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बिहार : उफनती गंडक की मझधार में एनडीआरएफ की बोट पर गूंजी किलकारी - एनडीआरएफ रेस्क्यू बोट

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ की नौवीं बटालियन की रेस्क्यू बोट में एक महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया. एनडीआरएफ के कमांडर को महिला की सूचना मिलने के बाद उन्होंने तत्कार कार्रवाई करते हुए पीड़ित महिला के घर के नजदीक रेस्क्यू बोट समेत आशा सेविका की मदद पहुंचा दी. पढ़ें पूरी खबर...

Woman delivers baby on NDRF boat in flood-hit Bihar-
रेस्क्यू बोट पर गूंजी किलकारी
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Published : Jul 26, 2020, 8:22 PM IST

मोतिहारी : बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य में जुटी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 9वीं बटालियन की रेस्क्यू बोट पर रविवार को एक गर्भवती महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.

पूर्वी चंपारण के बंजारिया प्रखंड का गोबरी गांव बाढ़ में डूबा हुआ है. इसी गांव के मुनिलाल महतो की पत्नी रीमा देवी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. उनके परिवार के लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती रीमा को जल्द से नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने की थी.

रीमा की हालत की सूचना उसी गांव के नजदीक बचाव अभियान में जुटे एनडीआरएफ के कमांडर सहायक उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार को मिली, उन्होंने अपने प्रभारी अधिकारी अरविंद मिश्रा को सूचना दी तथा उनके निर्देश पर एनडीआरएफ के बचावकर्मी त्वरित कार्यवाही करते हुए तुरंत प्रसव पीड़िता महिला के घर के नजदीक रेस्क्यू बोट से पहुंच गए.

एनडीआरएफ की टीम प्रसव पीड़िता महिला रीमा देवी को उनके परिजनों एवं साथ में एक 'आशा' सेविका को लेकर रेस्क्यू बोट से नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने में जुट गए.

उफान के साथ बह रही बूढ़ी गंडक नदी की मझधार में गर्भवती महिला की प्रसव वेदना और बढ़ गई. महिला की गंभीर हालत को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू बोट पर ही प्रसव कराने का फैसला लिया गया.

एनडीआरएफ के बचावकर्मी, 'आशा' सेविका तथा उनके परिवार के महिलाओं के सहयोग से सफल एवं सुरक्षित प्रसव करा लिया गया और बाढ़ के बीच मझधार में एक नन्ही बच्ची की किलकारी गूंजी.

पढ़ें - बिहार : पूरी तरह से बाढ़ में डूबा पश्चिम चंपारण जिले का यह गांव

इस तरह रीमा देवी ने एनडीआरएफ रेस्क्यू बोट पर एक बच्ची को जन्म दिया. बाद में जच्चा और बच्चा को भोला चौक रोड के नजदीक सुरक्षित लाकर एंबुलेंस की मदद से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बंजारिया (मोतिहारी) में भर्ती करवा दिया गया. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया, 'बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकालने के क्रम में वर्ष 2013 से एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के रेस्क्यू बोट पर यह दसवें शिशु के जन्म की घटना है, जिसमें एक जुड़वे बच्चे का जन्म भी शामिल है.'

सिन्हा ने बताया कि बिहार में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए वर्तमान में एनडीआरएफ की 21 टीमें राज्य के 12 अलग-अलग जिलों में तैनात हैं मोतिहारी जिले में अरविंद मिश्रा, सहायक कमांडेंट के नेतृत्व में तीन टीमें तैनात हैं.

मोतिहारी : बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य में जुटी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 9वीं बटालियन की रेस्क्यू बोट पर रविवार को एक गर्भवती महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.

पूर्वी चंपारण के बंजारिया प्रखंड का गोबरी गांव बाढ़ में डूबा हुआ है. इसी गांव के मुनिलाल महतो की पत्नी रीमा देवी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. उनके परिवार के लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती रीमा को जल्द से नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने की थी.

रीमा की हालत की सूचना उसी गांव के नजदीक बचाव अभियान में जुटे एनडीआरएफ के कमांडर सहायक उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार को मिली, उन्होंने अपने प्रभारी अधिकारी अरविंद मिश्रा को सूचना दी तथा उनके निर्देश पर एनडीआरएफ के बचावकर्मी त्वरित कार्यवाही करते हुए तुरंत प्रसव पीड़िता महिला के घर के नजदीक रेस्क्यू बोट से पहुंच गए.

एनडीआरएफ की टीम प्रसव पीड़िता महिला रीमा देवी को उनके परिजनों एवं साथ में एक 'आशा' सेविका को लेकर रेस्क्यू बोट से नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने में जुट गए.

उफान के साथ बह रही बूढ़ी गंडक नदी की मझधार में गर्भवती महिला की प्रसव वेदना और बढ़ गई. महिला की गंभीर हालत को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू बोट पर ही प्रसव कराने का फैसला लिया गया.

एनडीआरएफ के बचावकर्मी, 'आशा' सेविका तथा उनके परिवार के महिलाओं के सहयोग से सफल एवं सुरक्षित प्रसव करा लिया गया और बाढ़ के बीच मझधार में एक नन्ही बच्ची की किलकारी गूंजी.

पढ़ें - बिहार : पूरी तरह से बाढ़ में डूबा पश्चिम चंपारण जिले का यह गांव

इस तरह रीमा देवी ने एनडीआरएफ रेस्क्यू बोट पर एक बच्ची को जन्म दिया. बाद में जच्चा और बच्चा को भोला चौक रोड के नजदीक सुरक्षित लाकर एंबुलेंस की मदद से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बंजारिया (मोतिहारी) में भर्ती करवा दिया गया. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया, 'बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकालने के क्रम में वर्ष 2013 से एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के रेस्क्यू बोट पर यह दसवें शिशु के जन्म की घटना है, जिसमें एक जुड़वे बच्चे का जन्म भी शामिल है.'

सिन्हा ने बताया कि बिहार में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए वर्तमान में एनडीआरएफ की 21 टीमें राज्य के 12 अलग-अलग जिलों में तैनात हैं मोतिहारी जिले में अरविंद मिश्रा, सहायक कमांडेंट के नेतृत्व में तीन टीमें तैनात हैं.

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