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फडणवीस का तंज- ठाकरे सरकार अब 'दिल्ली के मातोश्री' से होगी नियंत्रित

महाराष्ट्र में विपरीत विचारधाराओं वाली पार्टियों - एनसीपी व कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार गठन के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी लगातार शिवसेना और उद्धव ठाकरे पर हमलावर है. इस क्रम में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बार फिर हमला बोला है. पालघर जिला परिषद चुनाव का प्रचार करने आए फडणवीस ने कहा कि शिवसेना ने जनादेश के साथ विश्वासघात किया है. पढ़ें विस्तृत खबर...

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महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
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Published : Jan 1, 2020, 9:04 PM IST

Updated : Jan 1, 2020, 10:09 PM IST

पालघर : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर राकांपा व कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिए फिर निशाना साधा और इसे जनादेश के साथ विश्वासघात करार दिया है.

देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को यहां एक रैली को संबोधित करते हुए लोगों से उद्धव ठाकरे नीत पार्टी को आगामी पालघर जिला परिषद चुनाव में करारा जवाब देने को कहा.

फडणवीस ने सोनिया गांधी का नाम लिए बिना कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार 'मातोश्री' (ठाकरे का मुंबई आवास) से नहीं बल्कि 'दिल्ली के मातोश्री' से नियंत्रित होगी.

भाजपा नेता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिवसेना ने हिन्दुत्व के विचारक वीडी सावरकर को अपशब्द कहने वालों के साथ समझौता किया है.

उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि अंदरूनी कलह के बीच ठाकरे नीत सरकार कितने दिन चलेगी?

इसे भी पढे़ं- महाराष्ट्र : ठाकरे कैबिनेट का विस्तार आज, 36 मंत्री ले सकते हैं शपथ

फडणवीस ने आरोप लगाया कि शिवसेना ने न सिर्फ जनादेश के साथ बल्कि चुनाव पूर्व सहयोगी भाजपा के साथ भी विश्वासघात किया है. दोनों पार्टियों ने विधानसभा चुनाव गठबंधन करके लड़ा था.

उन्होंने कहा कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जितनी सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें 70 फीसदी सीटों पर जीत दर्ज की और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. वहीं शिवसेना ने जितनी सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें सिर्फ 45 प्रतिशत ही सीटें जीतीं.

विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, 'नागरिकों ने शिवसेना-भाजपा गठबंधन को स्पष्ट जनादेश दिया था, लेकिन राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिलाने वाली शिवसेना के विश्वासघात के कारण भाजपा सत्ता से बाहर हो गई.'

भाजपा के साथ विश्वासघात को लेकर मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा कि पहले दिन से ये तीनों पार्टियां अपने मंत्रियों के नाम तक तय नहीं कर सकीं.

उन्होंने कहा, 'यही नहीं, मंत्रियों का चयन के बाद, शिवसेना नेताओं और कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ रहा है. वहीं कांग्रेस के तो कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में उत्पात मचाया और तोड़फोड़ की.'

गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक संग्राम थोपटे के कुछ समर्थकों ने मंगलवार को पुणे में पार्टी दफ्तर पर हमला कर दिया था. वे महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में थोपटे को शामिल नहीं करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.

ठाकरे द्वारा किसान ऋण योजना की घोषणा पर फडणवीस ने कहा, 'यह आंख में धूल झोंकने के अलावा कुछ नहीं है. इसमें कई शर्तें लगा दी गई हैं, नतीजतन राज्य के करीब 60 लाख किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा.'

इसे भी पढे़ं- महाराष्ट्र के मंत्री का पुराना पत्र वायरल, याकूब के लिए किया था दया का अनुरोध

फडणवीस ने कहा कि जब शिवसेना से इस बाबत पूछा गया तो उसने सहायता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी.

fadnavis target sena led maharashtra govt
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का ट्वीट.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'जब आपने राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलाया था तब आपने मोदी से पूछा था? कोई शक नहीं, मोदीजी आपकी मदद करेंगे, लेकिन याद रखिए कि किसान और नागरिक आपके (शिवसेना के) राजनीतिक वजूद को खत्म कर देंगे और आपको दरवाजा दिखा देंगे.'

