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सुषमा ने हरीश साल्वे को किया अंतिम फोन, एक रुपये की फीस लेने को बुलाया

सुषमा का अर्थ होता हो खूबसूरती. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसे सार्थक भी किया था. अपने कर्म और व्यवहार दोनों से. इसी की एक बानगी है, उनका हरीश साल्वे को फोन करना. अपनी मौत के चंद घंटों पहले सुषमा ने हरीश साल्वे को फोन किया था. जानें क्या है पूरा मामला

हरीश साल्वे और सुषमा स्वराज (फाइल फोटो)
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Published : Aug 7, 2019, 1:05 PM IST

Updated : Aug 7, 2019, 1:57 PM IST

नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अब इस दुनिया में नहीं हैं. सुषमा से जुड़े लोग तमाम किस्से और संस्मरणों को याद कर रहे हैं. इन्हीं में से एक मशहूर वकील हरीश साल्वे भी हैं. सुषमा ने उन्हें एक रुपये की फीस लेने के लिए अपने पास बुलाया था.

बता दें कि हरीश साल्वे ने अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (ICJ) ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था. हरीश साल्वे ने कुलभूषण जाधव केस में मात्र एक रुपये की फीस ली थी.

ये भी पढ़ें: कुलभूषण जाधव केस: भारत ने खर्च किया सिर्फ 1 रुपया

ICJ जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर हरीश ने भारत की ओर से अपनी भूमिका बखूबी निभाई निभाई, और कामयाब भी रहे. हरीश साल्वे ने बताया कि सुषमा स्वराज ने मंगलवार शाम को उन्हें फोन किया था.

हरीश साल्वे की प्रतिक्रिया

सुषमा ने हरीश से कुलभूषण जाधव केस में तय किए गए एक रुपये की फीस लेने की बात कही थी. हालांकि, इससे पहले ही मंगलवार देर रात सुषमा ने दुनिया को अलविदा कह दिया.

साल्वे ने बताया कि सुषमा उनसे फोन पर बात करने के दौरान काफी खुश लग रही थीं. उन्होंने कहा कि साल 2002 में वे जब सॉलिसीटर जनरल थे, तब से उनके काफी करीब रहकर काम किया. उन्होंने कहा कि सुषमा के साथ उनका बड़ी बहन का रिश्ता बन गया था.

बकौल हरीश साल्वे सुषमा अपनी बात स्पष्टता से रखने में माहिर थीं. इसके बावजूद उन्होंने कभी भी किसी का दिल नहीं दुखाया, वे सही मायनों में जननेता थीं. सार्वजनिक जीवन में उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी.

बता दें कि सुषमा स्वराज ने मंगलवार देर रात नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अंतिम सांस ली.

ये भी पढ़ें: सुषमा स्वराज का निधन, शोक में डूबा देश

सुषमा के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत शीर्ष राजनीतिक लोगों ने शोक जाहिर किया है.

ये भी पढ़ें: पीएम मोदी ने सुषमा को दी श्रद्धांजलि, परिवार से मिल हुए भावुक

गौरतलब है कि सुषमा स्वराज के कार्यकाल में ही कुलभूषण जाधव का मामला सामने आया था. पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण को उनके परिजनों से मिलाने में भी सुषमा की उल्लेखनीय भूमिका रही थी.

बाद में भारत सरकार ने नीदरलैंड के द हेग स्थित ICJ में कुलभूषण जाधव मामले की पैरवी कर उन्हें बड़ी राहत दिलाई.

फिलहाल, ICJ के निर्देश के मुताबिक पाकिस्तान कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस मुहैया कराने की दिशा में काम कर रहा है.

ये भी पढ़ें: कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच देने के लिए पाकिस्तान तैयार

नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अब इस दुनिया में नहीं हैं. सुषमा से जुड़े लोग तमाम किस्से और संस्मरणों को याद कर रहे हैं. इन्हीं में से एक मशहूर वकील हरीश साल्वे भी हैं. सुषमा ने उन्हें एक रुपये की फीस लेने के लिए अपने पास बुलाया था.

बता दें कि हरीश साल्वे ने अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (ICJ) ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था. हरीश साल्वे ने कुलभूषण जाधव केस में मात्र एक रुपये की फीस ली थी.

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ICJ जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर हरीश ने भारत की ओर से अपनी भूमिका बखूबी निभाई निभाई, और कामयाब भी रहे. हरीश साल्वे ने बताया कि सुषमा स्वराज ने मंगलवार शाम को उन्हें फोन किया था.

हरीश साल्वे की प्रतिक्रिया

सुषमा ने हरीश से कुलभूषण जाधव केस में तय किए गए एक रुपये की फीस लेने की बात कही थी. हालांकि, इससे पहले ही मंगलवार देर रात सुषमा ने दुनिया को अलविदा कह दिया.

साल्वे ने बताया कि सुषमा उनसे फोन पर बात करने के दौरान काफी खुश लग रही थीं. उन्होंने कहा कि साल 2002 में वे जब सॉलिसीटर जनरल थे, तब से उनके काफी करीब रहकर काम किया. उन्होंने कहा कि सुषमा के साथ उनका बड़ी बहन का रिश्ता बन गया था.

बकौल हरीश साल्वे सुषमा अपनी बात स्पष्टता से रखने में माहिर थीं. इसके बावजूद उन्होंने कभी भी किसी का दिल नहीं दुखाया, वे सही मायनों में जननेता थीं. सार्वजनिक जीवन में उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी.

बता दें कि सुषमा स्वराज ने मंगलवार देर रात नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अंतिम सांस ली.

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सुषमा के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत शीर्ष राजनीतिक लोगों ने शोक जाहिर किया है.

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गौरतलब है कि सुषमा स्वराज के कार्यकाल में ही कुलभूषण जाधव का मामला सामने आया था. पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण को उनके परिजनों से मिलाने में भी सुषमा की उल्लेखनीय भूमिका रही थी.

बाद में भारत सरकार ने नीदरलैंड के द हेग स्थित ICJ में कुलभूषण जाधव मामले की पैरवी कर उन्हें बड़ी राहत दिलाई.

फिलहाल, ICJ के निर्देश के मुताबिक पाकिस्तान कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस मुहैया कराने की दिशा में काम कर रहा है.

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Last Updated : Aug 7, 2019, 1:57 PM IST
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