नई दिल्ली: शत्रुघ्न सिन्हा का जिन्ना पर दिया गया बयान उनके लिए गले की फांस बन गया है. विवाद बढ़ते ही सिन्हा पलट गए. उन्होंने कहा कि वह मौलाना आजाद का नाम लेना चाहते थे, लेकिन गलती से जिन्ना का नाम मुंह से निकल गया.
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि जिन्ना ने भारत के विकास और आजादी में बड़ा योगदान दिया है. वह मध्य प्रदेश में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. सिन्हा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे और कांग्रेस उम्मीदवार नकुलनाथ के लिए प्रचार करने गए थे.
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, 'भारत की आजादी और विकास में सभी का योगदान है. सरदार पटेल से लेकर नेहरू तक, महात्मा गांधी से लेकर जिन्ना तक, इंदिरा गांधी से लेकर राहुल गांधी तक इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी में आया हूं.'
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उन्होंने कांग्रेस के योगदान की तारिफ करते हुए यह भी कहां कि देश की आजादी और देश की तरक्की में उनका सबसे बड़ा योगदान रहा है.
उनके बयान से खुद कांग्रेस पार्टी ने किनारा कर लिया. पी चिदंबरम ने कहा कि वह इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे. वह सिर्फ कांग्रेस नेता द्वारा दी गई आधिकारिक प्रतिक्रिया पर ही जवाब दे सकते हैं. हालांकि, चिदंबरम ने कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा को जवाब देना चाहिए, क्योंकि सिन्हा लंबे समय तक भाजपा में थे.
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्त शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी को इस पर अपनी राय साफ करनी चाहिए. उन्होंने सिन्हा के बयान की निंदा की.
गौरतलब है कि 30 साल भाजपा में रहने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में कांग्रेस का दामन थामा. उन्हें कांग्रेस ने पटना साहिब से टिकट दे कर चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, उनके खिलाफ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद इस सीट से अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं.
आपको बता दें कि लाल कृष्ण आडवाणी ने भी जिन्ना पर बयान दिया था. उन्हें धर्मनिरपेक्ष तक बता डाला था. उसके बाद भाजपा और आरएसएस आडवाणी पर हमलावर हो गई थी. बल्कि, तभी से आडवाणी का भाजपा में पतन की शुरुआत हो गई थी.
इसी मसले पर कांग्रेस नेता एंव प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में विनम्रता है. जिन्ना पर दिए बयान पर शत्रुघ्न सिन्हा ने सफाई दे दी है.
भाजपा के लोग घृणित बयान देने के बाद भी कोई सफाई नहीं देते. वे बस लाश पीटने का काम करते है.जिस मुद्दे पर सफाई दी गई उस पर सवाल उठाने के कोई मायने नही है