पालघर : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर राकांपा व कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिए फिर निशाना साधा और इसे जनादेश के साथ विश्वासघात करार दिया है.

देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को यहां एक रैली को संबोधित करते हुए लोगों से उद्धव ठाकरे नीत पार्टी को आगामी पालघर जिला परिषद चुनाव में करारा जवाब देने को कहा.

फडणवीस ने सोनिया गांधी का नाम लिए बिना कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार 'मातोश्री' (ठाकरे का मुंबई आवास) से नहीं बल्कि 'दिल्ली के मातोश्री' से नियंत्रित होगी.

भाजपा नेता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिवसेना ने हिन्दुत्व के विचारक वीडी सावरकर को अपशब्द कहने वालों के साथ समझौता किया है.

उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि अंदरूनी कलह के बीच ठाकरे नीत सरकार कितने दिन चलेगी?

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फडणवीस ने आरोप लगाया कि शिवसेना ने न सिर्फ जनादेश के साथ बल्कि चुनाव पूर्व सहयोगी भाजपा के साथ भी विश्वासघात किया है. दोनों पार्टियों ने विधानसभा चुनाव गठबंधन करके लड़ा था.

उन्होंने कहा कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जितनी सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें 70 फीसदी सीटों पर जीत दर्ज की और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. वहीं शिवसेना ने जितनी सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें सिर्फ 45 प्रतिशत ही सीटें जीतीं.

विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, 'नागरिकों ने शिवसेना-भाजपा गठबंधन को स्पष्ट जनादेश दिया था, लेकिन राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिलाने वाली शिवसेना के विश्वासघात के कारण भाजपा सत्ता से बाहर हो गई.'

भाजपा के साथ विश्वासघात को लेकर मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा कि पहले दिन से ये तीनों पार्टियां अपने मंत्रियों के नाम तक तय नहीं कर सकीं.

उन्होंने कहा, 'यही नहीं, मंत्रियों का चयन के बाद, शिवसेना नेताओं और कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ रहा है. वहीं कांग्रेस के तो कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में उत्पात मचाया और तोड़फोड़ की.'

गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक संग्राम थोपटे के कुछ समर्थकों ने मंगलवार को पुणे में पार्टी दफ्तर पर हमला कर दिया था. वे महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में थोपटे को शामिल नहीं करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.

ठाकरे द्वारा किसान ऋण योजना की घोषणा पर फडणवीस ने कहा, 'यह आंख में धूल झोंकने के अलावा कुछ नहीं है. इसमें कई शर्तें लगा दी गई हैं, नतीजतन राज्य के करीब 60 लाख किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा.'

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फडणवीस ने कहा कि जब शिवसेना से इस बाबत पूछा गया तो उसने सहायता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी.

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महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का ट्वीट.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'जब आपने राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलाया था तब आपने मोदी से पूछा था? कोई शक नहीं, मोदीजी आपकी मदद करेंगे, लेकिन याद रखिए कि किसान और नागरिक आपके (शिवसेना के) राजनीतिक वजूद को खत्म कर देंगे और आपको दरवाजा दिखा देंगे.'

