छपरा: शराबबंदी के बावजूद बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. मोतिहारी में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. वहीं छपरा में साल 2022 को बड़ी घटना हुई थी. जहरीली शराब पीने से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. ऐसे में अब छपरा में उत्पाद विभाग को डर्ट व्हीकल उपलब्ध करवा दिया गया है. उत्पाद विभाग ने दियारा क्षेत्र में अभियान चलाकर शराब कारोबारियों पर नकेल कसी है. इस दौरान उत्पाद विभाग ने रात के अंधेरे में और अहले सुबह दियारा क्षेत्र पहुंचकर दर्जनों भट्ठियों को ध्वस्त किया. इसके साथ ही तीन कारोबारियों को भी गिरफ्तार किया है.
शराब माफियाओं में हड़कंप: दरअसल राज्य में पूर्ण शराबबंदी को लेकर उत्पाद विभाग पूरी तरह से कमर कस चुकी है. उत्पाद विभाग द्वारा शराब कारोबारियों पर नकेल लगाने के लिए हाई स्पीड मोटरबोट, ड्रोन कैमरा, हैंडहेल्ड स्कैनर सहित उत्पाद पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई है. इन सब की सहायता से विभाग पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में शराब कारोबारियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करता रहता है.
"गुरुवार की रात और शुक्रवार की अहले सुबह छापेमारी की गई. कई भट्ठियों को ध्वस्त किया गया. टीम ने कार्रवाई करते हुए 35 हजार लीटर अर्ध निर्मित शराब नष्ट किया गया है. डर्ट व्हीकल के आने से दियारा के बालू वाले इलाको में प्रभावी कार्रवाई करने में मदद मिलेगी."- रजनीश, अधीक्षक, मद्य निषेध व उत्पाद विभाग
डर्ट व्हीकल की मदद से पकड़े जा रहे शराब तस्कर: वहीं दियारा इलाके में खराब रास्ते का फायदा उठाकर कारोबारी भागने में सफल रहते थे, लेकिन डर्ट व्हीकल अब कारोबारियों को पकड़ने में काफी मददगार साबित हो रही है. दियारा क्षेत्र में अंतिम छोर तक विभाग को पहुंचने में इससे काफी मदद मिल रही है. इस डर्ट व्हीकल के जरिये 4 से 6 जवान आसानी से दुर्गम रास्ते में भी पेट्रोलिंग कर सकते हैं. उत्पाद अधीक्षक रजनीश ने खुद भी इस व्हीकल को चलाकर ट्रायल लिया.