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उत्तराखंड : कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और परिवार के पांच सदस्य एम्स से डिस्चार्ज - कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनके परिवार के पांच सदस्यों को ऋषिकेश एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है. इनमें उनके दोनों बेटे, दोनों बहू और पोता शामिल हैं. वहीं तीन सदस्यों को होम क्वारंटाइन का निर्देश दिया गया है.

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज
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Published : Jun 11, 2020, 1:10 PM IST

देहरादून : कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनके परिवार के पांच सदस्यों को ऋषिकेश एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है. इनमें उनके दोनों बेटे, दोनों बहू और पोता शामिल हैं. एम्स के डीन डॉ. यूबी मिश्र ने बताया कि अभी सतपाल महाराज के एक बेटे और पोते की रिपोर्ट निगेटिव आई है. जबकि, दोनों बहू और एक बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव है और ये सभी एसिंप्टोमेटिक हैं.

वहीं, केंद्र सरकार की गाइडलाइन अनुसार सतपाल महाराज और उनके एक बेटे और पोते की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. जबकि दो बहू और एक बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और ये सभी एसिंप्टोमेटिक हैं, जो होम क्वारंटाइन रहेंगे. साथ ही चिकित्सकों की टीम लगातार संक्रमित परिवार के सदस्यों पर लगातार नजर रखेगी.

ये भी पढ़े : जोत सिंह बिष्ट बोले- सतपाल महाराज पर हो कार्रवाई और नैतिकता के साथ सरकार दे इस्तीफा

आपको बता दें कि सतपाल महाराज और उनके परिवार की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से प्रदेश में जमकर राजनीतिक हुई. विपक्ष ने इसे लेकर सतपाल महाराज पर कार्रवाई की मांग करते हुए नैतिकता के आधार पर सरकार से इस्तीफा देने तक की मांग की. वहीं, इस मामले में नैनीताल हाईकोर्ट ने क्वारंटाइन नियम उल्लंघन करने पर सतपाल महाराज समेत राज्य सरकार को नोटिस जारी कर पूछा कि आम लोगों पर क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन पर मुकदमा दर्ज हो रहा है तो संवैधानिक पद पर बैठे लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही?

उधर, विपक्ष के हमलावर तेवरों के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, सतपाल महाराज के समर्थन में उतर आए थे. बंशीधर भगत ने कहा कि अगर मेरे अगल-बगल भी कोई कोरोना पॉजिटिव है तो मुझे कैसे पता चलेगा? क्योंकि, किसी के माथे पर तो लिखा नहीं होता. लिहाजा, विपक्ष अनर्गल बयानबाजी कर रहा है. कोरोना संकट के समय विपक्ष को भी सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि, आम लोगों को राहत मिल सके.

देहरादून : कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनके परिवार के पांच सदस्यों को ऋषिकेश एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है. इनमें उनके दोनों बेटे, दोनों बहू और पोता शामिल हैं. एम्स के डीन डॉ. यूबी मिश्र ने बताया कि अभी सतपाल महाराज के एक बेटे और पोते की रिपोर्ट निगेटिव आई है. जबकि, दोनों बहू और एक बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव है और ये सभी एसिंप्टोमेटिक हैं.

वहीं, केंद्र सरकार की गाइडलाइन अनुसार सतपाल महाराज और उनके एक बेटे और पोते की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. जबकि दो बहू और एक बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और ये सभी एसिंप्टोमेटिक हैं, जो होम क्वारंटाइन रहेंगे. साथ ही चिकित्सकों की टीम लगातार संक्रमित परिवार के सदस्यों पर लगातार नजर रखेगी.

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आपको बता दें कि सतपाल महाराज और उनके परिवार की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से प्रदेश में जमकर राजनीतिक हुई. विपक्ष ने इसे लेकर सतपाल महाराज पर कार्रवाई की मांग करते हुए नैतिकता के आधार पर सरकार से इस्तीफा देने तक की मांग की. वहीं, इस मामले में नैनीताल हाईकोर्ट ने क्वारंटाइन नियम उल्लंघन करने पर सतपाल महाराज समेत राज्य सरकार को नोटिस जारी कर पूछा कि आम लोगों पर क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन पर मुकदमा दर्ज हो रहा है तो संवैधानिक पद पर बैठे लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही?

उधर, विपक्ष के हमलावर तेवरों के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, सतपाल महाराज के समर्थन में उतर आए थे. बंशीधर भगत ने कहा कि अगर मेरे अगल-बगल भी कोई कोरोना पॉजिटिव है तो मुझे कैसे पता चलेगा? क्योंकि, किसी के माथे पर तो लिखा नहीं होता. लिहाजा, विपक्ष अनर्गल बयानबाजी कर रहा है. कोरोना संकट के समय विपक्ष को भी सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि, आम लोगों को राहत मिल सके.

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