पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar ) को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का शुक्रवार को फोन आया. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए खड़गे ने नीतीश कुमार से फोन पर बातचीत की है. सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं ने विपक्षी एकता और बिहार में भाजपा को चुनौती देने के लिए भविष्य की रणनीति पर चर्चा की. एक सूत्र ने यहां तक कहा कि दोनों नेताओं को एकजुटता के मामले में एक-दूसरे से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. अब इस बातचीत पर बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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विपक्षी एकजुटता की पहल पर बीजेपी का तंजः पटना स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय में एमएलसी चुनाव के विजयी उम्मीदवारों के अभिनंदन समारोह में प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सीएम नीतीश कुमार की बातचीत पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि "उत्तर प्रदेश से दिल्ली से अरविंद केजरीवाल अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी, तमिलनाडु से स्टालिन सहित कई उम्मीदवार हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री बनना है. कितने प्रधानमंत्री को देखना है. क्या खिचड़ी की सरकार को बनाकर देश में घोटाले की सरकार बनाना है. क्या देश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है".
"उत्तर प्रदेश से दिल्ली से अरविंद केजरीवाल अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी, तमिलनाडु से स्टालिन सहित कई उम्मीदवार हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री बनना है. कितने प्रधानमंत्री को देखना है. क्या खिचड़ी की सरकार को बनाकर देश में घोटाले की सरकार बनाना है. 2004 से 2014 तक देश की जनता ने देखा. कोयला हो, टू जी हो, जीजा जी हो, सब को देखा. उससे पहले 1996 की स्थिति को भी देशवासियों ने देखा. कभी ये सरकार गिरा देते थे, कभी वो सरकार गिरा देते थे. कभी ममता दीदी नाराज, तो कभी जयललिता जी नाराज" - सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
'घोटाला और खिचड़ी की सरकार टिकने वाली नहीं': सम्राट चौधरी ने कहा कि ''2004 से 2014 तक देश की जनता ने देखा. कोयला हो, टू जी हो, जीजा जी हो, सब को देखा. उससे पहले 1996 की स्थिति को भी देशवासियों ने देखा. कभी ये सरकार गिरा देते थे, कभी वो सरकार गिरा देते थे. कभी ममता दीदी नाराज, तो कभी जयललिता जी नाराज. जनता जानती है कि गठबंधन की सरकार से देश का कभी भला नहीं हो सकता है इसीलिए देश की जनता नरेंद्र मोदी के साथ है. कहीं कोई वैकेंसी नहीं खाली है फिर इसको लेकर जो विपक्षी पार्टी कर रहे है वो सुपर फ्लॉप होगा कोई फायदा नहीं है.''
नीतीश पहले से कर रहे थे कांग्रेस की पहल का इंतजार: सीएम नीतीश कुमार कई मौकों पर कह चुके हैं कि वह इंतजार कर रहे हैं कि कांग्रेस विपक्ष को साथ लाने की पहल करे. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार ने नई दिल्ली का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, शरद पवार, डी. राजा, सीताराम येचुरी, अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल सहित कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की थी. इसी बाबत कांग्रेस अध्यक्ष ने नीतीश कुमार से फोन पर बात की.
सलमान खुर्शीद ने भी पहले 'आई लव यू' कहने की बात कर, दिया था इशाराः पिछले महीने पटना में सीपीआई (एमएल) के अधिवेशन के दौरान नीतीश कुमार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद से विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को अपना संदेश पहुंचाने को कहा था. इसके जवाब में उस मौके पर सलमान खुर्शीद ने कहा था कि वे एक तरफ खड़े हैं और इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कौन पहले 'आई लव यू' कह रहा है. एक तरह से सलमान खुर्शीद ने उसी वक्त आगे होने वाली शीर्ष स्तर के बातचीत का इशारा दे दिया था.
स्टालिन के सम्मेलन भी भी विपक्षी एकता पर दिया जोरः वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को एक सम्मेलन आयोजित की. इसमें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य लोगों ने भाग लिया. सभी ने विपक्षी एकता की वकालत की.सूत्रों ने बताया कि खड़गे ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से भी बातचीत की है.