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MH-FADNAVIS-LD SENA
'Matoshree' of Delhi will control Sena-led Maha govt: Fadnavis
         (EDS: Adding details)
         Palghar, Jan 1 (PTI) The Shiv Sena-led coalition
government in Maharashtra will be controlled by "Matoshree of
Delhi" and not from "Matoshree" in Mumbai, senior BJP leader
and former chief minister Devendra Fadnavis said on Wednesday
in an apparent reference to Congress leadership.
         Fadnavis made the remarks targetting Chief Minister
and Sena president Uddhav Thackeray while campaigning for the
upcoming Palghar Zilla Parishad elections.
         "This government will be controlled not from
'Matoshree' (Thackeray's residence in suburban Mumbai), but by
the 'Matoshree' of Delhi", the Leader of Opposition in the
Legislative Assembly told a rally.
         Fadnavis, however, didn't take any names while firing
the "Matoshree in Delhi" barb. 'Matoshree' means mother in
Marathi.
         The NCP and the Congress are the other constituents in
the Sena-led Maharashtra Vikas Aghadi (MVA) government.
         'Matoshree' gradually emerged as a formidable power
centre in Maharashtra politics when Sena founder Bal Thackeray
was alive.
         Many prominent personalities, including tallest
political leaders of the BJP, Bollywood actors and even late
King of Pop Michael Jackson, had visited "Matoshree" in
suburban Bandra.
         Fadnavis' remarks are set to raise hackles of the
Sena, which always takes pride in "calling the shots" from the
Bandra residence of the Thackerays.
         Continuing his diatribe, Fadnavis also took a swipe at
Uddhav Thackeray's comments that he had given a word to his
father late Balasaheb Thackeray of making a Shiv Sainik the
chief minister of Maharashtra.
         "Bal Thackeray will be crying in heaven if he learns
about the Sena's move to go with the NCP and Congress after
polls," Fadnavis said.
         He also accused the Sena of "betraying" the public
mandate by forging an alliance with the NCP and Congress after
the state elections.
         Fadnavis appealed to people to give a befitting reply
to the Uddhav Thackeray-led party in the upcoming zilla
parishad polls.
         It is unfortunate that the Shiv Sena has to compromise
with those who "abused" Hindutva ideologue V D Savarkar, the
BJP leader said, wondering how many days the Thackeray-led
government will survive amid the "infighting".
         The Sena not only "betrayed" the public mandate but
also its pre-poll ally BJP with which it jointly contested the
Assembly elections, he alleged.
         Fadnavis said in the Assembly polls held in October
last year, the BJP won 70 per cent of the seats that it
contested and emerged as the single largest party, while the
Shiv Sena bagged only 45 per cent of the seats that it fought.
         "Citizens gave a clear mandate to the BJP-Shiv Sena
combine, but unfortunately due to betrayal by the Sena, which
joined hands with the NCP and Congress, the BJP has to remain
out of power," he said.
         Hitting out at Uddhav Thackeray for "betraying" the
BJP, he said from day one (since Sena formed government with
the NCP and Congress), the three parties were not able to
decide the names of ministers.
         "Even after the selection of ministers, there is
growing discontent among the Shiv Sena leaders and activists,
and in case of the Congress, its activists have even gone to
the extent of ransacking their party offices," he said.
         On Tuesday, some supporters of Congress MLA Sangram
Thopte had vandalised the party office in Pune to protest
against his non-inclusion in the Maharashtra ministry, which
was expanded on Monday.
         Fadnavis said people of Maharashtra gave a "clear
majority to the BJP-Shiv Sena combine" to form government, but
later things took a different turn. He said citizens are
witness to the political developments in the state.
         "It is unfortunate that it took weeks (for the
Thackeray-led alliance) to finalise government formation and
then form the Cabinet," the BJP leader said.
         On the farm loan waiver scheme announced by Thackeray,
he said, "It is nothing but an eyewash and several conditions
are attached to it, as a result of which nearly 60 lakh
farmers in the state will not get benefit of the scheme."
         The Shiv Sena made "tall claims" that the 7/12 (land
title) of farmers would be made free of encumbrance.
         "They have taken the farmers for a ride and none of
them will get the benefit," Fadnavis said, while recalling
that Thackeray had earlier demanded Rs 25,000 per hectare for
farmers who suffered from crop losses.
         "Now, they have gone back on their word," he alleged.
PTI CORR MR GK
NSK
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Last Updated : Jan 1, 2020, 10:09 PM IST
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