नई दिल्ली: भारतीय सेना में भर्ती के लिए नई अग्निपथ योजना के विरोध में लगातार तीन दिनों से प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शन की आग कई राज्यों में फैल चुकी है. बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और ओडिशा सहित कई राज्यों में आगजनी और पथराव की घटनाएं हुई हैं. बिहार में प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न स्थानों पर ट्रेनों में आग लगा दी. छात्रों के उग्र प्रदर्शन के कारण ट्रेन सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है.
रेल मंत्री का युवाओं से रेलवे संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने का आग्रह
अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शन के कारण अब तक 200 से अधिक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है. रेलवे ने कहा कि बुधवार को प्रदर्शन शुरू होने के बाद से 35 ट्रेन रद्द कर दी गयीं जबकि 13 ट्रेनों की सेवा गंतव्य से पहले ही समाप्त कर दी गई. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने युवाओं से रेलवे संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, मैं युवाओं से हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने और रेलवे की संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील करता हूं.
प्रदर्शन का सबसे अधिक प्रभाव पूर्व मध्य रेलवे पर पड़ा है जिसके अंतर्गत बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कई हिस्से आते हैं. इन राज्यों में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन देखा गया है. ऐसे में पूर्व मध्य रेलवे ने प्रदर्शन के कारण आठ ट्रेनों के परिचालन की निगरानी करने का फैसला भी किया है. अधिकारियों ने बताया कि वे इन ट्रेनों की आवाजाही पर नजर रख रहे हैं और स्थिति के अनुसार उनके परिचलान के संबंध में निर्णय लेंगे.
इन ट्रेनों में 12303 हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस, 12353 हावड़ा-लालकुंआ एक्सप्रेस, 18622 रांची-पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, 18182 दानापुर-टाटा एक्सप्रेस, 22387 हावड़ा-धनबाद ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस, 13512 आसनसोल -टाटा एक्सप्रेस, 13032 जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस और 13409 मालदा टाउन-किऊल एक्सप्रेस शामिल हैं. पूर्व मध्य रेलवे की दो ट्रेन 12335 मालदा टाउन-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस और 12273 हावड़ा-नयी दिल्ली दूरंतो एक्सप्रेस रद्द कर दी गयी हैं. रद्द कर गयी अन्य ट्रेनों का ब्योरा तत्काल उपलब्ध नहीं है. रेलवे ने कहा कि पूर्व मध्य के क्षेत्राधिकार से उत्तर सीमांत रेलवे की कई ट्रेन गुजरती हैं और उनमें से तीन प्रभावित हुई है.
प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मध्य रेलवे की तीन ट्रेनों और एक खाली ट्रेन को नुकसान पहुंचाया. उत्तर प्रदेश के बलिया में 'वाशिंग लाइन' पर खड़ी एक ट्रेन के एक डिब्बे को भी क्षति पहुंचाई गई. अल्पकालिक अनुबंध के आधार पर सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की अग्निपथ योजना के विरोध में गुस्साई भीड़ ने ट्रेनों और रेलवे संपत्ति को निशाना बनाया है. हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) में तीन ट्रेनों और कुलहड़िया (ईसीआर में ही) में एक खाली डिब्बे को क्षतिग्रस्त कर दिया.
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि अचल संपत्ति के नुकसान का आकलन फिलहाल मुश्किल है. बलिया में प्रदर्शनकारी युवाओं ने 'भारत माता की जय' और 'अग्निपथ वापस लो' जैसे नारे लगाते हुए एक खाली ट्रेन में आग लगा दी और कुछ अन्य ट्रेनों में तोड़फोड़ की. इसके बाद पुलिस को उन पर लाठीचार्ज करना पड़ा. सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों द्वारा तोड़फोड़ करने और ट्रेन में आग लगाने की भी खबर है.
बिहार में ट्रेनों का परिचालन प्रभावित
बिहार के बक्सर, आरा, छपरा, पटना ग्रामीण (दानापुर, पाली), लखीसराय, खगड़िया, समस्तीपुर, बेतिया, बगहा, बेगूसराय, गया, वैशाली, दरभंगा, सीतामढ़ी, गोपालगं, मुजफ्फरपुर, जमुई, भागलपुर में प्रदर्शन हुआ. यहां 20 जगहों पर ट्रेनों को रोका गया है. 79 ट्रेन रद्द, 40 शार्ट टर्मिनेट और 3 ट्रेनों का समय बदला गया. सुरक्षा के दृष्टिकोण से 124 ट्रेनों को नियंत्रित किया गया. आरक्षित या अनारक्षित दोनों ट्रेनों के कैंसिलेशन का कोई चार्ज नहीं कटेगा. यात्रियों के लिए ट्रेनों में भोजन की व्यवस्था की गई है. हंगामा खत्म होने पर लंबी दूरी की ट्रेनों के यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी.
जिन स्टेशन पर तोड़फोड़ हुईः छपरा स्टेशन, समस्तीपुर स्टेशन, आरा स्टेशन, वैशाली स्टेशन, बेतिया स्टेशन, दानापुर स्टेशन, वैशाली स्टेशन, मुजफ्फरपुर स्टेसन, दानापुर स्टेशन, खगड़िया स्टेशन.
झारखंड में ट्रेनों का परिचालन प्रभावितः
झारखंड के रांची, धनवाद, पलामू, लोगरदगा, चतरा, जमशेदपुर, देवघर रेलवे स्टेशन और शहर में प्रदर्शन हुआ. रांची और धनबाद मंडल की कुल 6 ट्रेन, सभी मंडल की कुल 124 ट्रेनों के रोका गया है. यहां तीन स्टेशनों पर तोड़फोड़ हुई.
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