अयोध्या : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने रामनगरी अयोध्या से मिशन 2022 की शुरुआत कर दी है. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या से ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत की. ब्राह्मण सम्मेलन में सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि हम दिखावे की पंडिताई नहीं करते, हम जन्म से ब्राह्मण हैं. दलितों और ब्राह्मणों को इस सरकार में चिह्नित किया है.
बसपा ने खेला चुनाव से पहले ब्राह्मण कार्ड
राष्ट्रीय महासचिव कहा मायावती ने 15 ब्राह्मण को ने मंत्री बनाया था, 35 को चेयरमैन बनाया था, 15 को MLC बनाया था. ब्राह्मणों के बीच की जाति और उपजाति की दीवार खत्म करनी होगी. 2200 ब्राह्मण समाज के वकीलों को सरकारी वकील बनाया, पहला चीफ सीक्रेट बनाया. जिस तरह से एनकाउंटर में ब्राह्मणों को मारा गया है. उसका बदला लेने का वक्त आ गया है. सब उपजातियों को छोड़कर जब हम खुद को ब्राह्मण समझेंगे तभी ताकत बनेंगे.
अब इस का नाम पार्टी ने प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान में विचार गोष्ठी कर दिया है. इसके अलावा अन्य समाज के लोगों को जोड़ने को लेकर भी बहुजन समाज पार्टी आने वाले दिनों में सम्मेलन करेगी. 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व सभी पार्टियां ब्राह्मण जोड़ो अभियान तेज कर चुकी हैं. इसी क्रम में पिछले दिनों बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़ने और सत्ता की कुर्सी पर वापसी को लेकर ब्राह्मण सम्मेलन करने की घोषणा की थी.
इसे भी पढ़े-उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल ने राहुल गांधी से की मुलाकात
बसपा की तरफ से ब्राह्मण सम्मेलन (प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान में विचार गोष्ठी ) के जिले और तारीखों की घोषणा पहले ही कर दी गई थी. इन सम्मेलनों की शुरुआत आज अयोध्या से हुई. शुक्रवार से 29 जुलाई तक ब्राह्मण सम्मेलन अलग-अलग जिलों में किए जाएंगे. अंबेडकरनगर में 24 व 25 जुलाई को तीन गोष्ठी अलग-अलग स्थानों पर होंगी. इसके बाद 26 जुलाई को प्रयागराज, 27 जुलाई को कौशांबी, 28 जुलाई को प्रतापगढ़ व 29 जुलाई को सुल्तानपुर में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान में विचार गोष्ठी की जाएंगी.
इन सभी विचार गोष्ठियों में बसपा के वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र शिरकत करेंगे. बसपा के सभी नेता इन गोष्ठियों में जाएंगे. ब्राह्मणों को जोड़ने और बहुजन समाज पार्टी की सरकार में ब्राह्मणों को लेकर किए गए कामकाज को बताया जाएगा. साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में ब्राह्मणों के उत्पीड़न का मुद्दा भी बहुजन समाज पार्टी उठाएगी.