हैदराबाद: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद चंदूपतला जंग रेड्डी (Former BJP MP Jangareddy passes away) का आज सुबह निधन हो गया. बीमारी के चलते कुछ दिनों से कोंडापुर के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय, विधायक एटाला राजेंदर और अन्य नेताओं ने जंगा रेड्डी के निधन पर शोक जताया.
चंदूपतला जंगारेड्डी का जन्म 18 नवंबर 1935 को वारंगल जिले में हुआ था. उन्होंने 1953 में सी. सुदेशना से शादी की. वे तीन बार विधान सभा के लिए और एक बार लोकसभा के लिए चुने गए थे. चंदूपतला जंगारेड्डी (86), भारतीय जनसंघ के पहले नेता और तीन में से एक (तेलंगाना में पहली बार) जनसंघ से संयुक्त आंध्र प्रदेश में पहली बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए. वह दक्षिण भारत से लोकसभा के लिए चुने गए पहले भाजपा उम्मीदवारों में से एक हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सी. जंगा रेड्डी के निधन पर शोक जताया और कहा कि वह भाजपा को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के प्रयासों के अभिन्न हिस्सा थे. रेड्डी 86 वर्ष के थे. उनका निधन शनिवार सुबह हैदराबाद में हुआ.
रेड्डी उन दो सांसदों में थे, जो भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर 1984 में संसद पहुंचे थे. जीत दर्ज करने वाले भाजपा के दूसरे सांसद एके पटेल थे. उन्होंने गुजरात के मेहसाणा से जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी हार का सामना करना पड़ा था.
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, सी जंगा रेड्डी ने अपना पूरा जीवन सार्वजनिक सेवा में खपा दिया. जनसंघ और भाजपा को सफलता की नयी ऊंचाइयों पर लेने जाने के प्रयासों का वह अभिन्न हिस्सा थे. उन्होंने लोगों के दिलों-दिमाग में अपनी जगह बनाई. उन्होंने कई कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया. उनके निधन से दुखी हूं. प्रधानमंत्री ने कहा कि जंगा रेड्डी भाजपा के विकास के बेहद नाजुक दौर में पार्टी की एक प्रभावी आवाज थे.
उन्होंने जंगा रेड्डी के बेटे से फोन पर भी बात की और अपनी संवेदना प्रकट की. रेड्डी ने 1984 के लोकसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश के हनमकोंडा संसदीय सीट पर पीवी नरसिम्हा राव को पराजित किया था, जो बाद में देश के प्रधानमंत्री बने. रेड्डी आंध्र प्रदेश विधानसभा के भी सदस्य रहे.