नई दिल्ली: एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कश्मीरी युवाओं को मुख्यधारा में लाने की योजना बनाई है. इसके लिए पर्यटन मंत्रालय और कौशल विकास मंत्रालय का सहयोग लिया जाएगा. गृह मंत्रालय ने दोनों मंत्रालयों को रोजगार पैदा करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए कहा है.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, 'अगर हम जम्मू-कश्मीर में युवाओं को नौकरी दे सकते हैं, तो हम खुद को मुख्य धारा से जोड़े रख सकते हैं.' सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह अमित शाह ने पर्यटन मंत्रालय और कौशल विकास मंत्रालय ने रोजगार पैदा करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए कहा है.
माना जा रहा है कि इस दिशा में दोनों मंत्रालय एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि जम्मू और कश्मीर अपने आप में एक बड़ा पर्यटन स्थल है.
अधिकारी ने कहा, 'अगर हम युवाओं को उचित कौशल प्रदान कर सकते हैं तो वे स्व-नियोजित हो सकते हैं,' जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी एक बड़ी वजह है, युवा अपने हाथ में हथियार ले रहे हैं.
गौरतलब है कि संसद ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक पारित किया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमा के 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को सरकारी नौकरियों और योजनाओं में 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ उठाने का अवसर मिलेगा.
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वहीं, गृह मंत्रालय ने भी स्थानीय राजनेताओं और अलगाववादियों का पता लगाने के लिए कदम उठाए हैं.
अधिकारी ने कहा, 'अलगाववादी जम्मू-कश्मीर के युवाओं और लोगों को अपने लक्ष्यों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं ... उनकी गतिविधियों पर नजर रखना आवश्यक था.'