भारी मतों से राष्ट्रपति चुनाव जीतेंगी.
"आज जो मीटिंग हुई है सब लोगों ने अपनी बात रख दी है. हमलोगों को पूरा भरोसा है कि द्रौपदी मुर्मू भारी बहुमत से जीतेंगी. सभी के लिए बहुत ही खुशी की बात है. पहले बिहार, उड़ीसा, झारखंड एक ही था."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
बिहार में साढ़े तीन घंटे रहीं द्रौपदी मुर्मू: इससे पहले राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू विशेष विमान से पटना पहुंचीं थीं. जहां एनडीए के नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. पटना एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने के लिए एनडीए के घटक दलों के कई नेता मौजूद थे. जीतन राम मांझी, पशुपति कुमार पारस और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी उनकी अगवानी के लिए पहुंचे थे. इसके बाद वो सीधे हार्डिंग रोड गईं, जहां भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर जाकर माल्यार्पण किया.
कलाकारों ने प्रस्तुत किया नृत्य: वहीं पटना एयरपोर्ट पर कई नाट्य मंडली के कलाकारों ने द्रौपदी मुर्मू के स्वागत में नृत्य प्रस्तुत किए. द्रौपदी मुर्मू के पटना एयरपोर्ट पर पहुंचते ही बिहार का राज्य गीत गाया गया. साथ ही नाच मंडली द्वारा बाबू कुंवर सिंह के शौर्य गाथा पर आधारित नाटक भी पेश किया गया. यह सब कुछ देख द्रौपदी मुर्मू भी गदगद नजर आईं.
एनडीए नेताओं के साथ बैठक: उसके बाद द्रौपदी मुर्मू होटल मौर्या के लिए रवाना हो गईं. यहां उन्होंने एनडीए नेताओं के साथ मुलाकात की. बिहार के सीएम नीतीश कुमार से भी सकारात्मक बातचीत हुई. इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने भी जीत का भरोसा जताया है. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में जीत का विश्वास जताते हुए कहा कि सामाजिक न्याय की यह धरती पूर्णरूप से आपके साथ है.
"मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि बिहार का हर एक जन और हर एक दल आजादी के इस अमृत महोत्सव में देश के सर्वोच्च पद पर पहली बार एक संथाल आदिवासी महिला को देख गौरवान्वित होगा. आप इतने मतों से जीतेंगी कि राष्ट्रपति चुनाव में एक नया इतिहास बनेगा. एक आदिवासी समाज से आने वाली महिला जिसने जीवन में इतनी भीषण संघर्षों को जिया हो उसे देश का कोई व्यक्ति नकार ही नहीं सकता है." संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
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हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi व राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री @JPNadda जी ने जनजातीय समुदाय की महिला को देश के सर्वोच्च पद के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया है। इस निर्णय का समस्त बिहारवासी कोटि-कोटि अभिनंदन करते हैं।
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">हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi व राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री @JPNadda जी ने जनजातीय समुदाय की महिला को देश के सर्वोच्च पद के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया है। इस निर्णय का समस्त बिहारवासी कोटि-कोटि अभिनंदन करते हैं।
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— Dr. Sanjay Jaiswal (@sanjayjaiswalMP) July 5, 2022
राजद का समर्थन से इनकार: वहीं एनडीए के नेताओं ने राष्ट्रीय जनता दल को भी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की अपील की थी. इसको लेकर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम लोग शुरू से ही दलित आदिवासियों की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं. यहां दो विचार धाराओं की लड़ाई है, व्यक्ति की लड़ाई नहीं है. जगदानंद सिंह ने साफ-साफ कहा कि राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च पद होता है और राष्ट्रीय जनता दल यह कतई नहीं चाहेगा कि जो पार्टी संविधान के साथ खेल रही है, राष्ट्रीय प्रतीकों के साथ खेल रहा है उसका उम्मीदवार इस चुनाव में जीते.
"राष्ट्र जहां संकट में पड़ा है उसके पीछे खड़े हुए लोग से राष्ट्र को नहीं बचाया जा सकता है. राष्ट्र में समस्या पैदा करने वाले जो लोग हैं उन्हीं की उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू मैदान में खड़ी हैं. हम मानते हैं कि वह आदिवासी समाज से आतीं हैं लेकिन फिलहाल वह ऐसी पार्टी की उम्मीदवार बन कर मैदान में आईं हैं जो पूरी तरह से देश को बर्बाद करने पर तुली हुई है."- जगदानंद सिंह,प्रदेश अध्यक्ष, राजद
बिहार के पास कुल 81687 मत: एयरपोर्ट पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल समेत कई बड़े नेता मौजूद थे. बदली हुई परिस्थितियों में नीतीश कुमार की भी राजनीतिक महत्वाकांक्षा जागृत हुई दिखाई पड़ी है. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद को लेकर नीतीश कुमार भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर दावेदारी पेश करवा चुके हैं. बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में चुने हुए प्रतिनिधि ही वोट डाल सकते हैं. विधान परिषद के सदस्यों को वोट डालने का अधिकार नहीं होता है. आबादी के हिसाब से जनप्रतिनिधियों के वोटों की कीमत तय होती है. राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा का कुल 81687 मत बिहार के पास है.
राष्ट्रपति चुनाव का बिहार कनेक्शन : वर्तमान परिस्थितियों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पास 54540 मत है तो विपक्ष के खाते में 25024 मत है. बिहार से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कुल मिलाकर 29515 मतों की बढ़त मिल सकती है अगर नीतीश कुमार भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करते (Bihar connection of presidential election)हैं. बिहार में बीजेपी के पास 28189, जेडीयू के पास 21945, आरजेडी के पास 15980, कांग्रेस के पास 4703 और माले के पास 2076 वोट हैं.